BJP नेता का बेतुका बयान! कहा-किसान बॉर्डर पर बैठकर बिरयानी खा रहे और बर्ड फ्लू फैला रहे हैं!

कृषि कानून को लेकर किसानों का आंदोलन लम्बे समय से जारी है. सरकार के साथ कई दौर की वार्ता होने के बाद अभी सहमति नहीं बन सकी है. वहीं किसानों ने भी साफ कर दिया है कि, वह कानून वापसी न होने तक घर वापसी नहीं करने वाले हैं. इधर आंदोलन को लेकर सियासी बयानबाजी भी काफी देखने को मिल रही है. इसी बीच एक भाजपा नेता ने काफी बेतुका बयान दे दिया है जो अब काफी चर्चा में है. दरअसल भाजपा विधायक मदन दिलावर (BJP MLA Madan Dilawar) ने विवा’दित बयान दिया और कहा कि ‘कुछ तथाकथित किसान कृषि कानून का विरो’ध कर आंदोलन कर रहे हैं.

ये तथाकथित किसान किसी भी आंदोलन में भाग नहीं ले रहे हैं बल्कि खाली समय में यहां बैठकर चिकन बिरयानी और ड्राई फ्रूट्स का आनंद ले रहे हैं. ये सब इनकी बर्ड फ्लू फैलाने की सा’जिश है.

अगर सरकार किसानों को नहीं हटाती तो बर्ड फ्लू फैलेगा

रिपोर्ट्स के मुताबिक, भाजपा विधायक मदन दिलावर ने आगे कहा कि ‘किसानों के बीच आ’तंक’वादी, लु’टेरे और चोर हो सकते हैं और वे किसानों के दु’श्मन भी हो सकते हैं. ये सभी लोग देश को ब’र्बा’द करना चाहते हैं. अगर सरकार उन्हें आंदोलन स्थलों से नहीं हटाती है, तो बर्ड फ्लू एक बड़ी समस्या बन सकता है.’

अगर सरकार किसानों को नहीं हटाती तो बर्ड फ्लू फैलेगा

बता दें कि दिल्ली में डेढ़ महीने से अपनी मांगों के समर्थन में आंदोलन कर रहे किसानों के साथ केंद्र सरकार लगातार वार्ता कर समस्या को सुलझाने का प्रयास कर रही है. इस बीच भाजपा नेता मदन दिलावर का यह विवा’दित बयान राजनीतिक विवा’द को हवा देने वाला है. मदन दिलावर का यह बयान सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रहा है.

नेताजी का बयान सुनने के लिए लिंक पर क्लिक करें: https://twitter.com/thefirstindia/status/1347808839630950400

किसान नेताओं ने की है बयान की निंदा

भाजपा के प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर के बयान की किसान नेताओं ने कड़े शब्दों में निंदा की है. इन नेताओं ने मदन दिलावर पर सांप्र’दायिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप भी लगाया है. अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष दुलीचंद बोरदा ने मदन दिलावर द्वारा दिए गए बयान पर पलटवार किया है.

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बोरदा ने कहा कि मदन दिलावर और भाजपा के नेता किसान आंदोलन को शुरू से ही बद’नाम करने की कोशिश कर रहे हैं. अलोकतांत्रिक तरीके के बयानबाजी करके किसान आंदोलन को खत्म करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन आंदोलन पर भाजपा नेताओं की बयानबाजी का असर पड़ने वाला नहीं है.

26 जनवरी को राजपथ पर निकालेंगे ट्रैक्टर रैली

जाहिर है इससे पहले किसानों ने कुंडली मानेसर हाईवे पर ट्रैक्टर मार्च निकाला था. जिसमें हजारों की संख्या में ट्रैक्टर मौजूद थे. इस ट्रैक्टर मार्च के जरिए किसानों की कोशिश शक्ति प्रदर्शन करने की थी जिससे सरकार पर दबाव बनाय जा सके.

लेकिन ट्रैक्टर रैली के बाद भी किसानों और सरकार के बीच हुई वार्ता में कोई हल नहीं निकला. किसान अपना आंदोलन और मजबूत करने की बात कर रहे हैं. किसान अड़े हुए हैं कि सरकार अगर तीनों कानून वापस नहीं लेगी तो फिर उनका यह ट्रैक्टर मार्च 26 जनवरी को दिल्ली में निकलेगा. साथ ही किसान नेता यह भी बार बार कह रहे हैं कि, सरकार कानून वापसी नहीं करती है तो वह घर वापसी भी नहीं करने वाले हैं. साथ ही उन लोगों ने अब अपना आंदोलन कई सालों तक भी चलाने का मन बना लिया है.

किसान बना रहे 2024 तक प्रदर्शन का प्लान

करीब डेढ़ महीने से अधिक का समय हो गया और लाखों किसान सिंघू बॉर्डर पर डटे हुए हैं. वहीं किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने पत्रकारों संग बातचीत में कहा कि हम तो मई 2024 तक आंदोलन करने का रोड मैप बना रहे हैं. हम ऐसी प्लानिंग कर रहे हैं ताकि खेती भी चलती रहेगी और आंदोलन भी चलता रहेगा. उन्होंने आगे कहा कि किसानों ने सरकार से कह दिया है हमें ये कानून नहीं चाहिए, आप कानून खत्म करें.

2024 तक आंदोलन करने के लिए तैयार हैं किसान बोले टिकैत

ऐसे में अब यह तो साफ है कि, किसान कृषि कानूनों को वापस कराने के बाद ही घर वापसी करेंगे। यह बात सिंघु बॉर्डर पर डटे हजारों किसान बार बार दोहरा रहे हैं. दिल्ली की इस भी’षण ठंड और बारिश में भी किसानों के हौसले डिगे नहीं है और वह सड़क किनारे टेंट और ट्रॉलियों में सो रहे हैं. महिलाएं, बुजुर्ग बच्चे जवान सभी दिल्ली के बॉर्डर्स पर डटे हुए हैं.

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