जिस वक्त देश में EDM म्यूजिक को लोग न समझते थे और न सुनते थे, उस वक्त एक लड़का (Dj Nucleya) इसे बना रहा था. गांव का यह लड़का अपने पैशन को फॉलो करते हुए आगे बढ़ना चाहता था. आखिर उसने वो हासिल भी कर लिया और आज दुनिया का सबसे पॉपुलर DJ में से एक है. जी हां हम बात कर रहे हैं उदयन सागर की जिसने भारत को EDM म्यूजिक दिया. आज यह भारत के सबसे पॉपुलर DJ में से एक हैं. न्यूक्लिया (Success Story of Nucleya) ने अपनी लगन से बहुत बड़ा मुकाम हासिल किया है.
उदयन ने कुछ अलग करने की ठान रखी थी. परेशानियां बहुत थीं, लेकिन सपने बड़े थे और म्यूजिक में ऐसी दिलचस्पी थी जिसने उनको आज बहुत बड़ा स्टार बना दिया है. आज उनको एक इंटरनेशनल DJ के रूप में पहचान मिली हुई है. तो आइये जानते हैं कि कैसे उदयन Nucleya बने और कैसी है उनकी सफलता की कहानी.
आगरा में जन्मे और अहमदाबाद में बड़े हुए
जी हां उदयन सागर का जन्म 7 दिसंबर 1979 को उत्तर प्रदेश के आगरा में हुआ. इसके कुछ समय बाद ही वह गुजरात के अहमदाबाद चले गए और यहीं पर प’ले बढे और बड़े हुए. उनके माता-पिता ने प्यार से उनका नाम उदयन सागर रखा. Nucleya को बचपन से ही गाने ब’जा’ने का बहुत शौ’क था. वह अक्सर संगीत को सुनकर उ’त्सा’हित हो जाते थे और वह उ’त्सा’ह उनके अंदर लोगों को दिखाई भी देता था. इसलिए, जब एक संगीतकार बनने का निश्चय किया तो उन्हें ज्यादा विरोध नहीं झे’ल’ना पड़ा.
परिवार वाले कहते थे डां’सर बनेगा
उदयन को जिस अंदाज में म्यूजिक से रूचि थी और बचपन में संगीत को सुनकर थि’र’कने लगते थे. तो उनके दादाजी को तो कहीं न कहीं लगता था कि वो बड़े होकर एक दिन एक डां’सर बनेंगे. उनकी बात कहीं तक तो ठीक रही लेकिन पूरी तरह से नहीं. क्योंकि, वो नृत्य के नजदीक तो आए. लेकिन पूरी तरह वह उसमें घु’से नहीं, बल्कि उन्होंने तो काम चुना लोगों को न’चा’ने का यानी बन गए DJ. यह बात भी सही है कि बचपन में दूसरों के संगीत पर ना’च’ने वाले न्यूक्लीया आज लोगों को अपनी धु’न पर न’चा’ने के लिए मजबूर करते हैं.
अनुराग कश्यप की फिल्म का बड़ा रोल
जिनको EDM की समझ है, वह इन डी’जे के बीच सबसे मशहूर डीजे Nucleya का नाम भी जानते हैं. उदयन सागर (Nucleya Success Story) उनका असली नाम है और उन्होंने EDM को देश में नई ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया. आपको जानकर हैरानी होगी कि उदयन का करियर बनाने में अनुराग कश्यप की फिल्म ‘गैं’ग्स ऑफ वा’से’पुर’ का बड़ा हाथ है. आज न्यूक्लीया देश के सबसे बड़े डीजे में से एक हैं.
उदयन ने जब एक संगीतकार बनने की ठा’न ली थी तो वो वह अपने दोस्तों के साथ मिलकर म्यूजिक बनाते थे. दरअसल, उन्होंने इसकी शुरुआत अपने शहर अहमदाबाद में से ही की थी. उन्होंने अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर एक ग्रुप बनाया. अपने ही घर में उन्होंने म्यूजिक बनाने की एक जगह तय कर ली. वहां पर उदयन अपने दोस्तों के साथ मिलकर विभिन्न प्रकार के संगीत पर विचार विमर्श किया करते और वहीं पर अपने पूरे संगीत को बनाने का काम भी करते थे.
EDM के लिए जाने जाते हैं Nucleya
आपको बता दें किम Nucleya को EDM यानी इलेक्ट्रॉनिक डांस म्यूजिक के लिए जाना जाता है. इस तरह का डांस म्यूजिक देश में उन्होंने काफी फेमस किया लेकिन इस वि’धा के वह अकेले मास्टर रहे. जब उन्हें अपने इस काम से बहुत ज्यादा सराहना तो मिली लेकिन पैसा नहीं तो उन्होंने पैसा कमाने पर भी ध्यान दिया. उन्होंने हिंदी फिल्मों के Songs को उठाकर री’मि’क्स करना शुरू कर दिया. इससे उनका संगीत और हिंदी फिल्मों के गीत मिलकर लोगों को काफी पसंद आने लगे और ऐसे ही शुरू हुआ पैसे कमाने का सिलसिला.
म्यूजिक बनाने में ज्यादा मेहनत और दिमाग नहीं लगाता
वहीं आपको यह जानकर हैरानी होगी की Nucleya अपने म्यूजिक बनाने में ज्यादा दिमाग और समय नहीं लगाते हैं. उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि, वह किसी भी म्यूजिक को बनाने के लिए बहुत ज्यादा मेहनत नहीं करते. उनका सीधा सीधा मानना है कि म्यूजिक ऐसी चीज है कि वह स्वयं बाहर निकलता है.
जब उन्हें लगता है कि संगीत ठीक से नहीं निकल रहा तो वह अपने परिवार के साथ समय बिताना पसंद करते हैं. एक समय ऐसा भी होता है जब वह संगीत को बिल्कुल भूल जाते है और फिर वह बनते हैं एक श्रो’ता. वह चीजों को एक दर्शक बनकर देखना शुरू करते हैं, तब फिर वापस म्यूजिक बनाते हैं.
पत्नी की परमिशन लेकर ही बनाते हैं नया गाना
वहीं उदयन की एक सबसे खास और दिलचस्प बात यह है कि, उनके संगीत की सबसे बड़ी समीक्षक उनकी पत्नी स्मृति चौधरी ही हैं. जी हां Nucleya ने स्मृति के साथ वर्ष 2008 में शादी की और उनके यहां एक बच्चे ने वर्ष 2011 में जन्म लिया. वह जब भी कोई संगीत बनाते हैं तो सबसे पहले उस संगीत को उनकी पत्नी ही सुनती हैं. जब स्मृति को संगीत अच्छा लगता है तो ही उदयन उस पर आगे काम करते हैं. साथ ही हर नए गाने को बनाने के लिए वह अपनी वाईफ की परमिशन लेते हैं.