जम्मू कश्मीर में जिला विकास परिषद चुनाव की मतगणना चल रही है और भारतीय जनता पार्टी खेमा काफी उत्साहित नजर आ रहा है। इसी बीच अब भाजपा ने कश्मीर में इतिहास रच दिया है और श्रीनगर सीट पर पहली बार कमल खिला है. जी हां ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, जम्मू संभाग में भारतीय जनता पार्टी (BJP Candidate Win From Srinagar Seat) का दब’द’बा है तो दूसरी तरफ पहली बार कश्मीर घा’टी में कुछ सीटों पर कमल खिलता दिख रहा है। वादी में बीजेपी दो सीटें जीत चुकी है। इस जीत के साथ ही अब भाजपा कार्ययालय पर भी खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है. तो वहीं नेताओं ने भी ख़ुशी जाहिर करना शुरू कर दिया है.
गौरतलब है कि, जब यह अलायंस बना था उस समय काफी सियासी बयानबाजी देखने को मिली थी. कश्मीर की पार्टियों ने मिलकर एक साथ डीडीसी चुनाव में ऊतरे। वहीं अब इस चुनाव के नतीजों के लिए मतगणना जारी है. रुझानों के साथ ही अब जम्मू कश्मीर में भी कमल खिलता हुआ नजर आ रहा है.
श्रीनगर में खिला कमल
श्रीनगर के बलहामा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार एजाज हुसैन ने जीत दर्ज की है। कश्मीर के तुलैल सीट और पुलवामा में भी बीजेपी उम्मीदवार ने जीत हासिल की है, हालांकि अभी इनकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। कुछ सीटों पर बीजेपी बढ़त बनाए हुई है तो अन्य कई सीटों पर पार्टी के उम्मीदवारों को मिले वोट उत्साहजनक हैं। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पहली बार हुए चुनाव में बीजेपी को मिली इस सफलता को काफी अहम माना जा रहा है।
श्रीनगर में बलहामा सीट से जीते बीजेपी के उम्मीदवार एजाज भारतीय जनता युवा मोर्चा में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं। चुनाव में जीत हासिल करने के बाद उन्होंने कहा, ”हम गुपकार गठबंधन के खिलाफ ल’ड़े और आज श्रीनगर में बलहामा सीट से जीते हैं। मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों और सुरक्षाबलों को बधाई देता हूं।” नतीजों पर बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा, ”बीजेपी ने एजाज हुसैन की जीत के साथ कश्मीर घाटी में खाता खोल लिया है। हम घाटी में कई और सीटों पर आगे चल रहे हैं। यह दिखाता है कि कश्मीर घाटी के लोग विकास चाहते हैं।”
280 सीटों पर हुआ चुनाव, 2100 से अधिक उम्मीदवार
जानकारी के लिए बता दें कि, डीडीसी के चुनाव में 2178 उम्मीदवार मैदान में हैं। डीडीसी की 280 सीटों के लिए आठ चरण में चुनाव कराए गए। केंद्र शासित प्रदेश के 20 जिलों में प्रत्येक में 14 सीटें हैं। डीडीसी चुनाव को क्षेत्र में भाजपा और अन्य राजनीतिक दलों के बीच मुकाबले के तौर पर देखा जा रहा है।
पिछले साल अगस्त में अनुच्छेद 370 को निर’स्त किए जाने के बाद जम्मू कश्मीर में यह पहला चुनाव है। पहले चरण का मतदान 28 नवम्बर को हुआ था और आठवें एवं अंतिम चरण का मतदान 19 दिसंबर को हुआ। कुल मिलाकर शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुए इन चुनावों में 57 लाख पात्र मतदाताओं में से 51 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।
कश्मीर में भी खिल रहा कमल!
कश्मीर में जिला विकास परिषद के चुनाव के लिए हो रही मतगणना में 30 सीटों के रुझान में पीपुल्स एलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन 11 सीटों पर बढ़त बनाए है, लेकिन भाजपा भी अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज करा रही है। पीपुल्स एलायंस 11 पर, भाजपा 9 सीटों पर आगे है। कांग्रेस दो, जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी 3 और अन्य 5 सीटों पर आगे है।
370 खत्म होने के बाद पहली बार हो रहे चुनाव
आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 के खा’त्मे के बाद पहली बार चुनाव हो रहे हैं। एकजुट होकर चुनाव में उतरे विपक्ष के लिए यह चुनाव अस्तित्व का मसला है। यही वजह है कि चुनाव प्रचार पूर्ण तौर पर भाजपा बनाम अन्य हो गया। भाजपा ने प्रचार में साबित करने का प्रयास किया कि वह कश्मीर में मजबूती से उतर रही है। नियंत्रण रेखा से सटे दूरदराज के पहाड़ी क्षेत्रों में रैलियों ने इन चुनावों को काफी रोचक बना दिया।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने माना कि इस बार कश्मीर उनके फोकस में था और विकास की उम्मीद पाले लोगों का भाजपा को काफी समर्थन मिला भी। अभी हम आंकड़ों में नहीं जाना चाहते लेकिन निश्चित तौर पर डीडीसी चुनावों के परिणाम कश्मीर में बदलाव की नींव को और अधिक मजबूत करेंगे।
कश्मीर में भाजपा ने दिखाया दम
कश्मीर में जिला विकास परिषद के चुनाव के लिए हो रही मतगणना में भाजपा दमदार प्रदर्शन कर रही है। कश्मीर संभाग की 140 सीटों पर हुए चुनाव की मतगणना में 75 सीटों का रुझान मिला है। इसमें भाजपा दमदार प्रदर्शन करते हुए 29 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। पीपुल्स एलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन 17 सीटों पर बढ़त बनाए है। पीपुल्स एलायंस के नेशनल कांफ्रेंस की महमूदा निसार शोपियां में विजयी रही। कांग्र्रेस छह, जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी 4 और अन्य 17 सीटों पर आगे है।