कृषि बिल को वापस लिए जाने सहित अन्य मांगों को लेकर दिल्ली बॉर्डर पर हजारों किसान पिछले काफी समय से डटे हुए हैं. किसान लगातार यह मांग कर रहे हैं कि, कृषि कानूनों को रद्द किया जाए. उनका कहना है कि, सरकार कृषि बिल वापस ले लेगी हम आंदोलन ख़त्म कर देंगे। लेकिन कई दौर की बैठक के बाद भी बात नहीं बनी है. किसान आंदोलन तेज कर रहे हैं और अब उन्होंने एक दिन के लिए भूख हड़’ताल (Farmers Hunger Str’ike for One day) का एलान किया है. किसानो के इस एलान के बाद दिल्ली के सीएम केजरीवाल (Kejriwal do Upwas) ने भी उनका समर्थन करने का एलान कर दिया।
जाहिर है केजरीवाल लगातार किसान आंदोलन का समर्थन करते नजर आ रहे हैं. उन्होंने किसानों द्वारा बुलाये गए भारत बंद का भी खुलकर समर्थन किया और इसका साथ दिया। वहीं अब उन्होंने किसानों का साथ देते हुए उनके साथ एक दिन का उपवास रखने का एलान किया है.
किसानों के लिए उपवास रखेंगे केजरीवाल
जी हां अरविंद केजरीवाल ने अपने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, “मैं आप कार्यकर्ताओं, समर्थकों और जनता से अपील करता हूं कि वे किसानों के समर्थन में कल एक दिवसीय उपवास करें. मैं भी कल उपवास करूंगा.” इसके साथ ही उन्होंने कहा, “कुछ केंद्र सरकार के मंत्री और बीजेपी नेता कह रहे हैं कि किसान राष्ट्र-विरो’धी हैं. कई पूर्व सैनिक, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी, गायक, मशहूर हस्तियां, डॉक्टर, व्यापारी किसानों का समर्थन कर रहे हैं. बीजेपी से पूछना चाहते हैं कि क्या ये सभी लोग भी देश’द्रो’ही हैं?”
अरविंद केजरीवाल (Kejriwal Do Upwas for One Day to Support farmers) ने कहा, “कृषि कानूनों के खिलाफ प्रद’र्शन कर रहे किसानों की सभी मांगों को केंद्र को तुरंत स्वीकार करना चाहिए और एमएसपी की गारंटी के लिए विधेयक लाना चाहिए. केंद्र को अहं’कार छोड़ देना चाहिए और किसान जिन तीन कृषि कानूनों का विरो’ध कर रहे हैं उन्हें रद्द कर देना चाहिए.” मुख्यमंत्री ने डिजिटल संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ये बातें कही.
पंजाब के DIG ने किसानों के लिए दे दिया इस्तीफा
सरकार के साथ कई दौर की बात होने के बाद भी कोई हल नहीं निकलने से किसान नाराज हैं. उन्होंने अपने आंदोलन को तेज करने की बात कह दी है. वहीं किसानों को देश भर से समर्थन भी मिलता नजर आ रहा है. इसी बीच पंजाब के उप महानिरीक्षक (जेल) लखमिंदर सिंह जाखड़ ने सरकार को अपना इस्तीफा सौंप दिया. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, रविवार जाखड़ ने कहा कि उन्होंने नए कृषि कानूनों के विरो’ध और किसानों के समर्थन में अपनी सेवा से इस्तीफा दे दिया है.
जाखड़ ने आगे कहा कि उन्होंने शनिवार को राज्य सरकार को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. नए कृषि कानूनों के वि’रोध में पंजाब, हरियाणा और अन्य क्षेत्रों के हजारों किसानों ने विभिन्न दिल्ली बॉर्डर पॉइंट्स बंद किए हुए हैं. दरअसल, किसानों को ड’र है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रणाली को समाप्त कर दिया जाएगा, जिससे उन्हें बड़े कॉर्पोरेट्स की “द’या” का मोहताज होने पड़ेगा.
डीआजी बोले- अगर मैं ड्यूटी पर रहकर यह नहीं कर सकता था
लखमिंदर सिंह बोले- किसान कितने दिनों से शांतिपूर्ण प्रद’र्शन कर रहे हैं. कोई भी उनकी सुनने को तैयार नहीं है. वह आगे कहते हैं- मैं फ़ोर्स में एक बड़े औधे पर रहकर ऐसा नहीं कर सकता था. कई नियम और कानून होते हैं, मैं पोस्ट पर रहकर किसान भाइयों की मदद नहीं कर सकता था. इसलिए मैंने निर्णय लिया कि, मैं अब अपना इस्तीफा दें दूं. वहीं अब उनके इस तरह से किसानों के हित में इस्तीफा देने से हर तरफ खल’ब’ली मच गई है और हर कोई अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहा है.
पूर्व मुख्यमंत्री भी किसानों के समर्थन में लौटा चुके हैं सम्मान
आपको बता दें कि, इससे पहले पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा था कि उन्होंने केंद्र के कृषि कानूनों के विरो’ध में अपना पद्म विभूषण पुरस्कार लौटा दिया है. SAD (डेमोक्रेटिक) नेता सुखदेव सिंह ढींडसा ने भी घोषणा की थी कि वह किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए पद्म भूषण पुरस्कार लौटाएंगे.
पंजाब के कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों ने भी किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया है. प्रख्यात पंजाबी कवि सुरजीत पातर ने भी अपने पद्म श्री पुरस्कार को वापस करने के फैसले की घोषणा की थी. यही नहीं कई खिलाड़ी भी अपने पुरुस्कार लौटाने का एलान कर चुके हैं और हाल ही में कई पूर्व खिलाड़ी राष्ट्रपति के पास अपना अवार्ड लौटाने गए भी थे.
सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर जमा हैं हजारों किसान
जाहिर है सरकार संग कई दौर की बातचीत होने के बाद भी कोई हल न निकलने से किसानों ने देश भर में प्रदर्शन करने की बात कह दी थी. इसके बाद 12 तारीख को किसानों ने कई जगह टोल प्लाजा फ्री कर दिए. यही नहीं अब कल यानी 14 तारीख को किसान कई हाइवे ब्लॉ’क करने के साथ ही देश भर के किसान संगठन प्रद’र्शन करने वाले हैं. इसके मद्देनजर भारी फ़ोर्स भी तैनात कर दी गई हैं.
यही नहीं किसानों ने रिलायंस के प्रोडक्ट्स का पूर्ण बहि’ष्कार करने का भी एलान कर दिया है. उनका कहना है कि, वह पूरी तरह से रिलायंस और जियो को नका’रेंगे। उसके इतर किसानों ने भाजपा नेताओं का घे’राव करने का भी एलान कर दिया है.