आजादी पर दिए गए बयान को लेकर कंगना के खिलाफ देश भर में हं’गामा देखने को मिल रहा है. अभिनेत्री के खिलाफ मानों देश की जनता एक सुर में विरोध दर्ज करा रही है और उनके खिलाफ स’ख्त कार्रवाई की मांग कर रही. कंगना के बयान को लेकर एक सुर में सभी राजनेता भी विरोध जता रहे हैं. इसी कड़ी में अब बड़ी खबर सामने आ रही कि, अभिनेत्री के खिलाफ महिला कांग्रेस ने केस दर्ज करा दिया है.
जी हां रिपोर्ट्स के मुताबिक, महिला कांग्रेस ने कंगना एके आजादी पर दिए गए बयान को अपमा’नजनक बताते हुए इसे देश द्रो’ह बताया. साथ ही कई शहरों में शिकायत दर्ज कराई है.
जाहिर है बीते दिनों कंगना का बयान वायरल होने के बाद से लगातार लोग उनपर नाराजगी जता रहे हैं. अब तो लोग भाजपा पर भी सवाल उठा रहे हैं कि, आखिर किसी नेता ने अभी तक कंगना के बयान पर नाराजगी क्यों जाहिर नहीं की.
आपको बता दें कि, कंगना के विवा’दित बयान को लेकर देश भर में गुस्सा देखने को मिल रहा है. एक तरफ से लोग कंगना पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. लोग सरकार से अभिनेत्री को दिए गए पद्म श्री वापस लेने की मांग करते नजर आ रहे.
जी हां अब कंगना अपने बयान की वजह से काफी मुश्किल में घि’रती नजर आ रही हैं. ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजस्थान में शुक्रवार को उनके खिलाफ चार शहरों में पुलिस से शिकायत की गई है. बताया जा रहा है कि, जयपुर कोतवाली और जोधपुर के शास्त्रीनगर थाने में मुक’द’मा दर्ज भी हो गया है, जबकि उदयपुर के सुखेर थाने और चूरू कोतवाली की पुलिस शिकायतों की जांच कर रही है.
बता दें कि, यह शिकायत और केस जयपुर में शहर महिला कांग्रेस ने दर्ज कराया है. इसमें आजादी के लिए शही’द हुए क्रांतिकारियों की प्रतिष्ठा का अप’मान करने, संविधान के प्रति आस्था रखने वालों को आहत करने का आरोप लगाया गया है.
कंगना के बयान को लेकर पूरे देशभर में विवा’द हो गया है. कांग्रेस, एनसीपी समेत तमाम राजनीतिक पार्टियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं समेत आमजन लगातार कंगना पर निशाना साध रहे हैं. सोशल मीडिया पर कंगना के इन बयानों पर लोगों की काफी प्रतिक्रिया आ रही है.
उधर एनसीपी नेता नवाब मलिक ने भी कंगना के बयान को अपमा’नजनक बताते हुए हम’ला बोला है. उन्होंने कहा, पद्मश्री देने वाले लोगों ने इनको आगे किया है कि आजादी 2014 में मिली. 1947 में आजादी भीख में मिली थी. गांधीजी से लेकर कई स्वतंत्रता सेनानियों का ये अप’मान है. कंगना ने जो बयान दिया हम उस बयान की कठोर शब्दों में निंदा करते हैं.
वह आगे कहते हैं- जिस तरह से ये कहा जा रहा है कि 1947 की आजादी भीख में मिली थी हमें लगता है स्वतंत्रता सेनानियों को अप’मान किया गया है. केंद्र सरकार को उन पर मामला दर्ज उनसे पद्मश्री वापस लेना चाहिए.