दिल्ली में किसानों का आंदोलन पिछले 80 दिनों से अधिक समय से जारी है. किसानों का गुस्सा भाजपा के खिलाफ बढ़ता जा रहा है और इसका असर भाजपा के चुनाव मतों पर देखने को मिल रहा. पंजाब के निकाय चुनाव में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा है. सभी तरफ से पार्टी को हर मिली। तो वहीं अब किसानों ने बंगाल में भी महापंचायत करने का एलान कर दिया है. टिकैत खुद कई शहरों में लगातार महापंचायत को संबोधित कर रहे हैं. हाल ही में उन्होंने एक महापंचायत के दौरान बड़ा बयान देते हुए कहा- अभी तो किसने सिर्फ बिल वापसी की मांग कर रहे हैं.
यानी एक तरह से टिकैत ने सरकार को चेतावनी दी कि, किसान चाहें तो हवा का रुख मोड़ सकते हैं. जाहिर है इससे पहले भी टिकैत कह चुके हैं – जब तक बिल वापसी नहीं होगी तब तक किसान घर वापसी नहीं करेंगे।
किसान ने सिर्फ बिल वापसी की मांग की है अभी- टिकैत
गौरतलब है कि, कृषि कानून के विरोध में किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. वहीं अब पंजाब से लेकर हरियाणा और उत्तर प्रदेश से लेकर राजस्थान तक लगातार किसान महापंचायतें भी हो रही हैं. इसमें हजारों लाखों किसान पहुंच रहे हैं. तो अब खबर है कि, किसान नेताओं ने बंगाल में भी महापंचायत करने का फैसला किया है.
इधर टिकैत भी लगातार हुंकार भरते नजर आ रहे हैं और उनका कहना है कि, वह लगातार अलग-अलग शहरों में महापंचायत करेंगे। हर किसान को जागरूक करेंगे जो अब केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ खड़े हो गए हैं. टिकैत ने हाल ही में एक महावंचायत में कहा कि, अभी तो किसान सिर्फ बिल वापसी की मांग कर रहा है. सोचो अगर इन्होने सत्ता वापसी की मांग कर दी. टिकैत ने मजाकिया अंदाज में सन्देश देने की कोशिश की.
अलग-अलग शहरों में हो रही महापंचायतें
बता दें कि, उत्तर प्रदेश से लेकर पंजाब तक लगातार महापंचाते हो रही हैं जिनमे हजारों लाखों की संख्य में किसान पहुंच रहे हैं. ऐसे में अब यह आने वाले चुनाव में केंद्र सरकार के लिए नुकसान पहुंचाने का काम भी कर सकते हैं.
टिकैत के यूट्यूब चैनल पर इस पंचायत में दिए गए भाषण का पूरा वीडियो शेयर किया गया है. इसमें आप सुन सकते हैं कैसे टिकैत सरकार को चेतावनी भरे अंदाज में संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं.
पूरा बयान सुनने के लिए लिंक पर क्लिक करें: https://www.youtube.com/watch?v=GviADwd58Z0
बंगाल में महापंचायत करेंगे टिकैत
इधर अब टिकैत और अन्य किसान नेताओं ने बंगाल में भी महापंचायत करने का एलान कर दिया है. जाहिर है बंगाल में चुनाव होने वाले हैं और अगर किसान महापंचायतें वहां भी होती हैं तो इसका असर चुनाव पर भी पड़ सकता है. इससे भाजपा को भारी नुक्सान पहुंच सकता है. दरअसल आंदोलनकारी किसानों ने उनका समर्थन ना करने वालों के खिलाफ वोट की अपील है. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि बंगाल में किसान पंचायतें करेंगे.
ऐसे में अब किसानों ने अगर बंगाल का रुख किया तो इससे भाजपा को नुक्सान होने की समभावनाएं काफी बढ़ जाएंगी। वैसे भी किसान नेताओं का भाजपा के प्रति गुस्सा भी काफी अधिक बढ़ गया है.