कांग्रेस पार्टी में चल रही हल’चल अभी थमी नहीं थी कि, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल (सेक्यूलर) नेता एचडी कुमारस्वामी (HD Kumar Swamy angry on Congress) ने कांग्रेस पार्टी पर गं’भीर आरोप लगा दिए हैं। यही नहीं उन्होंने एक तरफ कांग्रेस की बुराई की तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी की तारीफ भी की है।
उन्होंने कहा है कि वह आज भी मुख्यमंत्री बने रहते, अगर उनके सं’बंध बीजेपी से अच्छ होते। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन के कारण उन्होंने सब कुछ खो दिया।
कर्नाटक के पूर्व सीएम ने कांग्रेस पर जाहिर किया गुस्सा
कुमारस्वामी ने कहा, ‘मैं अभी भी मुख्यमंत्री होता अगर मैं बीजेपी के साथ अच्छे सं’बंध बनाए रखता। 2006-2007 में और 12 साल की अवधि में मैंने जो सद्भावना अर्जित की थी, कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन के कारण सब कुछ खो दिया।’ उन्होंने यह भी कहा, ‘2018 में सीएम बनने के बाद सिर्फ एक महीने के समय में मैंने आंसू क्यों बहाए? मुझे पता था कि क्या चल रहा है। भाजपा ने 2008 में मुझे चो’ट नहीं पहुंचाई, जिस तरह से कांग्रेस ने 2018 में मेरे साथ किया था।’
उन्होंने (HD Kumar Swamy angry on Congress) कहा, ‘मैंने 2006-07 में ( बतौर मुख्यमंत्री) राज्य की जनता का जो भरोसा हासिल किया था और उसे अगले 12 साल तक बनाए भी रखा, लेकिन कांग्रेस से हाथ मिलाकर हमने उसे खो दिया. कुमारस्वामी ने कहा, ‘2018 में कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के बाद, सिद्धारमैया और उनके गुट ने मेरी प्रतिष्ठा को न’ष्ट कर दिया. मैं सिर्फ उनके जा’ल में फं’सता चला गया, क्योंकि मैं देवेगौड़ा के कारण गठबंधन के लिए सहमत था.’ उन्होंने साफ किया कि इसके लिए वह देवगौड़ा को दो’ष नहीं दे रहे हैं क्योंकि वह धर्मनिरपेक्ष पहचान के प्रति अपने पिता की आजीवन प्रतिबद्धता को समझते और उसका सम्मान करते हैं.
2018 के चुनाव किसी को बहुमत नहीं
बता दें कि, 2 साल पहले 2018 में कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जब किसी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला तो एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव ल’ड़’ने वाली कांग्रेस और जनता दल (एस) ने मिलकर सरकार बनाई थी और एचडी कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बनाया गया.
पहले भी लगा चुके हैं कांग्रेस पार्टी पर गं”भीर आरोप
जेडीएस नेता कुमारस्वामी ने इससे पहले कांग्रेस पार्टी को ‘हॉर्स ट्रेडिंग (विधायकों की खरीद-फरो’ख्त) का दूसरा नाम बताया था। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा था कि कांग्रेस राजनीतिक पार्टियों को बांटने और विधायकों को खरीदने में माहिर है और उसकी वजह से ही ‘हॉर्स ट्रेडिंग’ शब्द इस्तेमाल में आया।
कुमारस्वामी ने भाजपा के खिलाफ कांग्रेस पार्टी के देशव्यापी लोकतंत्र बचाओ अभियान के खिलाफ यह बयान दिया था। उन्होंने कहा था राजस्थान में सरकार बनाने कि लिए समर्थन देने वाली बसपा के विधायकों को फुसला नहीं लिया। क्या यह खरीदारी नहीं है?’