नए कृषि कानून को लेकर किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. सरकार और किसान नेताओं के बीच कई दौर की बैठक में कोई हल न निकलने से अब सुप्रीम कोर्ट में भी इसपर चर्चा शुरू हो गई है. वहीं बीते दिन किसानों के समर्थन में कई पंजाबी स्टार्स समेत बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर (Swara Bhasker Raise Voice for farmers) टिकरी बॉर्डर पहुंची थीं. इस दौरान उन्होंने सरकार पर जमकर निशाना साधा, साथ ही किसानों के आंदोलन का खुलकर समर्थन किया। स्वरा ने खा जो लोग किसानों के खिलाफ बोल रहे हैं, यानी वो देश के खिलाफ हैं.
आपको बता दें कि, हाल ही में कई मशहूर आर्टिस्ट ने किसानों के लिए आवाज उठाने का एक पहल की. स्वरा भास्कर के साथ मशहूर पंजाबी सिंगर हरभजन मान, आर्य गब्बर औऱ नूर चहल सहित कई पंजाबी सिंगर टिकरी बॉर्डर पहुंचे और स्टेज से इन लोगों ने किसानों के लिए आवाज उठाई. इन सभी ने किसान आंदोलन को समर्थन देते हुए सरकार से तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की.
किसानों के खिलाफ बोलने वाले देश के खिलाफ- स्वरा
स्वरा भास्कर (Swara Bhasker Raise Voice for Farmers) लगातार किसान आंदोलन को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. वहीं टिकरी बॉर्डर पर हाल ही में कई आर्टिस्ट किसानों को अपना समर्थन देने पहुंचे थे. इस दौरान स्वरा ने किसानों के हक में आवाज बुलंद करते हुए कहा कि, वह किसानों के साथ खड़ी हैं, यह लोग अपने लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए लड़ रहे हैं और यहां इतनी ठंड में बैठे हैं. अमीर हो या गरीब हर कोई रोटी खाता है, तो इस आंदोलन से फिर सभी का वास्ता हुआ.
स्वरा आगे कहती हैं, जो लोग किसानों को गलत बोल रहे हैं, इसका मतलब है कि, वह देश के खिलाफ बोल रहे हैं. यह हमारे अन्नदाता हैं जो देश ही नहीं दुनिया के अलग-अलग देशों में भी खाना पहुंचाते हैं. स्वरा ने इस दौरान सरकार पर भी निशाना साधा, साथ ही कहा कि, इन सभी लोगों के लिए मेरा सन्देश है कि, आप सभी इनका साथ दें. यह किसान आपके लिए आवाज उठा रहे हैं और सरकार को भी इस बात को समझना चाहिए।
मैं किसानी नहीं जानती, लेकिन रोटी से मेरा नाता है
किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए स्वरा भास्कर (Swara Bhasker reach TIkri Border) ने कहा कि वो किसान नहीं है, किसानी नहीं जानती हैं लेकिन रोटी खाती हैं और रोटी किसान ही पैदा करता है. इसलिए मेरा किसानों से नाता है. इसलिए में यहां आई हूँ. यह समझना कि आंदोलन इनका है हमारा नहीं है यह अहंकार है. स्वरा भास्कर ने कहा कि यह समझना कि किसानों से ज्यादा उनके फायदे को सरकारी बाबू समझता है तो बिल्कुल गलत है. यह भी एक अलग किसम का अहंकार है.
सरकार भी 9 संशोधन के लिए मान गई है, इसका मतलब कहीं ना कहीं गड़बड़ है और यह बात सरकार भी मानती है. स्वरा का कहना था कि मुझे समझ नहीं आ रहा कि ऐसी क्या हो गया कि, यह कानून लागू करना ही जरूरी है. एक आरटीआई से भी साफ हो गया है कि किसानों से कोई सलाह मशवरा नहीं किया गया था जब कानून बनाए गए थे.
26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर मार्च
लेकिन ट्रैक्टर रैली के बाद भी किसानों और सरकार के बीच हुई वार्ता में कोई हल नहीं निकला. किसान अपना आंदोलन और मजबूत करने की बात कर रहे हैं. किसान अड़े हुए हैं कि सरकार अगर तीनों कानून वापस नहीं लेगी तो फिर उनका यह ट्रैक्टर मार्च 26 जनवरी को दिल्ली में निकलेगा.
साथ ही किसान नेता यह भी बार बार कह रहे हैं कि, सरकार कानून वापसी नहीं करती है तो वह घर वापसी भी नहीं करने वाले हैं.
किसान बना रहे 2024 तक प्रदर्शन का प्लान
करीब डेढ़ महीने से अधिक का समय हो गया और लाखों किसान सिंघू बॉर्डर पर डटे हुए हैं. इसी बीच हाल ही में किसान नेता राकेश टिकैत ने पत्रकारों संग बातचीत में कहा कि हम तो मई 2024 तक आंदोलन करने का रोड मैप बना रहे हैं. हम ऐसी प्लानिंग कर रहे हैं ताकि खेती भी चलती रहेगी और आंदोलन भी चलता रहेगा. उन्होंने आगे कहा कि किसानों ने सरकार से कह दिया है हमें ये कानून नहीं चाहिए, आप कानून खत्म करें. साथ ही किसानों ने 26 जनवरी को राजपथ पर ट्रैक्टर मार्च निकालने का भी एलान किया हुआ है. बताया जा रहा है कि कई शहरों से हजारों ट्रैक्टर आने वाले हैं.
ऐसे में अब यह तो साफ है कि, किसान कृषि कानूनों को वापस कराने के बाद ही घर वापसी करेंगे। यह बात सिंघु बॉर्डर पर डटे हजारों किसान बार बार दोहरा रहे हैं. दिल्ली की इस भी’षण ठंड और बारिश में भी किसानों के हौसले डिगे नहीं है और वह सड़क किनारे टेंट और ट्रॉलियों में सो रहे हैं. महिलाएं, बुजुर्ग बच्चे जवान सभी दिल्ली के बॉर्डर्स पर डटे हुए हैं.