किसान नेता ने दी चेतावनी! नहीं पूरी हुई मांगें तो मोहन भागवत और RSS का मुख्यालय उड़ा देंगे

कृषि कानून को लेकर किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. करीब 40 दिन हो गए किसान ठंड और बारिश को मात देते हुए दिल्ली के बॉर्डर पर डटे हुए हैं. कई दौर की वार्ता के बाद भी सरकार और किसानों के बीच अब तक सहमति नहीं बन पाई है. किसान कृषि कानूनों को वापस और रद्द करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार इस बात के लिए तैयार नहीं है. इसी बीच अब महाराष्ट्र के एक किसान संगठन के नेता (Kisan Neta Angry on Modi Government) ने मोहन भागवत को लेकर बेहद विवा’दित बयान दे दिया है.

गौरतलब है कि, दिल्ली में डटे किसान भी अब आंदोलन तेज करने की बात कह चुके हैं. वह लगातार कह रहे हैं कि, हम जब तक वापस नहीं जाएंगे जब तक कृषि कानून रद्द नहीं होते हैं. ऐसे में अब किसानों और सरकार के बीच टक’राव बढ़ता ही जा रहा है. अगले दौर की बैठक एक बार फिर निर्धारित हो गई है और देखना होगा कि, आखिर इस मीटिंग में अब क्या बात बनती है.

मोहन भागवत पर भ’ड़क उठे किसान नेता

दरअसल महाराष्ट्र राज्य किसान महासभा के सचिव अरुण (Kisan Neta angry on Modi Government) बनकर ने प्रदर्शनकारी किसानों की मांगें पूरी नहीं होने पर नागपुर में RSS के मुख्य कार्यालय और उसके प्रमुख मोहन भागवत को उड़ाने की धम’की दी है। दिल्ली की सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन में शामिल होने जा रहे बनकर ने कहा कि ‘पीएम मोदी को किसानों से डरते हुए एक कदम पीछे हटना होगा’।

रिपोर्ट्स की मानें तो, अरुण बनकर ने कहा, “मोदी अब कुछ नहीं कर सकते। देखिए मैं नागपुर में रहता हूं। यदि वह नहीं सुनते हैं, तो मैं RSS मुख्यालय और मोहन भागवत को उ’ड़ा दूंगा। वही हैं जो अब एक कदम पीछे जाएंगे, हम नहीं रुकेंगे।” तो वहीं खबर है कि, इस धम’की भरे बयान के बाद अरुण बनकर के खिलाफ बैतूल कोतवाली में FIR दर्ज की गई है। बीजेपी जिलाध्यक्ष बबला आदित्य शुक्ला की शिकायत के बाद धा’रा 505, 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

दिल्ली के किसानों का साथ देने महाराष्ट्र से पहुंचें किसान!

वहीं किसान नेता ने बताया कि, राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर प्रदर्शनकारी किसानों के साथ शामिल होने के लिए महाराष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों के सैकड़ों किसान, छात्र और लोग रविवार रात दिल्ली से नागपुर के लिए रवाना हुए हैं। उन्होंने कहा कि पूर्वी महाराष्ट्र और मराठवाड़ा क्षेत्रों से कृषि ऋण और उनसे संबंधित मुद्दों पर आ’त्मह’त्या करने वाले किसानों की विध’वाएं भी इस “चलो दिल्ली” वाहन मार्च में शामिल हुईं।

kisan andolan photo

अरुण बनकर सोमवार को दिल्ली (Delhi) रवाना हुए थे. बीच रास्ते में वो मध्यप्रदेश में रुके. बनकर ने मुलताई में किसान स्तंभ पर गो’ली कां’ड में मा’रे गए किसानों को श्रद्धांजलि भी दी. मुलताई और इटारसी में दिए विवा’दित बयान में उन्होंने ये भी कहा, ‘ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के सामने अब एक ही रास्ता बचा है कि वो कृषि कानून वापस लें. सरकार अडानी-अंबानी और WTO के दबाव में किसानों के मुद्दे पर पीछे हटने वाली नहीं है तो किसान भी पीछे नहीं हटेगा.’

40 दिनों से जारी है आंदोलन

बात करें किसान आंदोलन की तो इसको करीब 40 दिन हो गए हैं. बारिश और ठंड के बीच किसान लगातार डटे हुए हैं और उनका कहना है कि, ठंड पड़े या बारिश या तूफान आ जाए, वह अपना हक लेकर ही वापस जाएंगे। जाहिर है बीते कुछ दिनों से दिल्ली में काफी बारिश हुई जिसकी वजह से किसानों को काफी परेशानी हुई अऊर उनके टेंट में पानी भर गया. लेकिन अभी भी उनके हौसले डिगे नहीं है और वह वहीं पर डटे हैं.

singhu border par kisanon ka dera

किसानों की सुविधा के लिए खालसा एड समेत कई गुरुद्वारा कमेटी के लोग दिन रात उनकी सेवा में लगे हुए हैं. खाना, पानी रहने से लेकर हर तरह के बंदोबस्त किये गए हैं. साथ ही अब टिकरी बॉर्डर के साथ ही गाजीपुर और सिंघु बॉर्डर पर भी किसान मॉल जैसा खुल गया है. यहां पर किसानों को फ्री में सभी चीजें उपलब्ध कराई जा रही हैं. इसमें कंबल, गर्म कपडे, जूते मोज़े हर जरुरत का सामान मौजूद है.

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