राम नगरी अयोध्या में प्रभु श्री राम के मंदिर का निर्माण कार्य जारी है. देश भर के लोगों को उस दिन का बेसब्री से इन्तजार है जब यह बनकर तैयार हो जायेगा और लोग दर्शन के लिए पहुंच सकेंगे। इधर लोग अभी से तैयारी भी कर रहे हैं. नेताओं की तरफ से इसको लेकर बयानबाजी भी खूब हो रही है. इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने आज विधानसभा के बजट सत्र के दौरान उप- राज्यपाल के अभिभाषण पर वक्तव्य देते हुए कहा कि दिल्ली सरकार राम राज्य की अवधारणा पर तैयार 10 बिंदुओं पर काम कर रही है.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर के निर्माण पूरा होने के बाद दिल्ली के बुजुर्गों को दिल्ली सरकार प्रभु श्री राम के भव्य मंदिर का दर्शन करवाएगी. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्वयं को प्रभु श्री राम के अनन्य भक्त हनुमान जी का परम भक्त बताया. उन्होंने कहा कि वह हनुमान जी के भक्त हैं और हनुमान जी प्रभु श्री राम के अनन्य भक्त हैं.
केजरीवाल का यह बयान अब काफी सुर्ख़ियों में बना हुआ है और लोग इसपर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. विधानसभा में वक्तव्य देते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भगवान श्री राम सभी के आराध्य हैं. मैं हनुमान जी का भक्त हूं. हनुमान जी श्री रामचंद्र जी के भक्त हैं. सनातन में मैं दोनों का भक्त हूं.
प्रभु श्री राम अयोध्या के राजा थे. उनके शासनकाल में सब कुछ बहुत अच्छा था. सब खुशी थे. किसी प्रकार का कोई दुःख नहीं था. हर प्रकार की सुविधा थी. इसलिए उसे रामराज्य (Ram Rajya) कहा गया.
बयान सुनने के लिए लिंक पर क्लिक करें: https://twitter.com/ArvindKejriwal/status/1369632451329368069
केजरीवाल आगे कहते हैं- राम राज्य से एक अवधारणा है रामचंद्र जी भगवान थे. हम उनके सामने एक विचित्र प्राणी है. हम इतना भी नहीं कर सकते. लेकिन उनसे प्रेरणा लेकर हम अगर उनके राम राज्य की अवधारणा के रास्ते पर चलकर अगर एक सार्थक कोशिश भी कर सकें तो हमारा जीवन धन्य हो जाएगा.
इस सदन के अंदर बैठे हुए सभी सदस्यों का होना भी सार्थक हो जाएगा. प्रभु श्रीराम से प्रेरणा लेकर दिल्ली के अंदर पूरी साफ-सुथरे नियत से कार्य करने के लिए पिछले 6 साल से हम प्रयास कर रहे हैं. 10 मुख्य बिंदु व सिद्धांत बनाए हैं. राम राज्य की अवधारणा से प्रेरणा लेंगे.
उन्होंने बताया कि दिल्ली के अंदर कोई भी भूखा ना सोए. इसके लिए अलग-अलग किस्म के प्रयास किए जा रहे हैं. शांति हो रही हो या महा’मा’री आ जाए, तब भी कोई भूखा ना सोए. ऐसी तमाम योजना बनाई जाती है.