बंगाल में अब एक नया हंगा’मा खड़ा होता नजर आ रहा है. सीबीआई द्वारा ममता बनर्जी की पार्टी नेताओं पर सोमवार सुबह ए’क्श’न लिया गया था. इसके बाद शाम होते होते खबर सामने आई कि, चारों नेताओं को बे’ल मिल गई है. लेकिन बेल मिलने के बाद सीबीआई ने इसके खिलाफ कदम उठाया और फिर खबर आई कि, इन नेताओं की बेल रद्द कर दी गई. इसपर अब ममता बनर्जी ने काफी नाराजगी जताई है, वहीं लोग भी हैरान हैं. इस बीच अब कमेडियन राजिव निगम (Rajeev Nigam Takes on Shuvendu) ने शुभेंदु अधिकारी पर निशाना साधा और तंज कसा.
दरअसल जिस मामले को लेकर टीएमसी नेताओं पर कार्रवाई हुई है. वो करीब 4 5 साल पुराना मामला है. इसमें उस वक्त टीएमसी में रहे शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) का भी नाम आया था. लेकिन अब वह भाजपा में शामिल हो गए हैं, ऐसे में उनपर कार्रवाई न होने से टीएमसी नेता काफी नाराज हैं. ममता बनर्जी ने भी अब मोर्चा खोल दिया है और वह नाराजगी जाहिर कर रही हैं.
शुभेन्दु बीजेपी में आ कर अधिकारी बन गया, वर्ना नंबर तो उनका ही था
रिपोर्ट्स के मुताबिक, टीएमसी के नेताओं की जमानत र’द्द होने के बाद सोमवार देर रात कोलकाता के निजाम पैलेस स्थित सीबीआई दफ्तर से जेल ले जाया गया. केंद्रीय जांच एजेंसी ने इस मामले में टीएमसी नेता फिरहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी, विधायक मदन मित्रा, पूर्व टीएमसी नेता एवं कोलकाता के पूर्व महापौर सोवन चटर्जी को गिरफ्तार किया है.
तो वहीं अब इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर भी लोग नाराजगी जाहिर करते नजर आ रहे हैं. टीएमसी नेताओं का कहना है कि, शुभेंदु पर कार्रवाई नहीं की जा रही क्योंकि अब वह भाजपा में शामिल हो गए हैं. इस बीच राजीव निगम ने भी तंज कसा. राजीव ने लिखा- शुभेन्दु बीजेपी में आ कर अधिकारी बन गया, वर्ना नंबर तो उनका ही था.. राजीव के इस ट्वीट पर अब लोग भी अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.
इस तरह से मामले ने लिया मोड़
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीबीआई ने चारों नेताओं के अभियोजन की मंजूरी के लिए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से संपर्क किया था. दिल्ली में सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी ने बताया कि धनखड़ ने सात मई को सभी चारों नेताओं के खिलाफ मुक’दमा चलाने की मंजूरी दी थी. जिसके बाद सीबीआई ने अपने आरोप-पत्र को अंतिम रूप दिया और उन्हें गिरफ्तार किया. इसके बाद सत्तारूढ़ टीएमसी ने राज्यपाल पर सवाल उठाए हैं.
वहीं नेताओं की बेल को सीबीआई ने कोर्ट में चुनौती दी थी और कलकत्ता हाई कोर्ट ने मंत्री सुब्रत मुखर्जी और फिरहाद हकीम के साथ ही टीएमसी विधायक मदन मित्रा और पूर्व नेता सोवन चटर्जी की बेल पर रोक लगा दी। चारों नेताओं को देर रात प्रेसीडेंसी करेक्शनल होम ले जाया गया।
ममता बनर्जी ने कहा- यह गैर कानूनी है
पश्चिम बंगाल विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने नारद मामले में बंगाल के दो मंत्रियों तथा अन्य लोगों की गिरफ्तारी को गैर कानूनी बताया और कहा कि राज्यपाल की मंजूरी के आधार पर सीबीआई ने जो कदम उठाया है वह कानून संगत नहीं है. बिमान बनर्जी ने कहा, ‘मुझे सीबीआई की ओर से कोई पत्र नहीं मिला है और न ही प्रोटोकॉल के तहत आवश्यक मंजूरी मुझसे ली गई.’
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘वे राज्यपाल के पास क्यों गए और उनकी मंजूरी क्यों ली, इसकी वजह मुझे नहीं पता. तब विधानसभा अध्यक्ष का पद खाली नहीं था और मैं पद पर था. यह मंजूरी पूरी तरह से गैर कानूनी है और इस मंजूरी के आधार पर किसी को गिरफ्तार करना भी गैर कानूनी है.’