बंगाल में आगामी चुनाव को लेकर राज्य का सियासी पारा काफी बढ़ा हुआ है. इन सब के बीच नेताओं की बयानबाजी और जनता को साधने का काम भी जारी है. भाजपा और टीएमसी नेताओं के बीच जुबानी जं’ग जारी है और आरोप प्रत्यारोप का दौर भी जारी है. इस बीच अब टीएमसी के बड़े नेता कल्याण बनर्जी (Kalyan Banerjee takes on BJP) ने बड़ा बयान दिया है. दरअसल कल्याण ने कहा कि, भाजपा बंगाल में बोरी भरके पैसा लाई है जिसको दिखा-दिखाकर वह हमारे लोगों को अपनी पार्टी में शामिल कर रहे.
जाहिर है अब तक टीएमसी के कई बड़े नेताओं ने ममता दीदी का साथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है. इससे ममता बनर्जी की पार्टी में काफी उथल पुथल मच गई है और चुनाव से पहले इस तरह से नेताओं का जाना उनके लिए काफी मु’श्किल खड़ा कर सकता है.
टीएमसी नेता बोले- भाजपा पैसे दिखाकर नेताओं को बुलबुल बना रही
पिछले कुछ दिनों से अपने बयान की वजह से आलोचनाओं का सामना कर रहे कल्याण बनर्जी ने फिर एक विवा’दित बयान दिया. उन्होंने कहा- “बीजेपी पैसों की बोरी ला रही है। 4 करोड़, 8 करोड़, 10 करोड़, 15 करोड़, 20 करोड़ लाते हैं और कहते हैं ‘नाच मेरी बुलबुल यहां पैसा मिलेगा’ और सारी बुलबुल यहां नाच रही हैं.
यही नहीं वह कहते हैं कि, नेताओं को पैसे के साथ साथ सीएम और डिप्टी सीएम का ऑफर भी दिया जा रहा है। हालांकि, कुछ लोग यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि जाएं या नहीं क्योंकि वे सोच रहे हैं कि सभी सीएम या डिप्टी सीएम नहीं बन सकते।” वहीं अब उनका यह बयान काफी सुर्ख़ियों में बना हुआ है और लोग उनकी फिर आलोचना कर रहे हैं. जाहिर है अब तक कई बड़े नेता ममता दीदी का साथ छोड़ चुके हैं. वहीं अमित शाह ने एक रैली में कहा था कि, यह तो शुरुआत है चुनाव आते-आते पार्टी खाली हो जाएगी।
टीएमसी नेता ने कहा- हमारे साथ आ जाएं
दूसरी तरफ बंगाल में अब पार्टियां एक दूसरे के साथ गठबंधन करने की पेशकश भी कर रहे हैं. कुछ दिन पहले ऐसी खबर सामने आई थी कि, टीएमसी द्वारा अन्य पार्टियों से साथ आने की अपील की गई थी. इसपर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा था कि, तृणमूल की यह पेशकश दिखाती है कि वह पश्चिम बंगाल में अप्रैल-मई में होने वाले संभावित विधानसभा चुनावों में अपने दम पर भगवा पार्टी का मुकाबला करने का सामर्थ्य नहीं रखती है.
तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय ने कहा, ‘‘अगर वाम मोर्चा और कांग्रेस वास्तव में बीजेपी के खिलाफ हैं तो उन्हें सांप्र’दायिक एवं विभा’जनकारी राजनीति के खिलाफ लड़ाई में ममता बनर्जी का साथ देना चाहिए. ममता बनर्जी ही बीजेपी के खिलाफ धर्मनिरपेक्ष राजनीति का असली चेहरा हैं.’’
बंगाल चुनाव को लेकर पार्टियों ने झोंकी ताकत
तृणमूल कांग्रेस के प्रस्ताव पर राज्य कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chaudhary) ने प्रदेश में बीजेपी के मजबूत होने के लिए सत्तारूढ़ दल को जिम्मेदार बताया. उन्होंने कहा, ‘‘हमें तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन में कोई दिलचस्पी नहीं है.
अगर ममता बनर्जी बीजेपी के खिलाफ लड़ने की इच्छुक हैं तो उन्हें कांग्रेस में शामिल हो जाना चाहिए क्योंकि वही सांप्र’दायि’कता के खिलाफ लड़ाई का एकमात्र देशव्यापी मंच है.’’ गौरतलब है कि ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने कांग्रेस से अलग होकर 1998 में तृणमूल कांग्रेस की स्थापना की थी. जाहिर है टीएमसी के कई बड़े नेताओं ने जिस तरह से ममता दीदी का साथ छोड़कर भाजपा का साथ उससे पार्टी की भी नुक्सान होता नजर आ रहा है. वहीं भाजपा मजबूत होती जा रही है.
ऐसे में अब कांग्रेस की तरफ से भी पूरी तैयारी शुरू कर दी गई है, अब देखना होगा कि, आखिर चुनाव आते-आते आगे और क्या उथल पुथल देखने को मिलती है. बहरहाल अभी बंगाल में सियासी गर्मी काफी तेज है और भाजपा और टीएमसी में मिशन फतह करने की जबर’दस्त लड़ाई चल रही है.