कृषि बिल के खिलाफ जारी किसानों का आंदोलन अब और तेज होता नजर आ रहा है. हजारों की संख्या में किसान दिल्ली के सभी बॉर्डर पर डेरा डाले बैठे हैं और उनका कहना है कि, जब तक बिल वापस नहीं होते वह हिलेंगे नहीं। साथ ही उन्होंने दिल्ली को पूरी तरह से ठ’प करने की चे’ता’वनी भी जारी कर दी है. इसी बीच अब किसानों के समर्थन में अब कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumat Takes on PM Modi) भी उतर आये हैं. अभी तक सोशल मीडिया के जरिये मोदी सरकार को घे’रने का काम कर रहे कन्हैया अब सड़क पर उतरे।
किसान आंदोलन को लेकर मोदी सरकार पर भ’ड़के कन्हैया
कन्हैया ने बिहार के पटना शहर में सड़क पर जनता और किसान नेताओं के साथ मार्च निकला. साथ ही इस दौरान कन्हैया (Kanhaiya Kumar Takes on PM Modi Over Kisan andolan) ने लोगों को संबोधित करते हुए किसानों के मुद्दे को लेकर मोदी सरकार को नि’शाने पर लिया। कन्हैया ने कहा किसान ही उस मशरूम को उगाते हैं जिसको आप खाते हैं.
कन्हैया कुमार ने तंज कस्ते हुए कहा कहा- अगर किसान वो मशरूम नहीं उगायेगा तो मोदी जी का चेहरा टमाटर की तरह लाल दिखेगा। वह आगे कहते हैं- इसलिए मैं तो कहता हूं किसानों को सब्जी के साथ थोड़ी शर्म भी उगानी चाहिए जो इन नेताओं को दिया जा सके. कन्हैया ने कहा- सभी जनता किसानों के साथ इस समय खड़ी हो और उनका साथ दें.
खिलाडियों ने भी किसानों के समर्थन में पुरस्कार लौटाने का किया एलान
जाहिर है इससे पहले भी कई खिलाडी और फिल्म स्टार्स किसानों के हक़ में आवाज उठा चुके हैं. वहीं अब 30 पूर्व खिलाडियों ने बड़ा एलान कर दिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पद्मश्री और अर्जुन अवार्डी समेत कई पूर्व खिलाड़ी भी आंदो’लनका’री किसानों से समर्थन में उतर आए हैं। खिलाड़ियों ने दिल्ली कूच के दौरान किसानों पर बल प्रयोग के विरो’ध में अपने अवार्ड केंद्र सरकार को लौटाने का एलान किया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पद्मश्री व अर्जुन अवार्डी पहलवान करतार सिंह, अर्जुन अवार्डी बास्केटबाल खिलाड़ी सज्जन सिंह चीमा और हाकी खिलाड़ी राजबीर कौर ने घोषणा की है कि वह 5 दिसंबर को दिल्ली जाएंगे और अपने अवार्ड राष्ट्रपति भवन के बाहर छोड़ आएंगे। उन्होंने दिल्ली जा रहे किसानों को रोकने के लिए केंद्र और हरियाणा सरकार द्वारा वाटर केनन व आंसू गैस का इस्तेमाल किए जाने की कड़ी निंदा की।
सज्जन सिंह चीमा ने कहा कि हम किसानों के बच्चे हैं। किसान कई महीने से शांतिपूर्ण वि’रोध प्रद’र्शन कर रहे हैं। दिल्ली जाते समय किसानों पर वाटर कैनन और आंसु गैस के गो’लों का इस्तेमाल किया गया। किसानों को हमारा पूरा समर्थन है। हमें ऐसे अवार्ड नहीं चाहिए और इसीलिए हम इन्हें लौटाने जा रहे हैं।
सरकार से 3 तारीख को होनी है बात
जाहिर है बीते दिन मोदी सरकार के 3 मंत्रियों ने करीब 3 घंटे तक किसान नेताओं से वार्ता की. इस बातचीत के दौरान किसानों ने अपनी बातें रखी. लेकिन बातचीत के बाद हल नहीं निकला और फिर किसान नेताओं ने आंदोलन जारी रखने को कहा.
किसानों का कहना है कि, वह सरकार से बिना किसी शर्त के बात करना चाहते हैं. जल्द से जल्द उनकी बातें सुनी जाएं और कृषि बिल को वापस लिया जाए. साथ ही एमएसपी को लेकर भी किसानों के मुख्य मांग है. ऐसे में अब देखना होगा कि, क्या कल अब सरकार और किसान नेताओं के बीच बातचीत में इसका हल निकलेगा या फिर यह आंदोलन जारी रहेगा।