शिवसेना नेता संजय राउत अक्सर अपने बयानों की वह से चर्चा में बने रहते हैं. वह एक बार फिर सुर्ख़ियों में हैं, लेकिन इस बार वजह उनका कोई ब्यान नहीं बल्कि उनकी पत्नी हैं. जी हां इस बात को सुनकर आपको काफी हैरानी हो रही होगी। दरअसल मामला यह है कि, आज ED ने संजय राउत की वाईफ (ED Send Notice to Sanjay raut Wife) को समन भेजा है और पूछताछ के लिए पेश होने को कहा है. रिपोर्ट्स की मानें तो, ये नोटिस पीएमसी बैंक घो’टाले की जांच के मामले में भेजा गया है. वर्षा राउत को 29 दिसंबर को पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
संजय राउत की पत्नी को ED ने भेजा नोटिस
इस खबर के सामने आने के बाद महाराष्ट्र में सियासी पारा फिर बढ़ गया है. तो वहीं खबर यह भी है कि, संजय राउत के करीबी प्रवीण राउत की कुछ दिनों पहले ईडी ने गिरफ्तारी की थी. प्रवीण राउत के अकाउंट के किसी तरह का ट्रांजेक्शन वर्षा राउत के अकाउंट में हुआ. ईडी जानना चाहती है कि ये ट्रांजेक्शन कैसे हुआ है और इसके पीछे का कारण क्या है. पूरी जानकारी जुटाने के लिए ही वर्षा राउत (ED Send Notice to Sanjay raut Wife) को समन किया गया है. वहीं समन भेजे जाने पर शिवसेना नेताओं ने इसे राजनीति से प्रेरित बताया है.
रिपोर्ट्स की मानें तो, संजय राउत ने राज्यसभा चुनाव के लिए अपना जो एफिडेविट दिया था, उसमें भी इस बात का जिक्र है कि प्रवीण राउत के अकाउंट वर्षा राउत के अकाउंट में कुछ पैसे लोन के लिए लिये गए हैं. ईडी इसी लेन देने के बारे में जानना चाहती है. ऐसे में अब देखना होगा कि, आखिर अब संजय की वाईफ क्या ईडी के सामने पेश होती हैं या नहीं।
क्या है पीएमसी बैंक घो’टाला?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरबीआई को साल 2019 में पीएमसी बैंक घो’टा’ले का पता चला था. नक’ली बैंक खाते के जरिए 6500 करोड़ रुपये का लोन दिया जा रहा था. रिजर्व बैंक ने पैसे निकालने पर रोक लगा दी थी. आरबीआई ने इसे धो’खाध’ड़ी और आप’रा’धिक सा’जिश का मामला दा’यर किया. ईडी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले और जा’लसा’जी के एक मामले की जांच कर रही है.
वहीं ईडी द्वारा समन भेजे जाने को लेकर संजय राउत ने एबीपी न्यूज़ संग बातचीत में कहा कि, उन्हें फिलहाल इस बारे में कुछ नहीं पता है. जैसे ही कोई जानकारी मिलेगी मैं प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताऊंगा.
ये कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है- नवाब मलिक
वहीं मामले पर अन्य नेताओं की प्रतिक्रया भी सामने आने लगी है. इसमें ईडी के इस नोटिस पर एनसीपी के सीनियर नेता नवाब मलिक ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि जब से बीजेपी की सरकार केंद्र में आई है तब से ईडी का खेल चल रहा है. विपक्ष के नेताओं को ड’रा’ने के लिए ईडी की नोटिस भेजी जाती है. महाराष्ट्र में कई नेताओं को नोटिस भेजी गई. राजनीतिक द्वे’ष के चलते भ’य पैदा करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल हो रहा है.
उन्होनें कहा, “जांच के लिए किसी ने मना नहीं किया है. लेकिन जांच के नाम पर आप किसी को बद’नाम कर दें? पूरे अखबार को, मीडिया को ये बता दिया जाता है कि हम नोटिस भेजने वाले हैं. ये कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है.