इन दिनों देश में सियासी पारा काफी बढ़ा हुआ है. देश के कुछ राज्यों में चल रहे चुनाव को लेकर नेताओं का एक तरफ प्रचार जारी है. तो वहीं दूसरी तरफ आरोप प्रत्यारोप का दौर भी जारी है. जहां बंगाल में भाजपा और टीएमसी के बीच कड़ी ट’क्क’र देखने को मिल रही है. दूसरी तरफ असम में भाजपा और कांग्रेस (Rahul Gandhi Takes on PM Modi) आमने सामने हैं और दोनों पार्टी के नेता एक दूसरे पर हम’लावर नजर आ रहे हैं.
इस बीच राहुल गांधी ने असम के एक क्षेत्र में एक सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधा और कहा कि, वह उनकी तरह झूठे नहीं हैं.
“मेरा नाम नरेंद्र मोदी नहीं राहुल है, मैं जनता से किया वादा पूरा करता हूं”
राहुल ने जनता से कहा कि, वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह नहीं हैं जो ” हफ्ते के सातों दिन 24 घंटे झूठ बोलते हैं.” दरअसल राहुल असम के कामरूप जिले में चायगांव निर्वाचन क्षेत्र में एक चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने (Rahul Gandhi Takes on PM Modi) लोगों से आग्रह किया कि अगर वे सच जानना चाहते हैं तो उनकी बात सुने.
राहुल ने आगे कहा, “मैं यहां आपसे झूठ बोलने नहीं आया हूं. मेरा नाम नरेंद्र मोदी नहीं है. अगर आप असम, किसानों या अन्य किसी मुद्दे पर उनके द्वारा बोले गए झूठ को सुनना चाहते हैं तो टीवी चालू करें. वह भारत से हफ्ते के सातों दिन 24 घंटे झूठ बोलते हैं. अगर आप सच सुनना चाहते हैं तो मेरी बात सुनें.”
उन्होंने कहा कि वादे के मुताबिक कांग्रेस ने छतीसगढ़ में सत्ता प्राप्त करने के छह घंटे के भीतर किसानों के कर्ज को माफ कर दिया था और पूर्ववर्ती संप्रग सरकार ने किसानों के अनुरोध पर 70 हजार करोड़ रुपये के कृषि कर्ज माफ कर दिए थे.
भाजपा एक दूसरे को आपस में ल’ड़’वाती है- राहुल
राहुल गांधी ने आगे कहा, “विभिन्न भाषाओं, समुदायों और विचारधारा के लोग शांति से मेरी बात सुन रहे हैं. यह असम है. लेकिन बीजेपी एक भाई को दूसरे से ल’ड़’वाती है और घृ’णा फैलाती है. वे चाय बागान के ठेके बाहरी लोगों को देते हैं.” उन्होंने कहा, “जब कांग्रेस सत्ता में आएगी तो असम अपना मुख्यमंत्री चुनेगा, नागपुर या दिल्ली से शासित नहीं होगा.”
हमारा सीएम जनता के लिए काम करेगा, सभी वादे पूरे होंगे
गांधी ने दावा किया कि कांग्रेस ने चाय बागान में काम करने वालों, युवाओं और महिलाओं से बातचीत के बाद चुनावी वादे के तौर पर पांच तरह की गारंटी दी है. जाहिर है इससे पहले भी राहुल ने असम में चाय बागानों के लिए आवाज उठाई थी और उनकी मेहनताना बढ़ाने का वादा किया था.
वहीं अब चुनावी सभा के दौरान उन्होंने कहा, “लोग चाहते हैं कि संशोधित नागरिकता कानून लागू न हो, युवाओं को रोजगार मिले, चाय के बागान में काम करने वालों का वेतन बढ़ाकर 365 रुपये किया जाए, हर घर को 200 यूनिट मुफ्त बिजली दी जाए और गृहणियों को दो हजार रुपये की वित्तीय सहायता दी जाए. हमने आपकी मांगों को स्वीकार किया है. हमारा मुख्यमंत्री इन्हें पूरा करेगा.”