कृषि बिल के विरोध में किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. वहीं गाजीपुर बॉर्डर पर अब माहौल पूरी तरह से बदला हुआ दिखाई दे रहा है और कई बड़े नेता भी वहां पहुंचकर अपना समर्थन देने की बात कर चुके हैं. राहुल गांधी से लेकर केजरीवाल लगातर किसानों के लिए आवाज उठाते दिख रहे हैं. इस बीच आज कांग्रेस नेत्री अलका लांबा किसनों के हक में आवाज उठा रही थीं. दिल्ली पुलिस उनको गिरफ्तार करके ले जाती है. सोशल मीडिया पर अलका का यह वीडियो काफी वायरल हो रहा है जिसमे दिल्ली पुलिस की महिला जवान अलका को टांग कर गाड़ी में ले जाते नजर आ रही हैं.
जाहिर है किसानों के समर्थन में कई राजनितिक पार्टियां सामने आ चुकी हैं. एक एक करके कई बड़े नेता गाजीपुर पहुंचकर किसानों के सर्मथन का एलान कर चुके हैं. वहीं अलग-अलग शहरों में महापंचायत भी हो रही हैं जिसमे एकजुट होने और सरकार से कृषि कानून वापस लेने की मांग की जा रही. वहीं दिल्ली में अलका लांबा किसानों के हक़ में आवाज उठाते हुए सड़क पर निकल रही थी. इस बीच दिल्ली पुलिस उन्हें हिरा’सत में ले लेती है.
अलका लांबा को पुलिस ने किया गिरफ्तार!
बताया जा रहा है कि, पुलिस ने जिस जगह पर जाने की अनुमति नहीं दी थी. वहां पर कांग्रेस नेत्री अलका लांबा जा रही थीं. वह अपने कुछ कार्यकर्ताओं के साथ ‘जय जवान जय किसान’ के नारे बुलंद करते हुए आगे बढ़ रही थीं.
तभी दिल्ली पुलिस के जवान वहां पहुंचते हैं और अलका लांबा को समझाने की कोशिश करते हैं. इसके बाद भी वह आगे बढ़ रही होती हैं, तभी महिला पुलिस कर्मी आती हैं और उनको उठा कर गाड़ी में बैठा देती हैं. अलका लांबा के समर्थकों ने सोशल मीडिया पर पुलिस की इस कार्रवाई के प्रति नाराजगी जताई है और यह वीडियो शेयर कर अपनी प्रतिक्रिया दी. इन वीडियो को अलका लांबा के ट्विटर हैंडल से रीट्वीट भी किया गया है.
वीडियो में आप देख सकते हैं कि, अलका अपने हाथों में तिरंगा लिए जोर जोर से कृषि कानून वापस लेने की मांग करती नजर आई. साथ ही वह ‘जय जवान जय किसान’ के नारे लगाती रहीं। वह कहती हैं कि, सरकार किसानों की सुन नहीं रही है, अब तक कितने किसानों की मौ’त हो चुकी है. लेकिन सरकार के कान में जू भी नहीं रेंग रही.
वीडियो देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें: https://twitter.com/atulkumarINC/status/1358348222867992579
टिकैत बोले- विपक्ष हमारा समर्थन कर रहा है इससे हमे समस्या नहीं
लगातार नेताओं के गाजीपुर पहुंचने और पार्टियों द्वारा मिल रहे खुले समर्थन को लेकर टिकैत ने बड़ा बयान दिया। राकेश टिकैत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, अगर विपक्ष हमारा समर्थन करने के लिए आ रहा है तो कोई सम’स्या नहीं है. लेकिन इसका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए. अगर नेता आते हैं तो हम कुछ नहीं कर सकते. साथ ही कहा कि किसान आंदोलन के चलते ट्रैफिक नहीं रुका है, बल्कि पुलिस बैरिकेडिंग के कारण ये हुआ है.
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हमने सरकार को बता दिया कि ये आंदोलन अक्टूबर तक चलेगा. अक्टूबर के बाद आगे की तारीख देंगे. बातचीत भी चलती रहेगी. जाहिर है सिंघु और टिकरी से अधिक अब गाजीपुर बॉर्डर पर नेताओं की सक्रियता देखने को मिल रही है. एक के बाद एक बड़े नेता टिकैत से मिलकर उनको खुला समर्थन का एलान कर चुके हैं.