मिमिक्री आर्टिस्ट और कॉमेडियन श्याम रंगीला इन दिनों जबरदस्त चर्चा में बने हुए हैं. उन्होंने वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का एलान किया था. इसके बाद वह अपना नामांकन भरने के लिए वाराणसी चुनाव आयोग कार्ययालय और डीएम ऑफिस गए. दो दिन बाद किसी तरह वह नॉमिनेशन कर पाए थे लें फिर यह रिजेक्ट कर दिया गया. अब उन्होने दुःख जाहिर करते हुए आयोग पर सवाल उठाये और यह मुद्दा देश भर में चर्चा में आ गया.
श्याम रंगीला ने कहा- लोकतंत्र में अधिकार की हत्या कर दी गई
मशहूर कॉमेडियन और पीएम मोदी की मिमिक्री करने वाले श्याम का नॉमिनेशन रद्द कर दिया गया है. वह चुनाव अब नहीं लड़ पाएंगे. इस मामले के बाद वह दुखी हैं और उन्होंने चुनाव आयोग पर काफी गुस्सा जाहिर किया है. साथ ही चुनाव लड़ने के अधिकार की हत्या करने का आरोप लगाया.
आयोग द्वारा सोच-समझ कर मेरे व मेरे साथ साथ बाक़ी 24-25 प्रत्याशियों के साथ भी छल किया गया है, लोकतंत्र में सामान्य नागरिक के चुनाव लड़ने के अधिकार की हत्या कर दी गई है,
कुछ लोग है जो मुझ पर उँगली उठा रहे है उनको कहूँगा कि आप हिम्मत करिए और जाइए, बाक़ी प्रत्याशियों से बात कीजिए… pic.twitter.com/thytWoFOGo— Shyam Rangeela (@ShyamRangeela) May 16, 2024
जाहिर है श्याम वाराणसी से चुनाव लड़ना चाहते थे. उन्होंने काफी मशक्त के बाद नॉमिनेशन भरा था जिसे आयोग ने रिजेक्ट कर दिया. इसके बाद उन्होंने कुछ पोस्ट और एक वीडियो जारी कर दुःख जताया है. श्याम ने लिखा- आयोग द्वारा सोच-समझ कर मेरे व मेरे साथ साथ बाक़ी 24-25 प्रत्याशियों के साथ भी छल किया गया है.
नॉमिनेशन के पीछे का कारण जो चुनाव आयोग कार्यालय से आपको दिखा रहें है उसकी भी सच्चाई आपके सामने रख रहा हूँ,
लोकतंत्र में उन्हीं को लड़ने का अधिकार है जिन्हें आयोग चुनेगा 🙏🏽💔 pic.twitter.com/aBFK6Zejry— Shyam Rangeela (@ShyamRangeela) May 15, 2024
श्याम ने आगे लिखा- लोकतंत्र में सामान्य नागरिक के चुनाव लड़ने के अधिकार की हत्या कर दी गई है, कुछ लोग है जो मुझ पर उँगली उठा रहे है उनको कहूँगा कि आप हिम्मत करिए और जाइए, बाक़ी प्रत्याशियों से बात कीजिए,. उनका यह ट्वीट हर तरफ वायरल हो गया है और लोग जमकर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे. यही नहीं श्याम ने एक पांच मिनट का वीडियो जारी कर पूरा मामला भी बताया और क्या हुआ वो सब खुलासा किया है.