इस वक्त एक बेहद हैरान करने वाली खबर सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि, नागालैंड के पूर्व राज्यपाल व सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन (CBI Former Director ashwani) के पूर्व निदेशक अश्विनी कुमार (Ashwini Kumar) ने शिमला स्थित अपने आवास में सुसा’इड कर लिया है. उन्होंने फं’दा लगाकर खु’दकु’शी की.
सीबीआई के पूर्व निदेशक ने की सुसा’इड
साथ ही यह कहा जा रहा है कि, उनके कमरे से एक सुसा’इड नोट भी मिला है जिसकी जांच शुरू कर दी गई है. एनडीटीवी, नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट्स के अनुसार शिमला स्थित ब्राक हास्ट में आवास में उनका श’व लट’का पाया गया. पूर्व आईपीएस अधिकारी ने यह खौ’फना’क कदम क्यों उठाया, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है. फिलहाल पुलिस टीम घ’टनास्थ’ल पर मौजूद है और मामले में जांच कर रही है.
2008 में बने थे सीबीआई निदेशक
आपको बता दें कि, कुमार 2008 में सीबीआई के निदेशक बने थे. जब एजेंसी आरुषि तल’वार ह’त्या मामले की जांच कर रही थी. कुमार ने विजय शंकर की जगह सीबीआई के निदेशक का पद संभाला था. अधिकारियों ने बताया कि कुमार बाद में नगालैंड के राज्यपाल बने थे. कुमार अभी शिमला में एक निजी विश्वविद्यालय के कुलपति थे. अधिकारियों ने बताया कि 1973 बैच के आईपीएस अधिकारी कुमार (CBI Former Director) का श;व बुधवार शाम में शिमला स्थित उनके आवास में फं’दे से लट’का मिला.
हिमाचल पुलिस में डीजीपी रहते किए कई बड़े सुधार
बताया जाता है कि, अश्विनी ने साल 2006 में हिमाचल प्रदेश पुलिस के डीजीपी का चा’र्ज लेने के बाद यहां कई सुधार किए। हिमाचल पुलिस के डिजिटलीकरण और थाना स्तर पर कम्प्यूटर के उपयोग की शुरुआत उन्होंने ही करवाई। उन्हीं के कार्यकाल में शिकायतों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन जैसी व्यवस्था शुरू हुई, जिससे दूर-दराज के पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोगों को थाने की दौड़ लगाने से निजात मिली।
CBI डायरेक्टर बनने वाले हिमाचल के पहले पुलिस अफसर
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अश्विनी कुमार को जुलाई 2008 में सीबीआई डायरेक्टर बनाया गया। अश्विनी सीबीआई डायरेक्टर बनने वाले हिमाचल प्रदेश के पहले पुलिस अफसर थे। मई 2013 में तत्कालीन यूपीए सरकार ने उन्हें पहले नगालैंड का गवर्नर बनाया और फिर जुलाई 2013 में ही उन्हें मणिपुर का गवर्नर भी बना दिया।
सिरमौर के नाहन में जन्मे थे
अश्विनी कुमार का जन्म सिरमौर के जिला मुख्यालय नाहन में हुआ था. वह आईपीएस अधिकारी थे और सीबीआई तथा एलीट एसपीजी में विभिन्न पदों पर रहे. अगस्त 2008 से नवंबर 2010 के बीच वह सीबीआई के डायरेक्टर भी रहे थे.
अश्विनी कुमार सीबीआई के पहले ऐसे प्रमुख हैं जिन्हें बाद में राज्यपाल बनाया गया था. मार्च 2013 में उन्हें नगालैंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया था. हालांकि वर्ष 2014 में उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था. इसके बाद वह शिमला में एक निजी यूनिवर्सिटी के वीसी भी रहे. अश्विनी कुमार हिमाचल पुलिस के डीजीपी भी रहे.