गरीबों के मसीहा, जरूरतमंदों के भरोसे की उम्मीद, सुपर हीरो सोनू सूद आज हर किसी के दिल में ब’स्ते हैं. पंजाब के छोटे से गांव मोगा में जन्मे सोनू आज देश ही नहीं दुनिया भर में बड़ा नाम हैं. पिछले 2 सालों से अधिक समय से वह जिस तरह से देश की जनता की सेवा कर रहे हैं. उसने उन्हें हर एक नागरिक के दिलों में जगह दे दी है.
यही वजह है कि आज लोग उनको अपना भगवान तक मानने लगे हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि सोनू भी कभी बेहद आम से घर में रहा करते थे. लेकिन अपनी मेहनत और विश्वास के दम पर उन्होंने इतना बड़ा मुकाम हासिल किया है.
शायद यही वजह है कि उनके सामने कोई जरूरतमंद मदद मांगता है या अपनी परेशानी बताता है तो वो उनके दिल को छू जाता है. फिर सोनू उस व्यक्ति की हर संभव मदद करते हैं. आज हम आपको सोनू की मोगा से मुंबई की जर्नी के बा’रे में बताते हैं.
बचपन से ही था फिल्म में काम करने का मन
जी हां 49 वर्ष के हो चुके सोनू पंजाब के मोगा के रहने वाले हैं. उनके लिए बॉलीवुड की ड’गर बिल्कुल भी आसान नहीं थी. उन्होंने ना सिर्फ बॉलीवुड बल्कि साउथ की फिल्मों में भी काम किया है. सोनू बचपन से ही अभिनेता बनने का सपना देखते थे. लेकिन काफी सं’घर्ष के बाद उन्हें एक्टिंग की दुनिया में मौका मिला था.
छोटे से गांव मोगा से हैं सोनू
मोगा में रहने वाले सोनू सूद के पिता की कपड़े की दुकान थी, जिसका नाम मुंबई क्लॉथ हाउस था. उनके पापा का सपना था कि, अच्छा काम करके सोनू एक बड़ा आदमी बने. वहीं मां चाहती थी कि उनका बेटा बड़ा होकर प्रोफ़ेसर बने. लेकिन सोनू को तो अभिनेता बनने का शौ’क था. 12वीं पास करने के बाद B tech करने के लिए नागपुर पहुंचे. यहां उन्होंने इले’क्ट्रॉनिक्स इंजीनियर की, लेकिन अभिनेता बनने का जूनू’न भी उनके सिर से नहीं उतरा था.
बेटे पर भरोसा किया और मुंबई जाने की मां ने इजाजत दे दी. मुंबई पहुंचने के बाद सोनू एक फ्लैट में पांच से छह लोगों के साथ रहने लगे. कई जगह काम के लिए ऑडिशन देने गए. लेकिन हर जगह से असफलता (Sonu sood Sucess story) हाथ लगी. क’ड़ी मेहनत के बाद सोनू को कॉल आया कि साउथ इंडियन फिल्म के लिए उन्हें सिलेक्ट कर लिया गया है. जिसके बाद सोनू वहां पर ऑडिशन देने के लिए पहुंचे.
सोनू का पहला ऑडिशन
पहले ऑडिशन में डायरेक्टर ने उनसे उनकी शर्ट उतारने के लिए कहा. उन्होंने जैसे ही शर्ट उतारी उनकी बॉ’डी देखकर डायरेक्टर और प्रोड्यूसर ने उनकी काफी ज्यादा तारीफ की. इसके बाद सोनू उस रोल के लिए सेलेक्ट कर लिए गए.
साउथ इंडियन फिल्म में उन्हें फिर रोल मिल गया इसके बाद उन्होंने टॉलीवुड बॉलीवुड और क’न्नड़ फिल्मों में काम किया. इसके बाद सोनू को साल 2001 में पहली बा’र फिल्म ‘Shahe’ed E Azam’ में रोल ऑफर हुआ.
इस फिल्म में उनके किरदार को इतना पसंद किया गया कि फिर एक के बाद एक रोल उनको मिलने लगे. फिर क्या था सोनू ने इसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और वह आज बड़े सुपरस्टर हैं.
सोनू सूद की वाईफ का नाम
आपको बता दें कि, सोनू सूद को उनके ही कॉलेज में पढ़ने वाली सोनाली से प्यार हो गया था. ऐसे में दोनों का रिश्ता लंबा चला फिर 1996 में ये कपल शादी के बंधन में बंध गया. अब कपल के 2 बच्चे हैं. उनकी वाइफ लाइमलाइट से दूर रहना ही पसंद करती हैं इसलिए कम ही Media कैमरे में नजर आती हैं.
ऐसे बने देश के सुपर हीरो
वहीं फिल्मों में विलेन का रोल करने वाले सोनू आज दुनिया भर में सुपरहीरो और रियल हीरो के रूप में जाने जाते हैं. यह सिलसिला शुरू हुआ था लॉ’क डाउन से जिसके बाद से आज तक उनका यह सेवा भाव और नेक कार्य जारी है. उन्होंने हजारों लोगों को अपने घर तक पहुंचने में मदद की.
यही नहीं प्र’वा’सी मजदूरों की मदद के बाद सोनू ने कई लोगों का इ’ला’ज करवाया, गरीब घर की लड़कियों की शादी करवाने जैसे नेक काम किए. ये सब उन्होंने तब किया जब हर व्यक्ति परेशान था.
वहीं आज भी हजारों लोग उनसे मदद मांगते हैं और घर के बाहर रोजाना पहुंच कर अपनी परेशानी बताते हैं. सोनू भी बिना किसी को निराश किये हर व्यक्ति की पूरी मदद करने की कोशिश करते हैं.
स्टूडेंट को IAS की तैयारी कराने से लेकर जरूरतमंद लोगों को ई रिक्शा, ट्रैक्टर और अन्य रोजगार के माध्यम मुहैया कराते हैं, ऐसे में आज सोनू एक भरोसे का नाम बन चुके हैं जिनको देश की जनता सुपर हीरो और मसीहा की उपाधि दी है.