भारत में कोरोना की वैक्सीन बन गई है और जल्द ही लोगों तक पहुंचने भी लगेगी। अभी इसका ड्राई रन जारी है. तो वही इन सब के बीच वैक्सीन को लेकर लोगों की बयानबाजी से नए वि’वाद भी देखने को मिल रहे हैं. दरअसल हाल ही में अखिलेश यादव ने इसे भाजपा की वैक्सीन बताकर न लगवाने का एलान किया था. तो अब बाबा रामदेव (Baba Ramdev on corona vaccine) ने यह एलान कर दिया है और कहा कि, वह कोरोना की वैक्सीन नहीं लगवाएंगे।
उनके बयान के बाद अब नया विवा’द खड़ा होता नजर आ रहा है और बयानबाजी फिर तेज हो गई है. हालांकि, बाबा ने वैक्सीन को स्वीकार किया है और इसे सही बतया है.
बाबा बोले मुझे कोरोना नहीं होगा, योग पर भोरसा
योग गुरु बाबा रामदेव ने जिस तरह से कोरोना वैक्सीन को न लगाने की बात कही उसको लेकर अलग-अलग तरह की चर्चा हो रही है. दरअसल हाल ही में रामदेव ने कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाने की घोषणा की है। हालांकि, उन्होंने वैक्सीन का स्वागत तो किया है पर कहा कि वह ऐसा इसलिए नहीं करेंगे कि उन्हें वैक्सीन से डर लगता है। बल्कि इसलिए कि उन्हें योग, आयुर्वेद व ध्यान पर पूरा भरोसा है।
उन्होंने (Baba Ramdev On corona vaccine) कहा कि देश में अगर कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या ज्यादा है तो इसमें सबसे ज्यादा योगदान योग व गिलोय का है। उन्होंने लोगों से भी योग करने का आग्रह करते हुए कहा कि लोगों ने अपने शरीर का कबा’ड़ा कर रखा है। रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हैं, इसे बढ़ाने पर जोर दिया जाना चाहिए। बाबा ने कहा- क्योंकि वैक्सीन ज्यादा समय तक शरीर में प्रभावी नहीं रहेगी। आपको बता दें कि, दिल्ली के एक होटल में आयोजित एकल अभियान के कार्यक्रम “एकल के राम’ में विशिष्ट अतिथि के तौर पर पहुंचे थे।
कई नेताओ ने कोरोना वैक्सीन पर उठाये सवाल
बता दें कि कोरोना वैक्सीन पर सवाल उठाने वालों में सपा मुखिया व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश व शशि थरूर समेत कुछ अन्य हैं। बाबा रामदेव ने कहा कि उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता कि लोग उन्हें व पंतजलि के बारे में क्या कहते हैं? उनके लिए खुशी की बात यह है कि वह लोगों के सोचने के केंद्र में आए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पतंजलि से जो भी लाभ होता है वह उसको सौ फीसदी समाज की सेवा में लगाते हैं।
इसलिए जिन्हें वैक्सीन की जरूरत है उन्हें यह लगाई जानी चाहिए। बाबा रामदेव ने कहा कि 2021 के अंत तक आम लोगों को वैक्सीन मिलने की संभावना न के बराबर है। वैक्सीन भी स्थाई समाधान नहीं है। इम्युनिटी सिस्टम को विकसित करने का माध्यम ही है। कोरोना से कई गं’भीर बीमारियां सामने आ रही हैं। इससे निपटने को लोगों को योग अपनाना ही होगा। बाबा रामदेव ने कहा कि वे वैक्सीन के विरो’धी नहीं है। लेकिन वैक्सीन कितने माह तक असरदार रहेगी। यह देखना होगा। जबकि योग परमानेंट असर करता है।
अखिलेश बोले- भाजपा पर भरोसा नहीं, उनकी वैक्सीन नहीं लगवाऊंगा
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav Takes on BJP over Corona vaccine) ने बीते दिन कोरोना वैक्सीन को लेकर कुछ ऐसा कह दिया था जिसको लेकर उनकी काफी आलोचना हुई. उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि जो सरकार ताली और थाली बज’वा रही थी, वो वै’क्सी’नेशन के लिए इतनी बड़ी चेन क्यों बनवा रही है. ताली और थाली से ही कोरोना को भगवा दें ना. उन्होंने कहा, “मैं अभी कोरोना वाय’रस की वैक्सीन नहीं लगवाऊंगा. मैं बीजेपी की वैक्सीन पर कैसे भरोसा कर सकता हूं. जब हमारी सरकार बनेगी तो सभी को मुफ्त वैक्सीन मिलेगी. हम बीजेपी की वैक्सीन नहीं लगवा सकते हैं.”
यही नहीं अखिलेश आगे कहते हैं कि, कोरोना है ही नहीं, यह सब मोदी सरकार विपक्ष को रोकने के लिए कर रही है. पत्रकारों से बात करते हुए अखिलेश कहते हैं- आप खुद देख लीजिये हम सब बिना मास्क के बैठे हैं, किसी को कोई डर नहीं। कोरोना का डर दिखाकर सरकार विपक्ष को रोकने की कोशिश करती है कि, वह अपना कोई कार्यक्रम न कर पाएं।
अखिलेश ने दी थी सफाई
अखिलेश द्वारा कोरोना वैक्सीन न लगवाने के बयान के बाद उनको चौतरफा आलोचना हुई. उनपर वैज्ञानिकों का अप’मान करने का आरोप लगा. इसके बाद अखिलेश ने ट्वीट किया था कि हमें वैज्ञानिकों की दक्ष’ता पर पूरा भरोसा है पर बीजेपी की ताली-थाली वाली अवैज्ञानिक सोच और बीजेपी सरकार की वैक्सीन लगवाने की उस चिकित्सा व्यवस्था पर भरोसा नहीं है, जो कोरोना का’ल में ठप्प-सी पड़ी रही है.
पूर्व यूपी सीएम और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश ने कहा हम बीजेपी की राजनीतिक वैक्सीन नहीं लगवाएंगे. सपा की सरकार वैक्सीन सभी को बिना पैसे को वैक्सीन लगवाएगी.
अखिलेश बोले टीकाकरण को इवेंट न बना दे सरकार
अखिलेश ने रविवार को फिर ट्वीट किया और कहा कि बीजेपी टीकाकरण को इवेंट न बना दे. उन्होंने कहा, “कोरोना का टीकाकरण एक संवेदनशील प्रक्रिया है इसीलिए भाजपा सरकार इसे कोई सजावटी-दिखावटी इवेंट न समझे और अग्रिम पुख़्ता इंतज़ामों के बाद ही शुरू करे. ये लोगों के जीवन का विषय है अत: इसमें बाद में सुधार का ख़त’रा नहीं उठाया जा सकता है.”