एक तरफ जहां देश में किसान आंदोलन को लेकर सियासी हल’चल तेज है. तो दूसरी तरफ कुछ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भी चुनाव प्रचार जारी है. पार्टी नेता लगातार इन राज्यों का संभायें और रैलियां कर रहे हैं. राहुल गांधी से लेकर अमित शाह और अन्य नेता भी प्रचार में लगे हैं. इस बीच अब पुड्डुचेरी की कांग्रेस सरकार (Congress Government may Fall) में नेताओं की नाराजगी की ख़बरें सामने आ रही हैं. बताया जा रहा है कि, कुछ नेताओं ने अपना इस्तीफा भी दे दिया है. ऐसे में चर्चा है कि, राज्य में कांग्रेस सरकार पर सं’कट मंडरा सकता है.
दरअसल यहां लगातार 4 विधायकों द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद से सरकार अब अल्पमत में चली गई है. ऐसे में यह चर्चा जोरों पर है कि, अब कांग्रेस सरकार गिर जाए. बहरहाल 22 फरवरी को फ्लोर टेस्ट होने की खबर है. उस दिन पूरी स्थिति साफ हो पाएगी।
पुड्डुचेरी में गिर सकती है कांग्रेस सरकार
बहरहाल यह तो आने वाले समय में ही साफ हो पायेगा कि, क्या पुड्डुचेरी में कांग्रेस नेताओं की नाराजगी सरकार को ले डूबेगी। मीडिया रिपोर्ट्स में सरकार गिरने की आ’शंका की ख़बरें सामने आ रही हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, हाल ही में भी एक विधायक ने केंद्र शासित प्रदेश में नारायणसामी की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार को इस्तीफा दे दिया.
पुडुचेरी के मुख्यमंत्री नारायणस्वामी के करीबी सहयोगी ए. जॉन कुमार 2019 के उपचुनावों में कामराज नगर निर्वाचन क्षेत्र से पुडुचेरी विधानसभा के लिए चुने गए थे. उनके इस्तीफे ने केंद्रशासित प्रदेश में कांग्रेस पार्टी (Congress Government may Fall) को बड़ा झट’का दिया है. पुडुचेरी में इसी साल मई में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में लगातार 4 विधायकों के इस्तीफे से परेशानी खड़ी होती नजर आ रही है. बता दें कि, विधायक का इस्तीफा राहुल गांधी की यहां की यात्रा से ठीक एक दिन पहले आया.
4 विधायकों के इस्तीफे से अल्पमत में है सरकार
बता दें कि, 33 सदस्यों वाले पुदुच्चेरी विधानसभा में 30 सीटों के लिए चुनाव होता है. पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 15 सीटों पर जीत दर्ज कर न सिर्फ बड़ी पार्टी बनी थी बल्कि तीन डीएमके और एक निर्दलीय विधायकों की मदद से सरकार भी चला रही थी.
बहुमत में आने के बाद कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ नेता और यूपीए सरकार में मंत्री रहे वी नारायणसामी पर अपना भरोसा जताया. कांग्रेस के विधायकों ने मिलकर नारायणसामी को अपना नेता चुना और वह मुख्यमंत्री बने.
इस्तीफों से सरकार पर मंडराए सं’कट के बादल
लगातार इस्तीफे की वजह से कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार के विधायकों की संख्या घटकर 10 से नीचे हो गई है और विपक्ष के पास अब 14 विधायक हैं. इससे पहले 30 सदस्यीय पुडुचेरी विधानसभा में कांग्रेस और द्रमुक के पास 16 विधायकों की संयुक्त ताकत थी.
इस बीच, समाज कल्याण मंत्री कंधासामी ने एक वीडियो जारी करते हुए आरोप लगाया कि पिछले पांच सालों से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उपराज्यपाल किरण बेदी ने पुडुचेरी में कांग्रेस-डीएमके सरकार के लिए कई अड़’चनें पैदा की हैं. उन्होंने कहा कि चूंकि चुनाव की तारीखों की घोषणा अगले दो सप्ताह के भीतर होने की उम्मीद है, इसलिए मुख्यमंत्री नारायणसामी ने सरकार को भं’ग करने और चुनाव का सामना करने के बारे में फैसला करने के लिए कैबिनेट बैठक बुलाई है.