अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा (Obama On Rahul Gandhi) ने हाल ही में राहुल गांधी को लेकर प्रतिक्रिया दी थी. जिसको लेकर देश में सियासी हल’चल काफी बढ़ गई. वहीं अब ओबामा (Obama takes on Indian Businessmen) ने देश के बड़े उद्योगपतियों को अपने नि’शा’ने पर लिया है. बताया जा रहा है कि, उनकी किताब का एक नया संस्करण सामने आया है जिसमे उन्होंने भारतीय उद्योगपतियों पर नि’शा’ना साधते हुए कहा कि उन्होंने ठाठ बाट में राजाओं और मुगलों को भी पीछे छोड़ दिया है, जबकि लाखों लोग बेघर हैं.
अमेरिका के 44वें राष्ट्रपति रहे ओबामा ने हाल में आई अपनी किताब ‘ए प्रॉमिस्ड लैंड’ में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ अपनी मुलाकात और अनौपचारिक बातचीत का जिक्र करते हुए भारतीय उद्योगपतियों पर सवाल उठाए.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओबामा ने अपनी किताब में लिखा है कि सहयोगियों के बिना हुई बातचीत के दौरान सिंह ने उनसे कहा, ‘‘ अनिश्चितता भरे समय में, राष्ट्रपति महोदय, धार्मिक और जातीय एकजुटता का आह्वान बह’का’ने वाला हो सकता है और भारत में या कहीं भी राजनेताओं के लिए इसका दोहन करना बुहत कठिन नहीं है.’’
ओबामा ने लिखा, ‘‘ मैंने सर हिलाते हुए, प्राग यात्रा के दौरान वक्लाव हवेल के साथ हुई बातचीत और यूरोप में असमानता के बढ़ते प्र’को’प के बारे में उनकी चे’ता’वनी याद की. यदि वैश्वीकरण और ऐतिहासिक आर्थिक सं’क’ट अपेक्षाकृत सम्पन्न देशों में इन रूझानों को बढ़ा रहे हैं और अगर अमेरिका में भी मैं इसे टी पार्टी में देख सकता हूं तो भारत इससे कैसे बच सकता है?’’
देशभर में लाखों लोग गं’द’गी और गिला’जत में रह रहे हैं- ओबामा
ओबामा ने लिखा, देशभर में लाखों लोग गं’द’गी और गिला’जत में रह रहे हैं, अका’लग्र’स्त गांवों या ब’द’हाल झुग्गी-बस्तियों में जीवन बसर कर रहे हैं. वहीं भारतीय उद्योग के महा’रथी ऐसा जीवन जी रहे हैं कि इससे राजाओं और मुगलों को भी ईर्ष्या हो जाए.
भारत पाकिस्तान मुद्दे को लेकर भी कही बड़ी बात
वहीं भारत-पाकिस्तान मुद्दे से लोगों को प्रभावित करने की राजनीति पर ओबामा ने लिखा, ‘‘ पाकिस्तान के प्रति श’त्रु’ता भाव व्यक्त करना राष्ट्र को एकजुट करने का सबसे आसान रास्ता है. ढेर सारे भारतीयों को इस बात पर गर्व है कि पाकिस्तान का मुकाबला करने के लिए देश ने पर’मा’णु ह’थिया’र कार्यक्रम विकसित किया. उन्हें इस हकीकत की कोई परवाह नहीं है कि किसी भी तरफ से कोई चू’क क्षेत्र का वि’ना’श कर सकती है.’’
ओबामा की किताब के हैं दो भाग
इस किताब में ओबामा ने 2008 के चुनाव प्रचार अभियान से लेकर पहले कार्यकाल के अंत में एबटाबाद (पाकिस्तान) में अल’का’यदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को मा’रने के अभियान तक की अपनी यात्रा का विवरण दिया है. इस किताब के दो भाग हैं. पहला भाग मंगलवार को दुनियाभर में जारी हुआ जिसमे राजनीति से लेकर कई अन्य मुद्दों पर अपनी राय रखी है.