बिहार चुनाव में हार के बाद कपिल सिब्बल का बड़ा बयान, कहा- कांग्रेस को लोग विकल्प भी नहीं मानते!

बिहार का चुनाव खत्म होने के बाद भी सिया’सी पारा हाई है. एक तरफ कांग्रेस और आरजेडी के नेता भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं और ईवीएम में गड़बड़ी से जीत की बात कह रहे हैं. तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा नेता उनपर तंज कस थे हैं. तो वहीं अब कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता कपिल सिब्बल (Kapil Sibal Takes on Congress) ने भी बड़ा ब्यान दे दिया है जिससे बड़ा हं’गा’मा खड़ा होना तय है.

एनडीए से मिली हार के बाद महागठबंधन के सहयोगी दलों में फू’ट पड़ती दिखने लगी है. पहले आरजेडी के सीनियर नेता शिवानंद तिवारी ने कांग्रेस पार्टी पर हम’ला बोला.

कांग्रेस को करना पडेगा आत्मनिरीक्षण

दरअसल कांग्रेस के सीनियर नेता कपिल सिब्बल (Kapil Sibal Takes on Congress) ने बिहार विधानसभा चुनाव और हाल में हुए चुनावों में कांग्रेस (Congress) के प्रद’र्शन पर बात की है. सिब्बल ने कहा कि बिहार में जाहिर तौर पर एनडीए के बाद आरजेडी दूसरे नंबर की पार्टी थी.

kapil sibal takes on Rahul Gandhi

कांग्रेस का प्रद’र्शन बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता, लेकिन पार्टी नेतृत्व का मानना है कि चुनाव में हार से पार्टी का काम नहीं रुकना चाहिए. मुझे उम्मीद है कि कांग्रेस बिहार में मिली हार पर आत्मनिरीक्षण करेगी.

कांग्रेस को अब लोग विकल्प भी नहीं मानते

यही नहीं कपिल सिब्बल ने पार्टी को बेहद कमजोर भी बता दिया है. कपिल सिब्बल ने ‘इंडियन एक्सप्रेस’ से खास बातचीत में कहा, ‘देश के लोग न केवल बिहार में, बल्कि जहां भी उपचुनाव हुए, जाहिर तौर पर कांग्रेस को एक प्रभावी विकल्प नहीं मानते. यह एक निष्कर्ष है. आखिर बिहार में एनडीए का विकल्प आरजेडी ही थी. हम गुजरात में सभी उपचुनाव हार गए.

shahnwaj husain on rahul gandhi statement

लोकसभा चुनाव में भी हमने वहां एक भी सीट नहीं जीती थी. उत्तर प्रदेश के कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में हुए उपचुनावों में कांग्रेस के उम्मीदवारों ने 2% से भी कम वोट हासिल किए. गुजरात में हमारे तीन उम्मीदवारों ने अपनी जमानत खो दी. हालांकि, मुझे उम्मीद है कि कांग्रेस इन सबकों लेकर आत्मनिरीक्षण करेगी.’

कांग्रेस अपनी गलतियां पहचानने को तैयार क्यों नहीं है?

इस सवाल का जवाब देते हुए कपिल सिब्बल कहते हैं, ‘ऐसा इसलिए है, क्योंकि कांग्रेस वर्किंग कमिटी (CWC) एक नामित निकाय है. CWC के संविधान में भी लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को अपनाया और अपनाया जाना चाहिए, जो कांग्रेस के संविधान के प्रावधानों में ही परिलक्षित होता है.

आप नामांकित सदस्यों से यह उम्मीद नहीं करते हैं कि चुनाव के बाद चुनावों में कांग्रेस की लगातार गिरावट के कारणों के बारे में सवाल करना और उनकी चिं’ता’ओं को उठाना शुरू करें.

तेजस्वी की हार पर अखिलेश ने भाजपा पर लगाया आरोप

जाहिर है बिहार चुनाव नतीजे सामने आने के बाद से विपक्ष चुनाव आयोग और प्रशासन पर आरोप लगा रहा है. तेजस्वी ने तो कई सीटों पर रि कॉउंटिंग की भी मांग की है. तो वहीं इस मुद्दे पर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav Angry on BJP) भी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि, महागठबंधन को जनता ने समर्थन दिया। पूरा समर्थन जनता का उनके साथ था। सीटें भी लगभग जीत गए थे। इतना बड़ा धो’खा लोकतंत्र में किसी के साथ नहीं हुआ होगा जितना बड़ा धो’खा भाजपा ने वहां के लोगों के साथ किया है और महागठबंधन को बे’ईमा’नी से हराया है।

भाजपा वालों ने बेईमानी की

इससे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बिहार चुनाव में भाजपा पर बे’ईमा’नी का आरोप लगाते हुए कहा था कि लोकतंत्र में भरोसा करने वाले इन नतीजों से दुखी हैं। बिहार में एनडीए को केवल 13 से 14 हजार वोट ज्यादा मिले हैं लेकिन उन्होंने पता नहीं क्या ति’कड़’म लगाया और सब पलट दिया।

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