कृषि बिल के खिलाफ किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. किसान अपनी मांगों को लेकर सरकार से लगातर अपील कर रहे हैं और कोई बात न बन पाने से अब किसानों ने आंदोलन को और तजे करने की बात कह दी है. सरकार और किसानों के बीच टक’राव भी बढ़ता जा रहा है. वहीं अब किसानों के समर्थन में अन्ना हजारे खुलकर उतर आये हैं. जी हां ताजा खबर सामने आई है कि, अन्ना हजारे (Anna Hazare Do Jan Andolan for Farmers) ने मोदी सरकार को चेतावनी दी है, अगर किसानों की मांगें पूरी नहीं हुई तो वह जन आंदोलन शुरू करेंगे।
जाहिर है बीते दिन किसनों द्वारा बुलाये गए भारत बंद के समय भी अन्ना हजारे ने किसानों के लिए एक दिन का अनशन रखा था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि, दिल्ली के साथ ही देश भर में आंदोलन करने की जरुरत है. सरकार ऐसे नहीं सुनने वाली है. वहीं अब वह खुलकर समर्थन में उतर आये हैं और उन्होंने जन आंदोलन करने की चेता’वनी दे दी है.
किसानों के लिए आंदोलन शुरू करेंगे अन्ना हजारे
जी हां अन्ना हजारे अब किसानों के समर्थन में खुलकर उतर आये हैं. उन्होंने केंद्र सरकार को चेता’वनी दी कि अगर किसानों की मांगें अनसुनी रहती है तो वह ‘जन आंदोलन’ की शुरुआत करेंगे। किसानों के समर्थन में अन्ना हजारे ने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार को ‘लोकपाल आंदोलन’ के दौरान हिला दिया गया था। मैं इन किसानों के विरो’ध को उसी तर्ज पर देखता हूं। अन्ना ने आगे कहा कि किसानों द्वारा किए गए भारत बंद के दिन मैंने रालेगण-सिद्धि में अपने गाँव में एक दिन का उपवास किया था। किसानों की मांगो पर मेरा पूरा समर्थन है।
उन्होंने (Anna Hazare do Jan andolan for Farmers) कहा कि अगर सरकार किसानों की मांगों को नहीं मानती है, तो मैं एक बार फिर ‘जन आंदोलन’ के लिए बैठूंगा, जो लोकपाल आंदोलन के समान ही होगा। बता दें कि पिछले कुछ महीनों में मुख्य रूप से पंजाब के हजारों किसान तीन नए कृषि कानूनों का विरो’ध कर रहे हैं, जो उन्हें लगता है कि निजी क्षेत्र द्वारा उनकी फसलों को कम कीमतों पर खरीदने के लिए उनका शो’षण किया जा सकता है।
किसानों का आंदोलन होगा और तेज
बता दें कि कृषि कानूनों के विरो’ध में किसान 14 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर डेरा डाले हैं. सरकार और किसानों के बीच अब तक पांच दौर की वार्ता हो चुकी है. सभी बातचीत बेनतीजा रही. आज छठे दौर की वार्ता होनी थी, लेकिन उससे पहले गृह मंत्री अमित शाह की किसान नेताओं से मुलाकात हुई. ये बातचीत भी बेनतीजा रही. जिसके बाद किसान नेताओं ने आज होने वाली वार्ता को स्थगित करने की बात कही थी. सरकार द्वारा भेजे गए प्रस्ताव को भी किसानों ने ख़ा’रिज कर दिया है और अब वह देश भर में प्रद’र्शन तेज करने का एलान कर चुके हैं. किसानों ने कहा है कि, वह भाजपा नेताओं का घे’रा’व करेंगे, हाइवे ब्लॉक करेंगे।
कल की बैठक में तय हुआ था कि सरकार किसानों को लिखित में प्रस्ताव भेजेगी. सरकार की ओर से इसे आज भेजा गया, लेकिन किसानों को ये पसंद नहीं आया. बता दें कि सरकार जहां कृषि कानूनों को वापस ना लेने पर अड़ी है तो किसान कृषि कानून को र’द्द किए जाने की मांग पर अडिग हैं.
रिलायंस मॉल और JIO का बहिष्कार करेंगे किसान
मोदी सरकार के प्रस्ताव को किसानों ने ख़ा’रिज कर दिया और आंदोलन और तेज होने वाला है. दरअसल, किसान नेताओं ने कहा कि हमें जो प्रस्ताव मिला है उसे हम पूरी तरह से र’द्द करते हैं. यही नहीं किसानों ने अब बड़ा प्रद’र्शन करने का एलान कर दिया है.
साथ ही अब किसान रिलायंस के खिलाफ खुलकर सामने आ गए हैं. उन्होंने कहा- हम रिलायंस सारे मॉल्स का बहि’ष्कार करेंगे. साथ ही 14 तारीख को ज़िला मुख्यालयों को घे’रेंगे. पूरे देश में विरो’ध प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने कहा कि 12 दिसंबर को जयपुर- दिल्ली हाईवे को रोकेंगे.
14 दिसंबर को पूरे देश में प्रदर्शन करेंगे किसान
किसानों ने कहा कि वे 14 दिसंबर को पूरे देश में विरो’ध प्रदर्शन करेंगे. वे 12 दिसंबर को पूरे देश के टोल प्लाज़ा जाम कर देंगे. इसी दिन दिल्ली-जयपुर हाईवे को बंद करेंगे. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हाईवे इससे पहले भी बंद किया जा सकता है. किसान संगठन के नेता डॉ दर्शनपाल ने कहा कि हम रिलायंस के सारे मॉलों का बहि’ष्कार करेंगे.
जाहिर है किसानों का आंदोलन पिछले काफी समय से जारी है. वह लगातार यह मांग कर रहे हैं कि, कानून वापस लिए जाएं। ऐसा न करने पर उनका आंदोलन जारी रहेगा और अब प्रदर्शन और तेज होगा। किसान अब हाइवे ब्लॉक करेंगे और साथ ही प्रशासन के कार्ययालयों का घेराव करेंगे।
राहुल गांधी बोले- कृषि कानून वापस हो
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को किसानों की मांग पर गं’भी’रता से विचार करते हुए मौजूदा कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए। देश का किसान समझ गया है कि मोदी सरकार ने उन्हें धो’खा दिया है और अब वो पीछे नहीं हटने वाला क्योंकि वो जानता है कि अगर आज समझौता कर लिया तो उसका भविष्य नहीं बचेगा। किसान हिंदुस्तान है! हम सब किसान के साथ हैं, डटे रहिए।
जाहिर है किसानों की यही मांग है कि, कृषि कानूनों को वापस लिया जाए. साथ ही एमएसपी पर भी एक कानून लाया जाए, लेकिन सरकार कानूनों को वापस लेने की बात से इंकार कर रही है. इस वजह से अब किसानों और सरकार के बीच टक’राव की स्थिति बन गई है.