इन दिनों देश में जहां चुनावी हल’चल काफी तेज देखने को मिल रही है. किसानों के मुद्दे और उनका साथ देकर कांग्रेस राजनीतिक जमीन मजबूत करने मने लगी हुई है. लेकिन बीच बीच में पार्टी के नेता ही बगा’वत करते नजर आते हैं. हाल ही में पुड्डुचेरी में सरकार गिरने के बाद अब कई और सवाल उठ रहे हैं. उधर बंगाल से लेकर तमिलनाडु और असम से लेकर केरल में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारी भी जारी है. इस बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस के लीडर फारूक अब्दुल्ला ने कांग्रेस को लेकर बड़ा बयान दिया है.
दरअसल जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कांग्रेस पार्टी को लेकर बड़ा बयान दिया है. पार्टी के अंदर नेताओं की नाराजगी को लेकर उन्होंने कहा कि जनता एक मजबूत कांग्रेस देखना चाहती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को एकजुट होना पड़ेगा तभी देश को बांटने वाली ताकतों से ल’ड़ा जा सकता है.
जाहिर है हाल ही में जम्मू कश्मीर में कुछ कांग्रेस नेताओं का एक सम्मेलन हुआ जिसमे उन्होंने फिर पार्टी पर सवाल उठाये थे. इसको लेकर फारूक ने अपनी प्रतिक्रिया दी.
वह कहते हैं- देश में कई चीजों को सही से संपन्न होने के लिए जनता कांग्रेस की ओर देख रही है. फारूख अब्दुल्ला का यह बयान ऐसे समय में आया है जब कांग्रेस के 23 वरिष्ठ बा’गी नेताओं ने जम्मू-कश्मीर में एक कार्यक्रम करके पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर निशाना साधा और कहा कि दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि कांग्रेस कमजोर हो गई है.
बता दें कि शनिवार को कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन और संगठनात्मक बदलाव की मांग करते हुए वरिष्ठ नेताओं की टीम जम्मू में एक मंच पर एकत्रित हुए. इस बैठक में गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा और कपिल सिब्बल समेत ‘जी-23’ के नेता शामिल हुए. बैठक के दौरान इन नेताओं ने कहा कि पार्टी कमजोर हो रही है और वे इसे मजबूत करने के लिए एक साथ आए हैं.
कांग्रेस पार्टी के इन असंतुष्ट नेताओं को ‘जी-23’ भी कहा जा रहा है. कपिल सिब्बल ने महात्मा गांधी को समर्पित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “यह सच बोलने का मौका है और मैं सच बोलूंगा.” सवालिया लहजे में उन्होंने पूछा कि हम यहां क्यों इकट्ठे हुए हैं?