कांग्रेस पार्टी को पिछले काफी समय से अलग- अलग चुनावों में लगातार हार का ही सामना करना पड़ रहा है. लेकिन अब कांग्रेस को ऐसे राज्य में हार का सामना करना पड़ा है जहां उनकी ही सरकार है. जी हां राजस्थान की पंचायत समिति एवं जिला परिषद के चुनाव में कांग्रेस (Congress Loss in Rajasthan Panchayt Chunav) को बड़ा झट’का लगा है। इन दोनों ही चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कांग्रेस पर भारी पड़ी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पंचायत समिति के 4371 सीटों में से 4043 के नतीजे जारी हो चुके हैं। इनमें भाजपा को 1833 सीटों, कांग्रेस को 1714 और निर्दलीयों को 420 सीटों पर जीत मिली है।
जिला परिषद के चुनाव में भी भाजपा अपनी प्रति’द्वं’द्वी पार्टी कांग्रेस से आगे है। जिला परिषद के घोषित 475 नतीजों में भाजपा 263 सीटों पर और कांग्रेस 199 सीटों पर विजयी हुई ही। पंचायत चुनावों के इन नतीजों ने प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को चौं’का दिया है जबकि भाजपा इससे उत्साहित नजर आ रही है।
राजस्थान के पंचायत चुनाव में कांग्रेस पर भारी पड़ी भाजपा
राजस्थान एसईसी की ओर से रात तक जारी नतीजों के मुताबिक अजमेर जिला परिषद में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिला है। यहां पर भाजपा ने 21 सीटें और कांग्रेस ने 11 सीटों पर जीत दर्ज की है। भीलवाड़ा जिला परिषद में भाजपा को 24, कांग्रेस को 13, चित्तौड़गढ़ जिला परिषद में भाजपा को 21, कांग्रेस को 4, चुरू जिला परिषद में भाजपा को 20, कांग्रेस को 7, जालौर जिला परिषद में भाजपा को 19, कांग्रेस को 12, झालावड़ जिला परिषद में भाजपा को 19, कांग्रेस को 7, झुनझुनु जिला परिषद में भाजपा को 20, कांग्रेस को 13, राजसमंद जिला परिषद में भाजपा को 17 और कांग्रेस को आठ सीटें मिली हैं।
10 सीटें जीतने में सफल हुई आरएलपी
भाजपा के सहयोगी दल आरएलपी जिला परिषद की 10 सीटें जीतने में सफल हुई है। वह बाड़मेर और नागौर जिला परिषद पर नियंत्रण पाने में भाजपा की मदद कर सकती है। कांग्रेस ने 21 जिला परिषदों में से केवल पांच में जीत दर्ज की है। कांग्रेस को बांसवाड़ा जिला परिषद, बिकानेर जिला परिषद, जैसलमेर जिला परिषद, प्रतापगढ़ जिला परिषद और हनुमानगढ़ जिला परिषद में जीत मिली है।
चुनाव नतीजों से कांग्रेस को झट’का
पंचायत एवं जिला परिषद के चुनाव नतीजे सत्तारूढ़ अशोक गहलोत सरकार के लिए एक झट’का माना जा रहा है। कांग्रेस को उम्मीद थी कि वह ग्रामीण इलाकों में अच्छा प्रदर्शन करेगी लेकिन उसकी उम्मीदों को झट’का लगा है। वहीं, इन चुनाव नतीजों ने भाजपा में नए सिरे से उत्साह एवं ऊर्जा का संचार किया है। जाहिर है राजस्थान में कांग्रेस की ही सरकार है और ऐसे में भी भाजपा अगर कांग्रेस से आगे निकल गई है. तो इससे तो पार्टी के प्रति लोगों में नाराजगी साफ जाहिर होती नजर आ रही है.
बहरहाल अब देखना होगा कि, इन नतीजों पर अब भाजपा नेताओं की तरफ से क्या प्रतिक्रिया सामने आती है और वह किस तरह से कांग्रेस पर प्रहा’र करते हैं. तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस इस हार और अपने ही गढ़ में भाजपा की बढ़त को किस तरह से देखती है.