उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को अभी लंबा वक्त है. लेकिन सियासी बयानबाजी काफी तेज हो चुकी है. नेताओं का पार्टी बदलने का सिलसिला भी जारी है और सभी पार्टियां जनता का दिल जीतने में लगी हैं. तो उधर भाजपा के बीच भी काफी उठा’प’टक देखने को मिल रही है. सीएम योगी और केंद्र सरकार के बीच लगातार हो रही बैठकों से चर्चाओं का बाजार गर्म है. इस बीच योगी सरकार के पूर्व मंत्री ओम प्रकाश राजभर (OP Rajbhar angry on BJP) ने बड़ा बयान देते हुए भाजपा को डूबती नाव बता डाला।
ऐसे में अब उनके इस बयान से सियासी पारा और अधिक बढ़ गया. तो उधर अन्य पार्टियां अब वोटों में भी सेंध’मा’री करती नजर आने वाली हैं. राजभर के इस बयान का चुनावों पर कितना असर देखने को मिलेगा इसके लिए तो चुनावों का इन्तजार करना पड़ेगा।
बहरहाल जब योगी और मोदी सरकार पर लगातर सवाल खड़े हो रहे हैं. जनता का गुस्सा भी काफी अधिक बढ़ा हुआ है, ऐसे में इस तरह के बयान सामने आना भाजपा को भारी नुकसान पहुंचा सकता है. सुहे लदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (OP Rajbhar angry on BJP) ने बीजेपी पर निशाना साधा है. राजभर ने अपने एक ट्वीट में लिखा, ‘भाजपा डूबती हुई नैया है, जिसको इनके रथ पर सवार होना है हो जाए पर हम सवार नहीं होंगे.
वह भाजपा पर पलटवार करते हुए कहते हैं- जब चुनाव नजदीक आता है तब इनको पिछ’ड़ों की याद आती है. जब मुख्यमंत्री बनाना होता है तो बाहर से लाकर बना देते है. हम जिन मुद्दों को लेकर समझौता किए थे, साढ़े चार साल बीत गया एक भी काम पूरा नहीं हुआ.’
यही नहीं ओमप्रकाश राजभर ने अपने दूसरे ट्वीट में कहा कि उत्तर प्रदेश में शिक्षक भर्ती में पिछ’ड़ों का हक लू’टा, पिछ’ड़ों को हिस्सेदारी न देने वाली भाजपा किस मुंह से पिछ’ड़ों के बीच में वोट मांगने आएगी. इनको सिर्फ वोट के लिए पिछ’ड़ा वर्ग याद आता है. हमने भागीदारी संकल्प मोर्चा बनाया है जो भी उत्तर प्रदेश में भाजपा को हराना चाहते हैं, हम उनसे गठबंधन करने को तैयार है.
भाजपा की पूर्व सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री राजभर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि भाजपा को उत्तर प्रदेश की सत्ता से हटाना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है.
उनका ‘भागीदारी संकल्प मोर्चा’ पंचायत अध्यक्ष पद के लिए होने वाले चुनाव में केवल उन्हीं सीटों पर चुनाव लड़ेगा, जिस पर उसके उम्मीदवार जीत की स्थिति में होंगे. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की पहल पर प्रदेश के कई क्षेत्रीय दलों ने साथ मिलकर ‘भागीदारी संकल्प मोर्चा’ बनाया था.
उधर अखिलेश भी लगातार भाजपा सरकार पर हम’लावर नजर आ रहे हैं. ऐसे में अब देखना होगा कि, आखिर मोदी और योगी सरकार उत्तर प्रदेश के चुनाव में किस रणनीति के साथ उतरती है और जनता का दिल एक बार फिर जीतने में कैसे कामयाब होगी।