किसान आंदोलन को लेकर इन दिनों पंजाब और हरियाणा में काफी हल’चल देखने को मिल रही है. कृषि कानून के विरोध में किसानों का आंदोलन जारी है, तो वहीं अब ऐसी खबरें आ रही हैं कि, हरियाणा सरकार के कुछ विधायक भी किसानों के समर्थन में आने वाले हैं. इसी बीच अब कांग्रेस ने बड़ा दवा करते हुए खट्टर सरकार पर खत’रा बता दिया है. कांग्रेस का कहना है कि, भाजपा और जेजेपी के कई विधायक उनकी पार्टी के संपर्क में हैं. इस दावे से अब सियासी बयानबाजी और तेज होती नजर आ रही है.
गौरतलब है कि, किसान नेताओं ने साफ कर दिया है कि, वह कृषि कानून वापस लिए जाने तक दिल्ली बॉर्डर से हटने वाले नहीं हैं. वहीं सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी पर भी किसानों न असहमति जताई है और कहा कि, वह लोग खुद इसके समर्थक रहे हैं.
हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनाने की कोशिश कर सकती है
दरसअल कांग्रेस की मानें तो भाजपा और जजपा के कई विधायक उनके संपर्क में हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी शैलजा का कहना है कि हरियाणा की खट्टर सरकार के बहुत से ऐसे विधायक हैं जो असलियत को देख रहे हैं और हमारे संपर्क में हैं. जब परिस्थितियां पैदा होंगी तो संविधान को देखते हुए हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनाने की कोशिश कर सकती है.
कुमारी शैलजा ने कहा कि आज जो स्थिति जो पैदा हुई है, उसमें बहुत से विधायक इसकी हकीकत को जान और पहचान रहे हैं. चाहें वो सत्तापक्षा के हों या उनके सहयोगी या फिर निर्दलीय. कुमारी शैलजा ने कहा कि ऐसे कई विधायक उनसे बात भी करते हैं और अपनी नाराजगी भी जाहिर करते हैं. उन्होंने कहा कि आगे जो स्थिति होगी कांग्रेस उस हिसाब से फैसला करेगी.
सीएम मनोहर लाल ने इस दावे पर दी प्रतिक्रिया
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के इस दावे पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी प्रतिक्रिया दी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सबको पता है कौन विधायक किसके सम्पर्क में है. मेरा सिर्फ इतना कहना है कांग्रेस अपने विधायकों को लेकर सावधान रहें.
BJP और JJP गठबंधन के प्रमुख नेताओं ने की थी अमित शाह से मुलाकात
बता दें कि किसान आंदोलन के बीच बीते दिन भाजपा और जजपा गठबंधन के कुछ प्रमुख नेताओं ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. भाजपा-जजपा नेताओं ने इस मुलाकात में अमित शाह को आश्वस्त किया था कि राज्य में मुख्य विप’क्षी दल कांग्रेस द्वारा बजट सत्र के दौरान यदि विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाया जाता है तो भी गठबंधन की सरकार सुरक्षित रहेगी.
26 जनवरी को निकलेगी ट्रैक्टर परेड: टिकैत
जाहिर है किसानों ने पहले ही एलान किया हुआ था कि, सरकार संग बातचीत में उनकी बात नहीं बनेगी। इसलिए वह राजपथ पर ट्रैक्टर परेड करने वाले हैं. भारतीय किसान यूनियन के महासचिव राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा था- 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड निकालेंगे और हमें जितना आतं’कवादी कहेंगे, उतनी तगड़ी परेड निकलेगी.’ उन्होंने कहा, ‘ट्रैक्टर रैली को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार है. इसके बाद सोमवार को बात करेंगे. इसके बाद 23 जनवरी को देश के अलग-अलग राज्यों के गवर्नर का घे’राव करेंगे.’
यही नहीं किसान नेताओं ने यह भी कहा है कि, उनकी मांग कानून वापसी की थी और वह इसके बिना बॉर्डर से हिलने नहीं वाले हैं. किसान नेताओं का कहना है कि, अगर वह यहां से मान लो चले गए और उसके बाद कानूनों से रोक हट गई तो फिर क्या होगा। यही नहीं टिकैत तो यह भी कह चुके हैं कि, सरकार ने गर बात नहीं मानी तो हम 2024 तक आंदोलन करेंगे।