एक तरफ जहां सभी नेता उत्तर प्रदेश के चुनाव को लेकर तैयारियों में जुटे हैं. तो उधर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष (Delhi BJP Chief Adesh Gupta) ने सीएम केजरीवाल पर एक बड़ा आरोप लगाया है. दरअसल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने केजरीवाल पर आरोप लगाया है कि, वह खुद को आम आदमी कहना का सिर्फ ढों’ग करते हैं. असल में वह जनता के पैसों को अपने बंगले को आलीशान बनाने पर खर्च कर रहे हैं. इस खुलासे और आरोप के बाद से दिल्ली में सियासी हल’चल भी तेज हो गई है.
भाजपा ने आरोप लगाया है कि सीएम हाउस को आलीशान बनाने के लिए करोड़ों रुपये गैर-जरूरी खर्च किए जा रहे हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने इसका विरोध करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्लीवासियों सेवा करने के बजाय अपने सरकारी आवास पर विला’सता और सुख सुविधाएं बढ़ाने में जुटे हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता (Adesh Gupta angry on Kejriwal) ने कहा कि एक तरफ दिल्ली के लोग स्वास्थ्य सेवाएं और पीने के साफ पानी के लिए तर’स रहे हैं, दूसरी तरफ मुख्यमंत्री आवास पर नौ करोड़ रुपये से अधिक खर्च सुख-सुविधाओं के लिए जा रहा है। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के बाद केजरीवाल हर वो काम कर रहे हैं जिसका पहले वे विरोध करते थे।
दिल्ली भाजपा और आदेश गुप्ता ने भी अपने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर कर निशाना साधा, आदेश गुप्ता ने अपने कुछ ट्वीट्स में लिखा- आज आम आदमी के लिए मुख्यमंत्री केजरीवाल के दरवाजे बंद हो गए हैं और अपने महल को ठीक कराने के नाम पर जनता की कमाई के 10 Cr से ज्यादा खर्च कर चुके हैं मुख्यमंत्री।
उन्होंने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा- खुद को आम आदमी कहने का ढों’ग करने वाले मुख्यमंत्री केजरीवाल अब पूरी तरह से ख़ास आदमी बन चुके हैं। ऐसे में अब इस आरोप को लेकर सियासी पारा बढ़ गया है. हालांकि अभी इन आरो’पों पर केजरीवाल की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
वीडियो देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें: https://twitter.com/adeshguptabjp/status/1405859792833237000
भाजपा ने गरीबों को राशन नहीं देने का लगाया आरोप
दिल्ली में गरीबों को राशन नहीं दिया जा रहा है। एक देश एक राशन कार्ड लागू नहीं किया जा रहा है। श’राब की होम डिलीवरी शुरू कर दी गई। वहीं, भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी नवीन कुमार ने मुख्यमंत्री आवास के बाहर जाकर वीडियो संदेश ट्वीट कर कहा कि सवाल दिल्ली की जनता के पैसों की ब’र्बा’दी का है।
राम मंदिर पर सवाल उठाने वाले अपने आवास पर करोड़ों रुपये खर्च कर रहे हैं। मुख्यमंत्री को इस बारे में जनता को जवाब देना चाहिए। इस सं’बं’ध में दिल्ली सरकार का पक्ष जानने का प्रयास किया गया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।