बंगाल फतह करने के बढ़ ममता बनर्जी दिल्ली दौरे पर पहुंची हुई हैं. यहां पर उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से लेकर सोनिया और राहुल गांधी तक से मुलाकात की. लगभग सभी बड़े नेताओं से वह मुलाकात कर रही हैं. इन सब के बीच बीते दिन ममता (Mamta Met Javed AKhtar) ने जावेद अख्तर और शबाना आजमी से भी मुलाक़ात की. इस मुलाकात की फोटो सोशल मीडिया पर हर तरफ वायरल हो गई. तो ममता बनर्जी से मिलने के बाद पत्रकारों ने जावेद अख्तर से सवाल किये और जिसके जवाब में उन्होंने कहा अब देश में बदलाव जरुरी है.
जी हां फिल्म इंडस्ट्री के दोनों सितारों ने ममता संग मुलाकात की और अब इस मीटिंग की फोटो सोशल मीडिया पर छाई हुई है. हर कोई इन फोटोज को देखकर अपनी अपनी प्रतिक्रिया दे रहा है. तो उधर लोगों के मन मन यह सवाल भी उठ रहा है कि, आखिर ममता बनर्जी ने इन लोगों से क्यों मुलाकात की.
गौरतलब है कि बंगाल चुनाव जीतने के बाद ममता बनर्जी पहली बार दिल्ली आईं हैं, वह सभी नेताओं से मुलाकात कर रही हैं. इस बीच उन्होंने जावेद अख्तर और शबाना आजमी ने मुलाकात की और कुछ अहम बातें कीं। जाहिर है जावेद पहले भी हमेशा से देश के समाजिक और अन्य मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखते हैं. कई बार वह अपने बयानों की वजह से आलोचनाओं का भी सामना करते हैं. तो अब फिर उन्होंने बदलाव की बात करते हुए बड़ी बात कही है.
ममता बनर्जी ने तो इस मुलाकात पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. लेकिन जावेद अख्तर ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा- देश का मिजाज बदलाव का है, देश को बदलाव की जरूरत है। यह दुर्भाग्य की बात है, देश में tension का माहौल है ये जाना चाहिए।
हालांकि वह इस सवाल को टालते हैं कि मोर्चे का नेतृत्व कौन करेगा। वह कहते हैं- बंगाल मॉडल एक उदाहरण है.. इसमें कोई शक नहीं कि देश में खेला होबे होगा।
तो वहीं दूसरी तरफ ऐसा बताया जा रहा है कि जावेद अख्तर ने कहा कि, ममता बनर्जी प्रधानमंत्री बनेंगी या नहीं इससे ज्यादा जरूरी ये है कि कैसा देश चलना चाहिए, किस तरह की डेमोक्रेसी हो, अब भी अच्छी है पर और अच्छी होनी चाहिए। इससे पहले ममता बनर्जी और केजरीवाल के बीच दिल्ली में मुलाकात हुई थी इस मुलाकात को विपक्षी दलों को एक साथ लाने की मुहिम के तौर पर देखा जा रहा है।
बता दें कि, विपक्षी नेताओं से ममता बनर्जी की मुलाकात के बाद से लगातर चर्चाओं का बाजार गर्म है. हर कोई यह कह रहा है कि, अब 2024 की तैयारी चल रही है और इसी को लेकर विपक्ष लामबंद हो रहा है. बहरहाल यह तो चुनाव से पहले बयानबाजी होती ही रहती है. अभी तो फिलहाल सबकी नजरें 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश और बाकी राज्यों के चुनाव पर बनी हुई हैं.