AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी पिछले काफी समय से लगातार सुर्ख़ियों में बने हुए हैं. बिहार में 5 सीट जीतने के बाद से ओवैसी और उनकी पार्टी कार्यकर्ताओं का कॉन्फिडेंस काफी अधिक बढ़ा हुआ नजर आ रहा. बिहार के बाद बंगाल और उत्तर प्रदेश के चुनाव में उतरने का एलान भी ओवैसी कर चुके हैं. वहीं ओवैसी (Owaisi Angry on Opposition Parties) पर हमेशा भाजपा की बी टीम होने का आरोप लगता रहा है. आज उन्होंने अपने उत्तर प्रदेश के दौरे पर इस बात पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि, लोगों ने मुझे देश की सियासत की लैला बना दिया है.
आपको बता दें कि, आज ओवैसी उत्तर प्रदेश के दौरे पर थे और उन्होंने यहां अपने पार्टी नेताओं के साथ ही ओमप्रकाश राजभर से भी मुलाक़ात की. इसके बाद उन्होंने आगामी चुनाव की तैयारियों से लेकर राजनीतिक हलचल तक के मुद्दों पर अपनी प्रतिक्रिया दी.
ओवैसी बोले- मुझे सियासत की लैला बना दिया गया है
ओवैसी अब अपनी पार्टी का दायरा बढ़ाने का मन बना रहे हैं. बिहार में मात्र 5 सीट जीतने के बाद वह गदगद हो गए हैं और देश के सबसे बड़े राज्य और सबसे अधिक विधानसभा सीटों वाले प्रदेश में उतरने जा रहे हैं. आज इस सिलसिले में ओवैसी (Owaisi in Uttar Pradesh) प्रदेश की राजधानी लखनऊ में थे. यहां उन्होंने कुछ छोटी पार्टियों के प्रमुख से मुलाकत भी की. इसके बाद उन्होंने कई मुद्दे पर अपना ब्यान दिया। आज तक के एक रिपोर्टर ने ओवैसी से उत्तर प्रदेश की राजनीति में आने और भाजपा की बी टीम कहलाने समेत कई सवाल पूछे। इसपर ओवैसी गुस्से में बोले- मुझे तो देश की राजनीति की लैला बना दिया गया है.
जाहिर है ओवैसी (Owaisi Angry on Opposition Parties) पर हाल ही में ममता बनर्जी ने भी आरोप लगाया कि, वह भाजपा के लिए काम कर रहे हैं. बंगाल में चुनाव में उतरकर वह वोट का’टने का काम करेंगे और इसके लिए भाजपा उनपर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है. इसपर उन्होंने कहा कि, हर कोई मुझपर यही आरोप लगाता है. लेकिन मैं सुनता नहीं, मेरी पार्टी है और मैं जहां चाहूं वहां चुनाव ल’ड़ सकता हूं.
मुझे खरीदने वाला अभी कोई पैदा नहीं हुआ- ओवैसी
ओवैसी की बंगाल में एंट्री से राजनीतिक गलियारे में नया मोड़ आ चुका है. इसी बीच असदुद्दीन ओवैसी ने ममता बनर्जी पर पल’टवार करते हुए कहा कि, ऐसा कोई इंसान पैदा नहीं हुआ जो असदुद्दीन ओवैसी को खरीद सके.
दरअसल ममता बनर्जी ने बीते दिन जलपाई गुड़ी में एक रैली के दौरान के कहा था कि बीजेपी मुस्लिम वोट के बंटवारे के लिए ओवैसी पर करोड़ रुपये खर्च कर रही है. इसके जवाब में ओवैसी ने लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, ”ऐसा कोई इंसान पैदा नहीं हुआ जो ओवैसी को पैसे से खरीद सके. उनके आरोप निरा’धा’र हैं, वह बे’चै’न हैं. उन्हें अपने घर की चिं’ता करनी चाहिए, उसके बहुत से लोग बीजेपी के साथ जा रहे हैं. उन्होंने बिहार वोटर और जिन्होंने हमें वोट दिया उनका अप’मान किया है.”
ममता बनर्जी ने ओवैसी को लेकर क्या बोला था?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को भाजपा पर आरोप लगाया कि वह असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को बंगाल में लाने का प्रयास कर रही है. ताकि सांप्र’दा’यिक धु’व्री’करण बढ़ाया जा सके और हिंदू-मुस्लिम वोट उनके बीच बंट जाएं. ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने बिहार विधानसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन करने के बाद घोषणा कि थी की वह अगले साल होने वाले बंगाल चुनाव में भी उतरेगी.
बिहार चुनाव में एआईएमआईएम ने पश्चिम बंगाल की सीमा से लगे मुस्लिम बहुल सीमांचल क्षेत्र में पांच सीटें जीती थीं. बनर्जी ने यहां एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मुस्लिम मतों को विभा’जित करने के उद्देश्य से हैदराबाद की एक पार्टी को यहां लाने की खातिर भाजपा करोड़ों रूपये खर्च कर रही है. योजना है कि हिंदू मत भाजपा के पाले में चले जाएंगे और मुस्लिम मत हैदराबाद की इस पार्टी को मिल जाएंगे.
बंगाल चुनाव को लेकर पार्टियों ने झों’की ताकत
गौरतलब है कि, मिशन बंगाल के लिए भाजपा पिछले काफी समय से तैयारी कर रही है. गृह मंत्री अमित शाह ने कार्यकर्ताओं और बंगाल के बड़े नेताओं को 200 सीटों पर जीत का टारगेट दे रखा है. वहीं लगातार भाजपा अध्यक्ष से लेकर कई बड़े नेता बंगाल में दौरा कर रहे हैं और जनता को अपनी तरफ लाने में लगे हुए हैं.
भाजपा की एंट्री से ममता बनर्जी की नींद उड़ी हुई है और वह एक के बाद एक सियासी हम’ले भाजपा नेताओं पर कर रही हैं. इसी बीच अब उन्होंने भाजपा पर यह बड़ा आरोप लगाया है कि, वह लोग ओवैसी की पार्टी पर करोड़ों रुपये खर्च कर बंगाल में धुर्वी’कर’ण करने का प्लान बना रहे हैं. वहीं कांग्रेस अभी पूरी तरह से तैयारी में नजर नहीं आ रही है. राज्य में ट’क्क’र जो देखने को मिलेगी वो टीएमसी और भाजपा के बीच ही होने वाली है. बहरहाल यह तो आने वाले समय में ही साफ हो पायेगा कि, आखिर नतीजे किसके पक्ष में जाते हैं.