बॉलीवुड के मशहूर गीतकार जावेद अख्तर अक्सर अपने बयानों की वजह से चर्चा में रहते हैं. अब उन्होंने हाल ही में फिर एक बार कुछ ऐसा कह दिया है जिसको लेकर उनके खिलाफ लोगों में जबरदस्त गुस्सा देखने को मिल रहा है. तो वहीं भाजपा ने तो महाराष्ट्र में उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया। दरअसल जावेद ने तालिबान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए आरएसएस और विहिप को लेकर भी बयानबाजी कर दी. उनके इस बयान को लेकर अब सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक विरोध देखने को मिल रहा है. लोगों का कहना है कि, वह माफ़ी मांगें,
यही नहीं बताया जा रहा है कि, उनके खिलाफ केस भी दर्ज करा दिया गया है. ऐसे में अब जावेद एक बार फिर अपने एक बयान की वजह से मुश्किल में फं’सते नजर आ रहे हैं. तो आइये आपको बताते हैं कि, आखिर उन्होंने ऐसा क्या कह दिया है जिसको लेकर हं’गामा खड़ा हो गया.
दरअसल हाल ही में मशहूर गीतकार जावेद अख्तर ने तालिबान की जमकर आलोचना की थी. उन्होंने NDTV से बात करते हुए कहा था कि इस बात में कोई शक नहीं कि तालिबानी ब’र्बर हैं और उनकी कर’तूतें निंदनीय हैं. लेकिन वह यही नहीं रुके और उन्होंने आरएसएस (RSS), विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल (Bajrang Dal) को लेकर भी बड़ी बात कह डाली। उन्होंने कहा कि, जो लोग इन सब का समर्थन करते हैं वह भी ऐसे ही हैं.
इस बातचीत के दौरान जावेद अख्तर ने आगे कहा कि देश में मुस्लिमों का एक छोटा सा हिस्सा ही तालिबान का समर्थन कर रहा है. उन्होंने कहा कि दक्षिणपंथियों की विचारधारा दम’नकारी है.
जावेद कहते हैं- तालिबान और ‘तालिबान की तरह बनने की चाहत रखने वालों’ के बीच अजीबोगरीब समानता है. दिलचस्प बात यह है कि दक्षिणपंथी इसका इस्तेमाल खुद को प्रमोट करने के लिए इस उद्देश्य से करते हैं कि उसी तरह बन सके, जिसका वे विरोध कर रहे हैं. एक तरह से उन्होंने यह कहने की कोशिश की- आरएसएस का समर्थन करने वालों की मानसिकता भी तालिबानियों जैसी ही है.
वह कहते हैं- आरएसएस का समर्थन करने वालों को आत्म परीक्षण करना चाहिए.” बस फिर क्या था अब उनके इस बयान को लेकर हं’गामा खड़ा हो गया है. सोशल मीडिया पर लोग उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं. तो उधर भाजपा ने मोर्चा खोल दिया है और माफ़ी मांगने तक उनका और उनकी फिल्मों का विरोध करने की बात कह डाली।
बीजेपी प्रवक्ता राम कदम ने कहा, जावेद अख्तर को संगठन की तालिबान से तुलना करने वाले बयान पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से माफी मांगनी चाहिए. यही नहीं कदम ने चेतावनी देते हुए कहा कि उनकी या उनके परिवार की किसी भी फिल्म को इस धरती पर तब तक नहीं रिलीज होने देंगे जब तक कि वह संघ के उन पदाधिकारियों से हाथ जोड़कर माफी नहीं मांगते जिन्होंने राष्ट्र को अपना जीवन समर्पित कर दिया है.