एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े की मुश्किल कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. प्रभाकर सायल द्वारा वसू’ली के गं’भीर आरोप लगने के बाद नवाब मलिक भी एक एक करके बड़े खुलासे कर रहे हैं. अब तो उन्होंने जो खुलासा किया है उसने तो तहल’का ही मचा दिया है. ऐसा लग रहा है कि, अगर यह आरोप साबित हो गए तो समीर वानखेड़े की न सिर्फ नौकरी जाएगी बल्कि वो स’लाखों के पीछे भी चले जायेंगे।
जी हां एनसीपी नेता नवाब मलिक ने आज सुबह सुबह कई पन्नो का एक लेटर अपने ट्विटर पर शेयर किया जिसमे समीर पर कुल 26 आरोप हैं.
हैरान करने वाली बात यह है कि, इस लेटर को लिखने वाले व्यक्ति ने खुद को एनसीबी का कर्मचारी बताया है. इस लेटर के सामने आने के बाद अब देश में सियासी तूफ़ान सा आ गया है और समीर पर सवालों की बौ’छार हो रही है.
हालांकि समीर ने पिछले आरोपों को अब तक बेबुनियाद बताया और कहा कि, उन्हें फं’साया जा रहा. समीर के पिता उनकी पत्नी और बहन सभी उनके बचाव में आगे आ गई हैं.
लेकिन अब नवाब मलिक ने जो खुलासे किये हैं वह समीर के लिए बड़ी चिंता का सबब बन सकता है. दरअसल नवाब मलिक ने लंबा चौड़ा लेटर अपने ट्विटर पर शेयर किया है. उन्होंने दावा किया है कि, यह एनसीबी के ही एक कर्मी ने उनको भेजा है. लेटर में भी अज्ञात एनसीबी कर्मी लिखा हुआ है.
यानी नाम उजागर नहीं है लेकिन उसने समीर का पूरा कच्चा चिटठा खोलकर रख दिया है. इसमें यह खा गया है कि, आर्यन को तो फं’साया गया है और अधिकारी अपने पास से ड्र’ग्स लेकर क्रूज पर गए थे.
चिट्ठी की शुरुआत में कहा गया, “मैं एनसीबी का कर्मचारी हूं और पिछले दो सालों से मुंबई कार्यालय में कार्यरत हूं. पिछले साल जब एनसीबी को सुशांत सिंह राजपूत मामले में ड्र’ग एंगल की जांच सौंपी गई तब राजस्व खुफिया निदेशालय में काम रहे समीर वानखेड़े को एनसीबी के जोनल डायरेक्टर के पद पर जॉइन कराया गया.”
चिट्ठी में आगे समीर वानखेड़े और एनसीबी अधिकारियों पर कई बॉलीवुड सिलेब्रिटीज से पैसे मांगने और उगा’ही के आरोप लगाए गए हैं.
चिट्ठी में बड़ा आरोप लगाते हुए कहा गया है कि, यह भाजपा के इशारे पर उनके दो कार्यकर्ताओं ने समीर वानखेड़े के साथ मिली’भगत से ड्र’ग केस किया है. क्रूज पर एनसीबी के कर्मचारी सुपरिटेंडेंट विश्व विजय सिंह, जांच अधिकारी (IO) आशीष रंजन, किरण बाबू, विशावनाथ तिवारी और जूनियर इन्वेस्टिगेटिंग ऑफिसर (JIO) सुधाकर शिंदे, ओटीसी कदम, सिपाही रेड्डी, पी.डी. गोरे व विष्णु गीगा, ड्राइवर अनिल माने व समीर का निजी सचिव शरद कुमार व अन्य कर्मचारी अपने सामना में छिपा कर ड्र’ग ले गए थे व मौका पाकर लोगो के निजी समान में रखा.
व्यक्ति ने गं’भीर आरोप लगाते हुए लिखा- सगीर वानखेडे को सर्च ऑपरेशन के दौरान कोई बॉलीवुड या मॉडल या सेलेब्रिटी मिलना चाहिए तो वह उसे जबर’द’स्ती ड्र’ग अपने पास से रखकर उनका बना देता है. इस मामले में भी थे यही हुआ है.
लेटर में आगे कहा गया है- समीर पिछले एक माह से भाजपा के दोनों कार्यकर्ताओं (केपी गोसावी और मनीष भानुशाली) से संपर्क में है और क्रूज से जितने भी आदमी पकड़े गए थे, उन्हें एनसीबी ऑफिस लाया गया व सारे पंचनामे एनसीबी ऑफिस में बैठ कर बनाए गए,
कुल मिलकर इस तरह से 26 पहलु उजागर किये गए हैं जिसमे एक साल पुराने भी कई मामलों का जिक्र है. ऐसे में इस लेटर ब’म के सामने आने के बाद समीर पर नेताओं ने हम’लों का दौर और तेज कर दिया है. उधर सोशल मीडिया पर भी लोग अब समीर पर आर्यन को फं’साने का आरोप लगाते हुए अधिकारी पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे.
ऐसे में अब देखना होगा कि, आखिर इस मामले में आगे क्या होता है. साथ ही अब नवाब मलिक द्वारा लगाए गए इन आरोपों पर वह क्या जवाब देते हैं. हालांकि उनकी वाइफ और पिता मीडिया के सामने आकर समीर का खुलकर बचाव कर रहे हैं और नवाब मलिक पर झूठे आरोप लगाने की बात कही है.