दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इन दिनों अपनी पार्टी का विस्तार करने में लगे हुए हैं. वह कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव लड़ने की भी जोरों शोरों से तैयारी कर रहे हैं. इस बीच अब उन्होंने गुजरात में भी सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का एलान कर दिया है. जाहिर है इन दिनों गुजरात में अभी आम आदमी पार्टी नगर निगम के चुनाव को लेकर चुनाव प्रचार में लगी हुई है. इस बीच अब उन्होंने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भी बड़ा एलान कर डाला। अभी पंजाब निकाय चुनाव में हार का सामना करने के बाद अब गुजरात की तरफ नजर बढ़ा रहे हैं.
दरअसल हाल ही में केजरीवाल ने कहा कि, 2022 के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी. केजरीवाल ने कहा कि आप विधानसभा में किसी पार्टी के साथ गठबंधन भी नहीं करेगी.
जैसे दिल्ली में सब कुछ फ्री किया वैसे गुजरात में भी करेंगे
जाहिर है केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के लोगों को कई चीजें फ्री कर दी हैं. साथ ही उन्होंने जनता की सुविधा और जरुरत का ख्याल रखते हुए कई काम भी किये। ऐसे में अब वह हर जगह अपने इस दिल्ली मॉडल को जनता के बीच रख अपनी पार्टी का समर्थन करने की बात करते हैं. इसी बीच हाल ही में केजरीवाल ने एबीपी अस्मिता से बात करते हुए गुजरात के राजनीतिक हालात पर खुलकर चर्चा की.
उन्होंने कहा कि गुजरात के लोगों को फ्री बिजली मिलनी चाहिए, यह संभव है हमने कर के दिखाया है दिल्ली में, वही मॉडल अब एक उम्मीद के साथ आम आदमी पार्टी गुजरात के लोगों के पास लेकर आ रही है. वह कहते हैं हमने दिल्ली में जनता को कई चीजें फ्री दे दी हैं और यह हमने अपने पास से नहीं बल्कि जो सरकार के काम हैं उसमे से बचाये गए पैसों से ही दिया है. अब हम गुजरात के लोगों को भी बिजली, पानी व अन्य जरुरी चीजें देंगे।
गुजरात की जनता से हमें उम्मीद है
गौरतलब है कि, गुजरात भाजपा का गढ़ माना जाता है और वहीं से खुद नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री रहे हैं. ऐसे में जब उनके यह पूछा गया कि, गुजरात में आम आदमी पार्टी के पास संगठन नहीं है. तो इस सवाल का जवाब देते हुए केजरीवाल ने कहा, “मैं आपसे सहमत हूं, संगठन हमारी कमजोरी है, बीजेपी का गुजरात के अंदर जबर’दस्त संगठन है. लेकिन चुनाव लड़ने के लिए दो चीजों की जरुरत होती है एक उम्मीद और एक संगठन. गुजरात के लोगों को उम्मीद आप से है.
हम जो एजेंडा लेकर जा रहे हैं या तो मौजूदा बीजेपी सरकार उसको पूरा कर दे. अभी तो दो साल है उनके पास, बिजली मु्फ्त कर दे, पानी फ्री कर दे, सरकारी स्कूल, अस्पताल अच्छे कर दे, जो हमारा एजेंडा है उसे लागू कर दे, अगर वो नहीं कर सकते तो गुजरात के लोग इस नए एजेंडा के ऊपर वोट कराना चाहते हैं.” ऐसे में अब देखना होगा कि, केजरीवाल क्या गुजरात की जनता को अपने पाले में करने में सफल होते हैं या नहीं।