एक तरफ जहां दिल्ली में कृषि कानून के विरो’ध में किसानो का आंदोलन जारी है. इसी बीच हाल ही में एक हैरान करने वाले खबर सामने आई है. दरअसल एक किसान के घर पर पुलिस की कार्रवाई ने सबको हैरान कर दिया है। छत्तीसगढ़ के एक किसान के घर से पुलिस (Police recovered 31 lakh from farmers house) ने रे’ड के दौरान 31 लाख रूपये मिलने से हड़’कंप मच गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, घट’ना बालोद जिले के डौंडीलोहारा थाना क्षेत्र स्थित ग्राम गिधाली का है।
किसान के घर से बरा’मद हुए लाखों रुपये
बताया जा रहा है कि, पुलिस को इस संबं’ध में सूचना मिली थी जिसके बाद डौंडीलोहारा थाना की टीम ने किसान के घर में दबि’श देकर रुपयों को ज’ब्त कर लिया। बताया जा रहा है कि रुपये एक सूटकेस में रखे हुए थे।
जानकारी के मुताबिक जब पुलिस (Police recovered 31 lakh from farmers house) ने उससे रकम के संबं’ध में पूछताछ की तो वह गोलमोल जवाब देने लगा। इसके बाद पुलिस ने सारे पैसे ज’ब्त कर मामले को इंकम टैक्स विभाग को सौंप दिया है। व्यक्ति के घर से 31 लाख 50 हजार रुपए मिले है। वहीं इस खबर के सामने आने के बाद हर कोई हैरान है, बताया जा रहा है कि, यह मामला शनिवार रात का है. बहरहाल पैसों से जुड़े सवाल को लेकर इनकम टैक्स इसको देख रहा है.
इनकम टैक्स को सौंपा गया मामला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस को सूचना मिली थी कि गिधाली गांव निवासी एक किसान के घर में लाखों रुपए रखे हुए हैं। इसके बाद पुलिस ने छा’पा मा’रकर उसके घर से 31.50 लाख रुपए बरा’मद किए। बताया जा रहा है कि रुपए सूटकेस में रखे हुए थे। पुलिस ने किसान से पूछताछ की तो वह गोलमोल जवाब देने लगा। इसके बाद मामले को इनकम टैक्स को सौंप दिया गया है।
अवै’ध धान खरीदी पर सरकार ने लगा रखी है रोक
बता दें कि, छत्तीसगढ़ सरकार लगातार अवै’ध धान खरीदी रोकने में लगी है। प्रदेश में सबसे ज्यादा समर्थन मूल्य होने से छत्तीसगढ़ के आस- पास के राज्यों से भी लगातार धान खपाने की कोशिश की जा रही है। पिछले दिनों रायगढ़ के झिकीपाली उपार्जन केंद्र में खरीदी की जा चुकी धान को उपार्जन केंद्र में दोबारा बेचने का गंभी’र मामला भी सामने आ चुका है।
ऑनलाइन व्यवस्था के बाद भी गड़’बड़ी करने वाले सामने आ रहे हैं। किसानों को नियम कायदे का धौं’स दिखाकर उनके बेचे हुए धान पर अपना हक जाता रहे हैं। तो वहीं बात करें इस मामले की तो यह भी काफी हैरान करने वाला है और देखना होगा कि, आखिर अधिकारी क्या यह पता लगाने में सफल होते हैं कि, आखिर यह पैसा कहा से आया.