जम्मू कश्मीर में जिला विकास परिषद चुनाव के नतीजे आज आने वाले हैं. अब तक लगभग आये रुझान से नतीजे साफ होते नजर आ रहे हैं. हालांकि सुबह तक जहां भाजपा भारी बढ़त बनाये हुए थी. शाम होते होते वह बाजी पलटती हुई नजर आ रही है. कश्मीर में भाजपा काफी पीछे चल रही है और गुपकार अलायंस (Gupkar Alliance Took Over BJP In kashmir) ने बढ़त बना ली है. सुबह भाजपा काफी आगे चल रही थी.
हालांकि कश्मीर घाटी की कुछ सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों की जीत भी हो चुकी है. इसके साथ ही कश्मीर घाटी में कमल भी पहली बार खिल गया है. बहरहाल यह आंकड़े जिस तरह से बदले हैं वह काफी दिलचस्प हो गया है.
कश्मीर में गुपकार अलायंस आगे तो जम्मू में भाजपा का लहराया परचम
वहीं कश्मीर की जम्मू संभाग में भारतीय जनता पार्टी का दब’द’बा है तो दूसरी तरफ पहली बार कश्मीर घा’टी में कुछ सीटों पर कमल खिलता दिख रहा है। वादी में बीजेपी दो सीटें जीत चुकी है। इस जीत के साथ ही अब भाजपा कार्ययालय पर भी खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है. तो वहीं नेताओं ने भी ख़ुशी जाहिर करना शुरू कर दिया है. दरअसल भाजपा और गुपकार अलायंस के बीच काफी दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है. जम्मू में जहां भाजपा (BJP Leading in Jammu) ने भारी बढ़त बनाई ली है. वहीं कश्मीर में गुपकर अलायंस ने भाजपा से बढ़त बना ली है.
मीडिया के आंकड़ों को देखें तो कश्मीर में गुपकार (Gupkar Alliance Took Over BJP In Kashmir) ने भाजपा को लगभग पछा’ड़ ही दिया है और 71 सीटों पर कब्जा जमा लिया। वहीं दूसीर तरफ जम्मू की बात करें तो वहां भजपा ने 35 से अधिक सीट पर कब्ज़ा जमा लिया है.
श्रीनगर में खिला कमल
श्रीनगर के बलहामा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार एजाज हुसैन ने जीत दर्ज की है। कश्मीर के तुलैल सीट और पुलवामा में भी बीजेपी उम्मीदवार ने जीत हासिल की है, हालांकि अभी इनकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। कुछ सीटों पर बीजेपी बढ़त बनाए हुई है तो अन्य कई सीटों पर पार्टी के उम्मीदवारों को मिले वोट उत्साहजनक हैं। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पहली बार हुए चुनाव में बीजेपी को मिली इस सफलता को काफी अहम माना जा रहा है।
श्रीनगर में बलहामा सीट से जीते बीजेपी के उम्मीदवार एजाज भारतीय जनता युवा मोर्चा में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं। चुनाव में जीत हासिल करने के बाद उन्होंने कहा, ”हम गुपकार गठबंधन के खिलाफ ल’ड़े और आज श्रीनगर में बलहामा सीट से जीते हैं। मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों और सुरक्षाबलों को बधाई देता हूं।” नतीजों पर बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा, ”बीजेपी ने एजाज हुसैन की जीत के साथ कश्मीर घाटी में खाता खोल लिया है। हम घाटी में कई और सीटों पर आगे चल रहे हैं। यह दिखाता है कि कश्मीर घाटी के लोग विकास चाहते हैं।”
280 सीटों पर हुआ चुनाव, 2100 से अधिक उम्मीदवार
जानकारी के लिए बता दें कि, डीडीसी के चुनाव में 2178 उम्मीदवार मैदान में हैं। डीडीसी की 280 सीटों के लिए आठ चरण में चुनाव कराए गए। केंद्र शासित प्रदेश के 20 जिलों में प्रत्येक में 14 सीटें हैं। डीडीसी चुनाव को क्षेत्र में भाजपा और अन्य राजनीतिक दलों के बीच मुकाबले के तौर पर देखा जा रहा है।
पिछले साल अगस्त में अनुच्छेद 370 को निर’स्त किए जाने के बाद जम्मू कश्मीर में यह पहला चुनाव है। पहले चरण का मतदान 28 नवम्बर को हुआ था और आठवें एवं अंतिम चरण का मतदान 19 दिसंबर को हुआ। कुल मिलाकर शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुए इन चुनावों में 57 लाख पात्र मतदाताओं में से 51 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।
370 खत्म होने के बाद पहली बार हो रहे चुनाव
आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 के खा’त्मे के बाद पहली बार चुनाव हो रहे हैं। एकजुट होकर चुनाव में उतरे विपक्ष के लिए यह चुनाव अस्तित्व का मसला है। यही वजह है कि चुनाव प्रचार पूर्ण तौर पर भाजपा बनाम अन्य हो गया। भाजपा ने प्रचार में साबित करने का प्रयास किया कि वह कश्मीर में मजबूती से उतर रही है। नियंत्रण रेखा से सटे दूरदराज के पहाड़ी क्षेत्रों में रैलियों ने इन चुनावों को काफी रोचक बना दिया।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने माना कि इस बार कश्मीर उनके फोकस में था और विकास की उम्मीद पाले लोगों का भाजपा को काफी समर्थन मिला भी। अभी हम आंकड़ों में नहीं जाना चाहते लेकिन निश्चित तौर पर डीडीसी चुनावों के परिणाम कश्मीर में बदलाव की नींव को और अधिक मजबूत करेंगे।