किसान नेता राकेश टिकैत का बड़ा बयान, कहा- समस्या हल नहीं हुई तो 2024 तक करेंगे आंदोलन..

कृषि कानून के खिलाफ किसानों का आंदोलन पिछले करीब 44 दिनों से जारी है. सरकार के साथ किसान नेताओं की कई दौर की बैठक भी हो चुकी है. लेकिन इन सभी बैठकों में किसानों द्वारा की जा रही मांग पर सहमति नहीं बनी है. ऐसे में अब किसान काफी गुस्से में नजर आ रहे हैं और उन्होंने बीते दिन ट्रैक्टर मार्च निकाल शक्ति प्रदर्शन किया था. इस बीच अब किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh tikait Big Statement on farm laws) का एक बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि, हम आंदोलन तब तक जारी रखेंगे जब तक कानून वापस नहीं लिए जाते हैं.

आपको बता दें कि, इससे पहले भी राकेश टिकैत यह साफ कर चुके हैं कि, जब तक कानून वापसी नहीं। तब तक घर वापसी भी नहीं। जाहिर है किसानों की जिस तरह से तैयारी है उससे तो यह साफ है कि, उनके हौसले काफी मजबूत हैं और वह घर वापसी नहीं करने वाले हैं.

किसान बना रहे 2024 तक प्रदर्शन का प्लान

जी हां करीब डेढ़ महीने से अधिक का समय हो गया और लाखों किसान सिंघू बॉर्डर पर डटे हुए हैं. इसी बीच किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने Media संग बातचीत में कहा कि हम तो मई 2024 तक आंदोलन करने का रोड मैप बना रहे हैं. हम ऐसी प्लानिंग कर रहे हैं ताकि खेती भी चलती रहेगी और आंदोलन भी चलता रहेगा. उन्होंने आगे कहा कि किसानों ने सरकार से कह दिया है हमें ये कानून नहीं चाहिए, आप कानून खत्म करें.

Rakesh tikait Big Statement on farm laws

ऐसे में अब यह तो साफ है कि, किसान कृषि कानूनों को वापस कराने के बाद ही घर वापसी करेंगे। यह बात सिंघु बॉर्डर पर डटे हजारों किसान बार बार दोहरा रहे हैं. दिल्ली की इस भीषण ठंड और बारिश में भी किसानों के हौसले डिगे नहीं है और वह सड़क किनारे टेंट और ट्रॉलियों में सो रहे हैं. महिलाएं, बुजुर्ग बच्चे जवान सभी दिल्ली के बॉर्डर्स पर डटे हुए हैं.

26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकालने की है तैयारी

कृषि कानूनों (Agriculture Laws) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने गुरुवार (7 जनवरी) को दिल्ली के चारों तरफ ट्रैक्टर मार्च निकाला था. किसानों ने ट्रैक्टर मार्च सिंघु बॉर्डर से टीकरी, टीकरी से शाहजहांपुर, गाजीपुर से पलवल और पलवल से गाजीपुर तक निकाला. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह ट्रैक्टर मार्च को 26 जनवरी को होने वाली ट्रैक्टर परेड का रिहर्सल है. बता दें कि किसानों ने गणतंत्र दिवस पर दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में टैक्टर परेड निकालने की चेतावनी दी है.

ट्रैक्टर रैली के बाद भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि आज की रैली काफी अच्छी रही। आज हमारे किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकालकर ट्रेनिंग ली है ताकि 26 जनवरी के दिन ट्रैक्टर रैली की परेड निकाली जा सके। 26 जनवरी के दिन ट्रैक्टर और टैंक एक साथ चलेंगे। ट्रैक्टर 2 लाइन में चलेंगे और टैंक एक लाइन में चलेगा। परेड में हिस्सा लेने के लिए उस दिन भी लोग बड़ी संख्या में दिल्ली आएंगे।

बारिश और ठंड में दिल्ली बॉर्डर्स पर डटे हैं किसान

जाहिर है दिल्ली में बीते कुछ दिनों में काफी बारिश हुई है, जिसकी वजह से सड़क किनारे रह रहे किसानों के टेंट में पानी भर गया. लेकिन इस परेशनी के बाद भी उनके हौसले पस्त नहीं हुए हैं और अब वह अपने अपने ट्रैक्टर ट्रॉलियों में तिरपाल डालकर रह रहे हैं. पुरुषों के साथ ही अब सिंघु बॉर्डर और टिकरी पर भारी संख्या में महिलाओं और बच्चों का भी जमावड़ा देखने को मिल रहा है.

singhu border par kisanon ka dera

सभी अपने परिवार के साथ टेंट और ट्रॉलियों में रह रहे हैं और अपने हक के लिए लगातार आवाज उठा रहे हैं. किसानों का बार बार यही कहना है कि, वह अब वापस नहीं जाने वाले है. जब तक इन कानूनों को मोदी सरकार वापस नहीं ले लेती है.

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