नए साल का आगाज हो चुका है और इसके साथ ही देश में सियासी पारा भी काफी बढ़ा हुआ है. इस साल कई राज्यों में चुनाव होने हैं जिसको लेकर पार्टियां जोर शोर से लगी हुई हैं. हर कोई जनता को अपने पाले में करने की जुगत में लगा हुआ है. तो दूसरी तरफ पार्टियों का मिलान भी जारी है. आगामी समय में कुछ बड़े राज्यों में भी चुनाव होने हैं, ऐसे में सभी पार्टियां अब भाजपा को रोकने के लिए लग गई हैं. इस कड़ी में अब एक बड़ी खबर सामने आई है कि, कांग्रेस (Congress to Alliance with 5 parties) ने एक राज्य में भाजपा को मात देने के लिए एक दो नहीं बल्कि 5 पार्टियों के साथ गठबंधन का एलान किया है.
जी हां आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टियां पूरी तैयारी में जुटी हुई हैं. ऐसे में अब असम में सत्तारूढ़ भाजपा को चुनौती देने के लिए कांग्रेस 5 अन्य पार्टियों के साथ मैदान में उतरेगी। कांग्रेस ने बदरुद्दीन अजमल की पार्टी ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के अलावा पांच अन्य पार्टियों के साथ गठबंधन की घोषणा की है।
भाजपा को मात देने के लिए कांग्रेस ने 5 पार्टियों से मिलाया हाथ
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस ने नार्थ- ईस्ट के राज्य असम में बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए एक बड़ा महागठबंधन बनाया है. असम में आगामी विधानसभा चुनाव (Assam Assembly elections ) के होने की संभावना अप्रैल-मई में जताई जा रही है. इस चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा के गठंबधन को मात देने के लिए कांग्रेस पार्टी (Congress to Alliance with 5 parties ) ने मंगलवार को पांच पार्टियों के साथ मिलकर एक महागठबंधन का ऐलान किया है.
कांग्रेस की अगुवाई में इस महागठबंधन में 5 दल पार्टी ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ), तीन लेफ्ट पार्टी – कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया-मा’र्क्सवा’दी, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया और आंचलिक गण मोर्चा (एजीएम) शमिल हैं
असम के कांग्रेस के अध्यक्ष रिपुन बोरा ने इस महागठबंधन का ऐलान करते हुए कहा कि उनकी पार्टी ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ), तीन लेफ्ट पार्टी – कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया-मार्क्सवादी, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) और आंचलिक गण मोर्चा (एजीएम) के साथ गठबंधन कर चुनाव में हिस्सा लेगी
कांग्रेस अध्यक्ष बोले- भाजपा को राज्य से बाहर करने के लिए गठबंधन
इस गठबंधन पर पत्रकारों से बात करते हुए असम के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि राज्य में से भारतीय जनता पार्टी को बाहर निकालने के लिए क्षेत्रीय पार्टियों का महागठबंधन में स्वागत है. उन्होंने आगे कहा, “देश के हित लिए कांग्रेस हमेशा से ही सांप्र’दायिक ताकतों को बाहर करने की इछुक रही है. लोग अब भाजपा को वोट देने के लिए तैयार ही नहीं है, क्योंकि इसके कुशासन ने लोगों को बहुत तंग किया है और लोग इनसे काफी निराश हैं.”
एआईयूडीएफ के महासचिव अमीनुल इस्लाम ने कहा कि असम के लिए महागठबंधन काफी अच्छा है, क्योंकि यही लोगों की इच्छा और आकांक्षाओं को पूरा करेगा. आंचलिक गण मोर्चा (एजीएम) के अध्यक्ष और राज्य सभा सदस्य अजीत कुमार भूइया ने महागठबंधन के गठन को एक एतिहासिक क्षण बताया. उन्होंने कहा कि ये गठबंधन भाजपा को हराने में जरूर कामयाब होगा.
इन राज्यों में होने है चुनाव
बता दें कि 2021 में देश के 5 राज्यों में चुनाव होने वाले हैं जिनमें पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, पुडुचेरी और असम शामिल हैं। इन राज्यों में राजनीति उठापटक अभी से शुरू हो गई है। असम में 2016 में विधानसभा चुनाव हुए थे जिसमें भाजपा ने कांग्रेस को हराकर सत्ता कब्जाई थी और सर्बानंद सोनोवाल मुख्यमंत्री बने थे।
इस दौरान बीजेपी ने 126 में 60 सीटें जीती थीं। बीजेपी की सहयोगी असम गण परिषद ने 14 और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट ने 12 सीटें हासिल की थीं। विप’क्षी कांग्रेस को मात्र 26 सीटें मिली थीं जबकि बदरुद्दीन अजमल की पार्टी एआईयूडीएफ को 13 सीटें मिली थीं। इस चुनाव में सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई(एमएल) का खाता भी नहीं खुल सका था।