बॉलीवुड फिल्मों से लेकर पार्टी या कोई भी इवेंट हर जगह पंजाबी गानों की धूम देखने को मिल रही है. तो इसी बीच अब दो पॉपुलर पंजाबी सिंगर्स (Case against Punjabi singers) पर उनके एक वीडियो की वजह से केस दर्ज हुआ है. इस खबर को सुनकर पंजाबी गाने सुनने वालों को काफी हैरानी हुई है. जी हां बताया जा रहा है कि, गाने में कथित तौर पर बंदूक की संस्कृति को बढ़ावा देने को लेकर इनपर केस दर्ज किया गया है.
पंजाबी सिंगर्स के खिलाफ दर्ज हुआ केस
एक तरफ जहां इन दिनों हर कोई पंजाबी गानों का दीवाना होता नजर आ रहा है. तो वहीं अब इसी बीच एक ऐसी खबर सामने आई है जिसको सुनकर हर कोई काफी हैरान है. दरअसल दो पॉपुलर पंजाबी सिंगर्स पर उनके एक वीडियो की वजह से पुलिस ने मामला दर्ज (Case against Punjabi Singers) किया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक़, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (मनसा) नरेंद्र भार्गव ने कहा कि दोनों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबद्ध धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. भार्गव ने एक वक्तव्य में कहा कि आरंभिक जांच के अनुसार गाने को मनसा जिले में स्थित मुस्सा गांव में मूस वाला के घर पर रिकॉर्ड किया गया था. इन दोनों सिंगर्स पर मामला दर्ज होने के पीछे की वजह है इनके एक वीडियो में कथित तौर बंदूक और हिं’सा को बढ़ावा दिया गया था.
बताया जा रहा है कि, एक वीडियो इन्होने अपलोड किया था जिसमे कथित तौर पर बंदूक और हिं’सा को बढ़ावा दिया गया था. ऐसे में अब इस पंजाबी गानों में ऐसी संस्कृति को बढ़ावा देने की वजह से केस दर्ज किया गया है.
सीएम अमरिंदर सिंह ने भी गानों में बंदूक और हिंसा को लेकर जताई थी चिंता
बताया जा रहा है कि, कुछ समय पहले एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर डाली गई थी, जिसे हिंसा और बंदूक की संस्कृति को बढ़ावा देने वाला पाया गया. भार्गव ने कहा कि मूस वाला का गाना ”पखिया पखिया पखिया गन विच पंज गोलियां” हिंसा और बंदूक की संस्कृति को बढ़ावा देता है. मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को पंजाबी गानों में हिंसा और बंदूक की संस्कृति के बढ़ते चलन पर चिंता प्रकट की थी.