पंजाबी कल्चर और खेती किसानी को अपने गानों में दर्शाने वाले मशहूर सिंगर सिद्धू मुसेवाला अब हमारे बीच नहीं रहे. उनको मंगलवार को अंतिम विदाई दी गई. अपने चहेते गायक को देखने के लिए पंजाब की जनता उनके अंतिम दर्शन में उमड़ पड़ी. जहां तक नजरें जाएँ बस लोग ही लोग नजर आ रहे थे.
वैसे तो भले ही वह अपने माता पिता के इकलौते बेटे थे, लेकिन उनकी अंतिम विदाई में मानों पूरा पंजाब उम’ड़ आया हो जिससे उनके माता पिता का भी अपनापन लगा और थोड़ा सा संभलने में मदद मिली.
जाहिर है सिद्धू पंजाबी इंडस्ट्री के सबसे कम उम्र में दुनिया भर में नाम कमाने वाले सिंगर थे. उन्होंने महज कुछ ही सालों में अपने गानों के जरिये दुनिया भर में पहचान बना ली थी.
यह नजारा आज उनकी अंतिम विदाई में देखने को भी मिला. फैन्स और पंजाब की जनता की भीड़ देखकर हर कोई हैरान रह गया जो मुसेवाला के प्रति प्यार को दर्शाता है. सुबह सुबह जैसा ही उनका पा’र्थि’व शरीर घर पहुंचा वहां पहले से ही फैन्स का जमावड़ा लगा हुआ था.
हर कोई मुसेवाला की एक झलक पाने को बेताब नजर आ रहा था. इसके बाद उनके शरीर को उनके पसंदीदा ट्रैक्टर में से ले जाय गया.
इस दौरान चारों तरफ लोग ही लोग नजर आ रहे थे. सोशल मीडिया पर फोटोज और वीडियो सामने आये हैं उन्हें देखकर आप भी कहेंगे दिल द नि मा’डा सिद्धू मुसेवाला.. आपको बता दें कि, मुसेवाला का उनके पैतृक गांव मूसा में अंति’म संस्कार किया गया गया.
इस दौरान मां-बाप के इकलौते बेटे सिद्धू को लाखों की तादाद में लोग अंति’म श्रद्धांजलि देने के लिए उम’ड़े. सिद्धू को उनकी मां ने सेहरा पहना कर अंतिम विदाई दी.
वहीं मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह और मां चरण कौर ने अपने स्टार सिंगर बेटे को विदाई देने पहुंचे सैकड़ों प्रशंसकों का हाथ जोड़कर धन्यवाद किया. पिता ने अपनी पगड़ी उतारकर प्रशंसकों को शुक्रिया किया. बता दें कि, शुभदीप का श’व घर पहुंचने से पहले ही हजारों की तादाद में उनके प्रशंसक उनके गांव में पहुंच गए थे. इनमें से कई लोगों ने गायक के समर्थन में नारेबाजी भी की.
अंति’म यात्रा के लिए आज आखिरी बार बेटे के बाल संवारे, पिता ने पगड़ी पहनाई. मूसेवाला के सिर पर सेहरा सजाया गया, यह दृश्य बेहद भावुक कर देने वाला था जिसको देखकर हर किसी की आंख नम हो गई. बता दें कि, सिद्धू मूसेवाला का आगामी 11 जून को 29वां बर्थ-डे था और कहा जा रहा है कि, जून में ही उनकी शादी होनी थी.