उत्तराखंड सरकार में आज का दिन काफी हैरान करने वाला रहा. जिस बात की अटकलें लगाई जा रही थीं वह आखिरकार सही साबित हुआ और शाम को खुद सीएम त्रिवेंद्र रावत सामने आये और उन्होंने अपने इस्तीफे का एलान कर दिया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Rawat Resignation) ने मंगलवार को राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को अपना इस्तीफा सौंप दिया. इस तरह से त्रिवेंद्र सिंह रावत (Congress Takes on Trivendra Rawat) भी पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए.
वहीं अब त्रिवेंद्र रावत के इस्तीफे के बाद नेताओं के ब्यान सामने आने लगे हैं. इस बीच कांग्रेस प्रवक्ता ने भी सीएम के इस्तीफे को लेकर तंज किया. कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि किसी कवि ने ठीक ही कहा है, ‘देवेंद्र’, ‘त्रिवेंद्र’ चले गए, अगला नम्बर “नरेंद्र” का है.
पवन खेड़ा बोले- भाजपा अब दो भागों में बट चुकी है
यही नहीं पवन ने अपने एक और ट्वीट में कहा, “उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना पड़ा, त्रिपुरा के CM इस्तीफ़े की पेशकश कर चुके हैं, योगी सरकार के आधे विधायक उनके खिलाफ हस्ताक्षर कर चुके हैं, राजस्थान में वसुंधरा बनाम भाजपा किसी से छिपा नहीं, गोवा और मध्यप्रदेश की स्थिति सब जानते ही हैं, भाजपा दो भागों में बंट चुकी है.”
पवन खेड़ा ने कहा, “उत्तराखंड की तस्वीर उत्तर प्रदेश से जुदा नहीं है. त्रिवेंद्र के अहं’कार की बुनियाद पर निशं’क ने दिल्ली में अपने दांव चले और इस्तीफा देने पर मजबूर कर दिया. 105 भाजपा विधायकों का योगी के खिलाफ हस्ताक्षर वाले पत्र पर केशव मौर्य थोड़ी मेहनत कर देते तो यूपी का भी यही हाल हो सकता था.”
बता दें कि त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफे के बाद बुधवार सुबह 10 बजे राज्य पार्टी मुख्यालय में विधानमंडल दल की बैठक बुलाई गई है जिसमें सभी विधायकों की मौजूदगी में नए नेता का चयन किया जाएगा. बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और छत्तीसगढ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में बैठक में मौजूद रहेंगे.
4 वर्ष के कार्यकाल पूरा होने में 9 दिन बचे थे
बता दें कि, मंगलवार शाम चार बजे के बाद मुख्यमंत्री राजभवन पहुंचे और राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मिलकर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया. बाद में मीडिया से बातचीत करते हुए त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया, ‘‘पार्टी ने सामूहिक रूप से यह निर्णय किया है कि मुझे अब किसी और को यह मौका देना चाहिए .’’ उन्होंने कहा, ‘मैं अभी—अभी माननीय राज्यपाल को अपना त्यागपत्र सौंप कर आ गया हूं .’’
वह कहते हैं कि, उनके चार वर्ष का कार्यकाल पूरा होने में केवल नौ दिन कम रह गए हैं और उन्हें इतना ही मौका मिला .
इस्तीफा क्यों दिया जानने के लिए दिल्ली जाना होगा- त्रिवेंद्र रावत
पत्रकार वार्ता के दौरान जब उनके इस्तीफे के पीछे वजह पूछी गई तो इसपर त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, ‘यह पार्टी का सामूहिक निर्णय होता है. इसका अच्छा जवाब पाने के लिए आपको दिल्ली जाना पड़ेगा .’ उन्होंने अपने उत्तराधिकारी को शुभकामनांए भी दीं और कहा, ‘ अब जिनको भी कल दायित्व दिया जाएगा, वह उसका निर्वहन करेंगे . मेरी उनके लिए बहुत शुभकामनांए हैं .