एक तरफ जहां दिल्ली में किसानों का आंदोलन जारी है. कृषि बिल वापसी पर ही घर वापसी की बात कह चुके किसान अब आंदोलन तेज करने की तैयारी कर रहे हैं. दूसरी तरफ हरियाणा और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों में लगातार किसानों की महापंचायत हो रही हैं. राकेश टिकैत के भाई नरेश टिकैत भी कई पंचायतों में शामिल हो रहे हैं. वहीं कुछ नेता भी काफी एक्टिव हो गए हैं जिनमे जयंत चौधरी (Jayant chaudhary angry on Kangana) का नाम भी शामिल है. आज वह एक महापंचायत में पहुंचे थे जहां उन्होंने सरकार पर हम’ला बोला। साथ ही कंगना रनौत पर भी गुस्सा जाहिर किया और किसानों ने उनकी फिल्मों का बहि’ष्कार करने की अपील की.
बता दें कि, शामली में हुई इस महापंचायत में हजारों की संख्या में किसान पहुंचे थे. इसको देखकर हर कोई हैरान रह गया. यह नजारा ऐसा था जैसे चुनाव के समय नेताओं की रैलियों में देखने को मिलता है. इस दौरान आरएलडी नेता जयंत ने कंगना रनौत पर भी पलटवार किया।
दिल्ली में बैठे लोगों की मित्र मंडली है कंगना रनौत
जयंत चौधरी ने किसानों की महापंचायत के दौरान किसानों के मुद्दे उठाये। वह कहते हैं कि, आज दिल्ली में जो कीलें लगाई जा रही हैं, वह आपको रोकने के लिए है. सरकार आपकी बात नहीं मान रही है. ऐसे में अब उनको भी जनता नकार देगी। यही नहीं जयंत (Jayant chaudhary angry on Kangana) ने कंगना पर भी नाराजगी जताई। जयंत ने कहा कि यह झूठे लोग जो उनकी मित्र मंडली के लोग हैं। वे किसानों को आतं’कवादी बता रहे हैं। यह कतई बर्दा’श्त नहीं किया जाएगा।
जयंत किसानों को संबोधित करते हुए कहते हौं- आप लोग कंगना रनौत का खुलकर बहि’ष्का’र करें, इनकी एक भी फिल्म न देखना। यह अभिनेत्री आप लोगों को आतं’कवादी बता रही है. वह आगे कहते हैं- अब तक आप लोगों ने फ़िल्में देख ली हों, लेकिन अब आगे से कंगना की फ़िल्में न देखना। जयंत चौधरी ने कहा कि यह महापंचायत राष्ट्रीय लोकदल ने बुलाई है। अब भाजपा वालों को दूसरा झंडा पकड़ना पड़ेगा। कोई भी वर्दी पहनने वाला आदमी किसान पर हाथ नहीं उठा सकता। जो किसानों पर हाथ उठाएगा, उनकी आने वाली पीढ़ियों पर भी हाय लगेगी।
बयान सुनने के लिए लिंक पर क्लिक करें: https://twitter.com/news24tvchannel/status/1357639188116512769
जो किसानों के साथ नहीं हैं, हम उनके साथ नहीं- जयंत
रालोद उपाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद जयंत चौधरी ने कृषि कानूनों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। भीड़ देखकर उत्साहित जयंत ने कहा कि जो किसानों के साथ नहीं हम उनके साथ नहीं। अब एक लक्ष्मण रेखा खींच लेनी चाहिए। यह पंचायतें सरकार की आंखें खोलने का काम करेगी। यह भी कहा कि बॉर्डर पर पुलिस ने कीलें लगाई है। लेकिन यह कीलें देश को बद’नाम कर रही हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुरुवार को जिला प्रशासन ने किसानों को महापंचायत करने की अनुमति देने से मना कर दिया था। जिला प्रशासन ने कोविड-19 का हवाला देते हुए धारा 144 लागू कर दी थी लेकिन इसके बाद भी यह महापंचायत हुई। इस पंचायत में काफी भारी संख्या में किसान पहुंचे थे जिसको देखकर हर कोई हैरान रह गया.
7 फरवरी को अमरोहा में महापंचायत का ऐलान
यही नहीं जयंत चौधरी ने कहा कि यह महापंचायत राष्ट्रीय लोकदल ने बुलाई है। अब भाजपा वालों को दूसरा झंडा पकड़ना पड़ेगा। जयंत चौधरी ने 7 फरवरी को अमरोहा में महापंचायत का ऐलान किया। आपको बता दें कि, इससे पहले राकेश टिकैत के भाई नरेश टिकैत भी कई इलाकों में पंचायत कर चुके हैं.
वहीं हाल ही में हरियाणा के जींद में भी महापंचायत हुई थी जिसमे खुद राकेश टिकैत भी पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने सरकार पर जमकर निशाना साधा था और एक बार फिर आंदोलन को अक्टूबर तक चलने की बात कही थी. वहीं आपको बता दें कि, इस दौरान उनका मंच भी टूट गया था, हालांकि इसमें किसी को कोई गं’भीर चो’ट नहीं आई थी.