खिलाड़ी और रोमियो एन्ड जूलियट जैसे फिल्मों में काम कर चुकी अभिनेत्री सुभद्रा ने भाजपा छोड़ दी है. जी हां साल 2013 में पार्टी के काम से प्रभावित होकर भाजपा ज्वॉइन करने वाली अभिनेत्री (subhadra left BJP) ने आज पार्टी छोड़ दी और इसके पीछे कपिल को कारण बताया है. ऐसे में अब अभिनेत्री के पार्टी छोड़े जाने से ज्यादा उनके कारण को लेकर हंगामा मच गया है.
जाहिर है हाल ही में राजधानी दिल्ली के उत्तर पूर्वी इलाके में CAA को लेकर हुए हंगामे के बाद लोग कपिल मिश्रा पर नाराजगी जाहिर कर रहे थे. कपिल पर लोगों को भड़काने और उकसाने का आरोप लगा था. वहीं अब अभिनेत्री सुभद्रा (Subhadra left BJP) ने ऐसे नताओं को कारण बताते हुए पार्टी से दूर होने का फैसला ले लिया।
पार्टी अपने नताओं पर ही कार्रवाई नहीं कर पा रही मुझे ऐसी पार्टी में नहीं रहना
सुभद्रा कहती हैं देखिए दिल्ली में क्या हो रहा है और कितना हंगामा देखने को मिला। लेकिन पार्टी के नेता कपिल मिश्रा और अनुराग ठाकुर जैसे लोग गलत बयानबाजी करते हैं और लोगों को उकसाने का काम करते हैं. पर अभी तक इन नेताओं पर कार्रवाई नहीं की गई. ऐसे में मुझे लगा कि, अब मुझे पार्टी छोड़ देनी चाहिए. यहां पर अपने ही नेताओं पर कार्रवाई करने के लिए सोच विचार किया जा रहा है, तो मैं ऐसी पार्टी से दूर रहना चाहूंगी जहां कपिल मिश्रा और अनुराग ठाकुर जैसे लोग हों.
पार्टी के काम से प्रभावित होकर ज्वाइन की थी पार्टी
एक तरफ जहां दिल्ली में हुए बवाल के बाद देश भर में हंगाम देखने को मिल रहा है. वहीं कपिल मिश्रा जैसे भाजपा नेताओं की बयानबाजी को लेकर उनकी लोग आलोचना कर रहे हैं. इसी बीच अब एक अभिनेत्री ने कपिल मिश्रा पर आरोप मढ़ते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, 2013 में भाजपा (BJP) में शामिल हुई एक मशहूर एक्ट्रेस ने पार्टी छोड़ दी है. सुभद्रा मुखर्जी नाम की इस एक्ट्रेस ने कई फिल्मों और टीवी सीरियल्स जैसे बोऊ कोथा कोऊ, सधारन मेये, खिलाड़ी, रोमियो एंड जूलियट में काम किया है. उन्होंने अपने इस फैसले के बारे में कहा कि यह काफी इंतजार करने के बाद उठाया गया कदम है.
पार्टी छोड़ने के पीछे सुभद्रा ने जो कारण बताया है उसकी काफी चर्चा हो रही है और लोग बेहद हैरान हैं. बताया जा रहा है कि, मुखर्जी ने कहा-मैंने 2013 में बीजेपी ज्वाइन की थी और मुझे पार्टी के काम ने प्रभावित किया था. लेकिन पिछले कुछ सालों में, मैंने गौर किया कि कुछ चीजें ठीक नहीं हो रही हैं. मैंने महसूस किया कि लोगों से धर्म के आधार पर घृणा करना और उनके लिए राय बनाना भाजपा की विचारधारा पर हावी हो रहा है.