14 दिनों से किसानों का आंदोलन जारी है और अब और तेज होने वाला है. दरअसल सरकार द्वारा दिए गए प्रस्ताव को किसान नेताओं ने स्वीकार करने से इंकार कर दिया है और अब उन्होंने हाइइवे और भाजपा नेताओं के घे’राव का एलान कर दिया है. इसी बीच अब भाजपा के चर्चित नेता और कैलाश विजय वर्गीय (BJP Leadar Kailash on Kisan andolan) ने बड़ा बयान दे दिया है. दरअसल विजयवर्गीय ने किसान आंदोलन को लेकर ऐसी बात कह दी है जिसके बाद सियासी हल’चल तेज हो सकती है. कैलाश ने कहा- किसान आंदोलन में 90 फीसद लोग तो किसान हैं ही नहीं।
जाहिर है दिल्ली के बॉर्डर पर डेरा डेल बैठे किसान लगातार सरकार से कृषि बिल को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. ऐसा न होने पर अब किसानों ने अपने आंदोलन को और तेज करने की बात कही है. यही नहीं अब किसानों ने अम्बानी की कंपनी रिलायंस और JIO को भी निशाने पर ले लिया और इनके प्रोडक्ट्स का पूर्ण बहि’ष्कार करने का फैसला ले लिया।
किसान आंदोलन में बैठे 90 फीसद लोग किसान ही नहीं हैं- विजयवर्गीय
भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय (BJP Leader Kailash on Kisan andolan) ने देशभर में चल रहे किसान आंदोलन पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि, देश में जो किसान आंदोलन चल रहा उसमें मुझे लगता है कि 90 प्रतिशत किसान हैं ही नहीं, सिर्फ 10 प्रतिशत ही किसान आंदोलन में सम्मिलित हैं। बल्कि इस आंदोलन को जो ताकतें सपोर्ट कर रही है, वो इस देश के लिए आलार्मी है। देश की जनता को समझना चाहिए कि किसानों के नाम पर राजनीति कौन कर रहा है!
विदेशों के राष्ट्रपतियों के समर्थन करने पर विजयवर्गीय ने सवाल उठाये कि उन्होंने क्यों समर्थन किया इसकी तह तक जाना चाहिये। ब्रिटेन में भारतीय दूतावास के सामने किसान आंदोलन का समर्थन किया। ये कौन लोग इनकी तह में जाना चाहिए और समझना चाहिये कि किसानों के नाम पर राजनीति कौन कर रहा है।
कैलाश बोले- इससे अच्छा बिल तो हो ही नहीं सकता
अपनी बात को बढ़ाते हुए उन्होंने आगे कहा कि इससे अच्छा बिल हो ही नही सकता है। ये किसानों की समृद्धि का बिल है, गांवों की उन्नति का बिल है। उनकी आमदनी को दुगुना करने वाला बिल है। वहीं उन्होंने कांग्रेस को घे’रते हुए कहा कि बिल के अंदर जो प्रावधान हैं, उन्हें कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में शामिल किया था पर किसानों ने कांग्रेस पर विश्वास नही किया और मोदी जी ने उन सब प्रावधानों को लागू कर दिया तो कांग्रेस को लगता है कि उनके हाथ का हथि’यार भी छी’न लिया है। किसानों को बिल के बारे में सोचना चाहिए।
रिलायंस मॉल और जिओ का बहि’ष्कार करेंगे किसान
मोदी सरकार के प्रस्ताव किसानों को मंजूर नहीं हैं. अब किसानों का आंदोलन और तेज होने वाला है. दरअसल, किसानों ने आज प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा कि हमें जो प्रस्ताव मिला है उसे हम पूरी तरह से र’द्द करते हैं. यही नहीं किसानों ने अब बड़ा प्रदर्शन करने का एलान कर दिया है. साथ ही अब किसान रिलायंस के खिलाफ खुलकर सामने आ गए हैं.
उन्होंने कहा- हम रिलायंस सारे मॉल्स का बहि’ष्कार करेंगे. साथ ही 14 तारीख को ज़िला मुख्यालयों को घे’रेंगे. पूरे देश में विरो’ध प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने कहा कि 12 दिसंबर को जयपुर- दिल्ली हाईवे को रोकेंगे.
14 दिसंबर को पूरे देश में प्रदर्शन करेंगे किसान
किसानों ने कहा कि वे 14 दिसंबर को पूरे देश में विरो’ध प्रदर्शन करेंगे. वे 12 दिसंबर को पूरे देश के टोल प्लाज़ा जाम कर देंगे. इसी दिन दिल्ली-जयपुर हाईवे को बंद करेंगे. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हाईवे इससे पहले भी बंद किया जा सकता है. किसान संगठन के नेता डॉ दर्शनपाल ने कहा कि हम रिलायंस के सारे मॉलों का बहि’ष्कार करेंगे.
जाहिर है किसानों का आंदोलन पिछले काफी समय से जारी है. वह लगातार यह मांग कर रहे हैं कि, कानून वापस लिए जाएं। ऐसा न करने पर उनका आंदोलन जारी रहेगा और अब प्रदर्शन और तेज होगा। किसान अब हाइवे ब्लॉक करेंगे और साथ ही प्रशासन के कार्ययालयों का घे’रा’व करेंगे।
भारत बंद के दौरान भी देश भर में किसानों ने दिखाई अपनी ताकत
जाहिर है दिल्ली के बॉर्डर पर लाखों किसान अपने ट्रैक्टर ट्रॉलियों के साथ सर्द रात में हायवे पर डेट हुए हैं. किसानों की यही मांग है कि, कृषि बिल वापस लिए जाएं। ऐसा करने के साथ ही वह अपने-अपने घरों को लौट जायेंगे। वहीं सरकार लगातार उनको आश्वासन दिला रही है. ऐसे में अब देखना होगा कि, आखिर यह आंदोलन किस मोड़ पर जाकर रुकता है और आखिर आगे इसका क्या असर देखने को मिलने वाला है.
किसानों ने भारत बंद का भी एलान किया और 8 तारीख को देश भर से लोग किसानों के साथ जुड़े। अलग-अलग शहरों से विरो’ध की तस्वीरें देखने को मिली और बंद का मिला जुला असर देखने को मिला।