कृषि कानून के विरोध में किसानों का प्रदर्शन जारी है. लाखों किसान दिल्ली से सटे बॉर्डर्स पर डटे हुए हैं और दिन रत इस सर्द रात में ट्रॉली और टेंट में रहकर दिन गुजार रहे हैं. तो वहीं इन किसानों के लिए देश भर से अलग- अलग संगठन और आम लोग भी अपने अपने तरह से सेवा कर रहे हैं. इस कड़ी में केजरीवाल सरकार (Kejriwal Provide Free Wifi to Farmers) ने किसानों के लिए बड़ा एलान कर दिया है. जी हां पार्टी ने घोषणा की है कि वो आंदोलनरत किसानों को मुफ्त Wi-Fi सेवा देगी. गौरतलब है कि, कृषि कानून को वापस करवाने की मांग को लेकर दिल्ली के बॉर्डर्स पर डटे किसानों को एक महीना से अधिक का समय हो गया है.
वहीं इन किसानो के लिए सनास्थायें और गुरुद्वारा कमेटी की तरह से पूरी देखरेख की जा रही है. इन सब के बीच अब केजरीवाल सरकार ने इन लोगों को वाईफाई भी उपलब्ध कराने का एलान कर दिया है जिससे वह अपने घर वालों से वीडियो कालिंग कर बात कर सकें।
किसानों के लिए केजरीवाल सरकार का बड़ा एलान
जाहिर है केजरीवाल सरकार खुद दो बार सिंघु बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों से मुलाक़ात कर चुके हैं. तो वहीं वह लगातार किसानों को हर सुविधा देने की बात भी कर रहे हैं. इसी बीच अब किसानों के लिए फ्री वाईफाई की घोषणा कर दी है जिसके बाद सियासी हल’चल भी तेज होती नजर आ रही है. पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने घोषणा की कि पार्टी सिंघू बॉर्डर पर Wi-Fi हॉट स्पॉट्स लगवाएगी.
उन्होंने कहा, ‘किसानों की शिकायत थी कि इंटरनेट की खराब कनेक्टिविटी की वजह से परिवार से वीडियो कॉलिंग नहीं कर पा रहे थे. ये फैसला सेवादार अरविंद केजरीवाल (kejriwal Provide Free Wifi To Farmers) ने लिया है.’ उन्होंने कहा, ‘इंसान को सम्मानजनक जीवन जीने के लिए रोटी, कपड़ा और मकान चाहिए होते हैं लेकिन अब इसमें इंटरनेट भी जुड़ चुका है. जैसे-जैसे डिमांड आएगी, वैसे-वैसे वहां हॉट-स्पॉट्स लगवाएंगे. एक हॉट स्पॉट के 100 मीटर के दायरे में सिग्नल रहेंगे.’
केरल के किसानों ने भेजा अनानास
सोशल मीडिया पर यह फोटोज काफी चर्चा में हैं और लोग इन किसानों की सराहना कर रहे हैं. आपको बता दें कि, यह कोई पहली बार नहीं है दिल्ली से सटे बॉर्डर पर किसानों के लिए हर तरह की सुविधा का इंतजाम किया जा रहा है. खाने, पिने, नहाने, रहने सब कुछ पूरा व्यवस्थातित ढंग से किया गया है. ठंड में खुले आस्मांन के नीचे नहाना है तो उसके लिए देसी गीजर का इंतजाम है. इस तरह से हर कोई अपने अपने अंदाज में इन किसानों की सेवा कर रहा है.
वहीं केरल के अनानास किसानों के इस संगठन ने 16 टन अनानास और इसे भेजने की लागत का पूरा खर्च उठाया है. उन्होंने यह फल प्रदर्शनकारी किसानों के बीच बांटने के लिए भेजा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, केरल के इरनाकुलम जिले में गुरुवार को वझाकुलम से 16 टन अनानास लेकर ट्रक यहां से निकले थे. वझाकुलम को ‘अनानास सिटी’ के नाम से जाना जाता है. यहां तक यहां से निकलने वाले अनानास भारत में सबसे मीठे अनानास माने जाते हैं. इन्हें 2009 में GI टैग भी मिला था. इन ट्रकों को केरल के कृषि मंत्री वीएस सुनील कुमार ने हरी झंडी दिखाई थी. कई रिपोर्ट्स की मानें तो इन्हें आंदोलनरत किसानों के बीच केरल के सांसद, दिल्ली गुरुद्वारा के सदस्यों सहित अन्य लोग बांटेंगे.
एक महीने से बॉर्डर पर डटे हैं किसान
कृषि कानून के विरोध में लाखों किसान इस वक्त दिल्ली से सटे बॉर्डर्स पर डटे हुए हैं. कुछ ट्रैक्टर ट्रॉलियों में रह रहे हैं, तो वहीं कुछ टेंट के अंदर रह रहे हैं. खालसा एड समेत तमाम संस्थाएं इन किसानों का पूरा ख्याल रख रही हैं और हर जरुरत का सामान उपलब्ध कराया जा रहा है. दिन रात बॉर्डर पर लंगर चलते हैं और किसानों को भोजन से लेकर चाय और कॉफी का इंतजाम किया जाता है.
वहीं अब तो कुछ जगह पर किसान मॉल भी खुल गए हैं. जहां पर किसान जाकर फ्री में अपनी जरुरत का सामान ले सकते हैं. यही नहीं किसानों को इस ठंड में नहाने के लिए देसी गीजर का इंतजाम भी किये गए हैं. सभी व्यवस्था बेहद शानदार है और इसको देखकर आप भी दंग रह जायेंगे।