लॉक डाउन के बाद से परेशानी का सामना कर रहे प्रवासी मजदूरों (Sonu sood help Migrants) के लिए सोनू फरिश्ता बनकर आये. आज इन लोगों के चेहरे पर जो ख़ुशी दिखाई दे रही है तो उसके पीछे सिर्फ और सिर्फ सोनू ही हैं. वह लगातार सभी मजदूरों को घर पहुंचाने का काम कर रहे हैं और मजदूर घर पहुंचने के बाद लोगों की जमकर सराहना कर रहे हैं. इसी बीच सोनू ने कहा कि, इन लोगों की मदद करके मुझे इतनी ख़ुशी मिली है जितनी मुझे फ़िल्में करके अब तक नहीं मिली थी.
100 फ़िल्में करके मुझे उतनी ख़ुशी नहीं मिली जितना इनकी मदद करके मिली
12000 हजार से अधिक प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचा चुके सोनू (Sonu sood sent migrants to Home) निरंतर अपना कार्य जारी रखे हुए हैं. वह न सिर्फ मुंबई में फंसे लोगों की मदद कर रहे हैं. बल्कि अन्य राज्यों और शहरो के लोगों तक भी मदद पहुंचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. इसी बीच अब हाल ही में उन्होंने इन लोगों की मदद करने पर अपनी ख़ुशी व्यक्त की. दरअसल हाल ही में पत्रकार बरखा दत्त के साथ उन्होंने एक लाइव इंटरव्यू दिया जिसमे उनसे पूछा गया कि, इन लोगों की मदद करने का फैसला आपने कैसे लिया। तो वह कहते हैं कि, मैं लगातार इन लोगों की परेशानी को देख रहे थे और उनसे यह सब देखा न गया. इसके बाद उन्होंने घर छोड़ो मुहीम शुरू की और लोगों को घर भेजने का काम कर रहे हैं.
इंटरव्यू देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें: https://twitter.com/BDUTT/status/1265313313916743681
इस दौरान बातचीत में उन्होंने कहा कि, आज मैं बहुत गर्व और ख़ुशी से अभिभूत हूँ. जब मैं इन लोगों की घर पर परिवार के साथ खाना खाते हुए तस्वीर देखता हूं तो काफी ख़ुशी मिलती है. वह कहते हैं कि, मुझे 100 फ़िल्में करके वो ख़ुशी नहीं मिली जो इनकी मदद करके मिली है. वह अपनी बात को बढ़ाते हुए कहते हैं कि, इनकी मदद करके मुझे ऐसा लग रहा है कि, मोक्ष प्राप्त हो गया।