नए कृषि कानून के विरोध में चल रहे किसानों के आंदोलन को करीब 5 महीने होने वाले हैं. वहीं किसान भी अब मोदी सरकार से काफी नाराज हो गए हैं. अब तक उनकी मांगें पूरी न होने से किसानों के बीच नाराजगी देखने को मिल रही है. इस बीच हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala on Kisan andolan) ने किसानों को लेकर बड़ा बयान दिया और नाराजगी जताई है. आपको बता दें कि, किसान नेता यह साफ़ कर चुके हैं कि, जब तक कानून वापस नहीं होते किसान अपना आंदोलन ख़त्म नहीं करेंगे।
वहीं विपक्ष भी किसानों के मुद्दे को लेकर मोदी सरकार की आलोचना कर रहा है. तो इस बीच दुष्यंत चौटाला ने नाराजगी जताते हुए बड़ी बात कह दी. एक तरफ जहां भाजपा नेताओं का किसान जमकर विरोध कर रहे हैं. बंगाल चुनाव के बाद अब किसान उत्तर प्रदेश के चुनाव में भी भाजपा के खिलाफ प्रचार करने की बात कर रहे हैं. तो दूसरी तरफ सरकार की तरफ से अब कृषि कानून पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आ रही.
इस बीच दुष्यंत चौटाला ने कहा, ‘‘मैंने पहले प्रधानमंत्री से भी लिखित में अनुरोध किया था कि एक टीम का गठन किया जाना चाहिए. केंद्र ने 40 (किसान) नेताओं को कई बार संदेश भी भेजे कि उन्हें इस मामले पर वार्ता के लिए आगे आना चाहिए.’’
चौटाला ने कहा, ‘‘26 जनवरी (किसानों की ट्रैक्टर रैली) के बाद से करीब चार महीने हो गए हैं और इन 40 नेताओं ने हजारों लोगों को विभिन्न सीमाओं पर बैठाए रखा है. लेकिन वे वार्ता के लिए आगे नहीं आ रहे. यह दर्शाता है कि उनका इरादा कृषि को बचाना नहीं, बल्कि अपने हित साधना है.’’ वहीं अब चौटाला का यह बयान भी चर्चा में है और किसान इसपर नाराजगी जाहिर कर रहे.
आपको बता दें कि, हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी की गठबंधन साझेदार जननायक जनता पार्टी के नेता चौटाला (Dushyant chautala angry on Farmer leaders) ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वे और राज्य में अन्य छोटे दल इस (किसान) आंदोलन के जरिए अपनी राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं.
उन्होंने किसान नेताओं पर यह झूठ फैलाने का भी आरोप लगाया कि मंडी बंद हो जाएंगी और किसान त’बा’ह हो जाएंगे. उन्होंने मौजूदा फसल खरीद की जानकारी साझा की और कहा कि यह प्रक्रिया आसानी से पूरी हो गई.