बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले ममता बनर्जी को बड़ा झट’का लगा है. जाहिर है पार्टी के कई बड़े नेता एक एक करके पार्टी छोड़ रहे हैं. इसी बीच आज गृह मंत्री अमित शाह बंगाल में सभा को स्मबोधित किये। इस दौरान टीएमसी के कई नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया। जाहिर है यह दृश्य ममता बनर्जी (Mamta Banerjee party leaders Join BJP) के लिए उलटी गिनती शुरू होने जैसा है. अमित शाह की मौजूदगी में आज टीएमसी के 11 विधायकों समेत सांसदों ने भाजपा का दामन थाम लिया।
इसमें ममता बनर्जी के यो’द्धा माने जाने वाले शुभेंदु अधिकारी भी शामिल हैं. वह आज अमित शाह की रैली में मंच पर विराजमान नजर आये और इसके बाद कई नेताओं ने एक साथ भाजपा की सदस्य्ता ग्रहण कर ली. वहीं लगातार पार्टी छोड़ रहे नेताओं को लेकर ममता बनर्जी ने अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि, हमें इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है.
13 नेताओं ने एक साथ थामा भाजपा का दामन
जी हां अभी चुनाव को काफी समय है, लेकिन उससे पहले ही ममता बनर्जी की जड़ें कमजोर होती नजर आ रही हैं. आज ममता बनर्जी को इसका अहसास हो गया होगा। पार्टी के 13 नेताओं ने एक साथ भाजपा का दामन थाम लिया है. टीएमसी के जिन नेताओं ने अमित शाह की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए हैं उनमें कुछ ममता के काफी करीबी और टीएमसी के सबसे बड़े नेताओं में से एक हैं.
भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं में 11 विधायक, एक सांसद और एक पूर्व सांसद शामिल हैं. इनमे कुछ नेता टीएमसी के सबसे बड़े यो’द्धा माने जाते हैं और ममता बनर्जी के खास हैं. ऐसे में अब ममता की पार्टी के प्रमुख नेताओं का पार्टी छोड़कर जाना और भाजपा में शामिल होने यह संकेत दे रहा है कि, आने वाले समय में कुछ बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. बहरहाल नेताओं के पार्टी छोड़ने पर ममता ने ख़ुशी जाहिर की है और उनका मानना है कि, खराब लोग बाहर जा रहे हैं जो उनके लिए अच्छा है.
ममता बनर्जी ने कहा- अच्छा है स’ड़े तत्व बाहर जा रहे
जाहिर है बीते कुछ दिन के अंदर राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) में जहां पार्टी छोड़ने वालों की कतार सी लग गई है, वहीं बीजेपी (BJP) धीरे-धीरे बंगाल पर अपनी पकड़ मजबूत करती दिखाई दे रही है. तृणमूल कांग्रेस से कई दिग्गज नेताओं के इस्तीफे के बाद भी सीएम ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) काफी शांत दिखाई दे रही हैं. उन्होंने पार्टी छोड़कर जाने वाले नेताओं को पार्टी के लिए भार तक कह दिया है. उन्होंने यहां तक कह दिया है कि अच्छा हुआ कि स’ड़े हुए तत्व अपने आप पार्टी से निकल गए.
खबर है कि पार्टी में मचे घमा’सान के बीच ममता बनर्जी ने कोलकाता में अपनी आवास पर टीएमसी नेताओं के साथ बैठक की. बैठक में शामिल हुए तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने बताया कि बैठक के दौरान पार्टी की सुप्रीमों ने हमें कहा कि वे नेताओं के पार्टी छोड़ने को लेकर बिल्कुल भी चिं’ति’त नहीं है. उन्होंने तो कहा है कि अच्छा है स’ड़े हुए तत्व पार्टी छोड़ रहे हैं. ममता बनर्जी ने बैठक में शामिल तृणमूल नेताओं से कहा कि वे इस भग’द’ड़ से जरा भी चिं’ति’त न हों क्योंकि राज्य के लोग उनके साथ हैं.
ममता की पार्टी में मची घमा’सान
बता दें कि तृणमूल कांग्रेस को छोड़ने का मन बना चुके जितेंद्र तिवारी और बिश्वजीत कुंडू ने एक बार फिर टीएसमी के साथ रहने के संकेत दिए हैं. पार्टी छोड़ने के एक दिन बाद ही अब विधायक जितेंद्र तिवारी ने यू-टर्न ले लिया है. जितेंद्र तिवारी ने ममता बनर्जी से मांफी मांगते हुए पार्टी के साथ बने रहने का ऐलान कर दिया है.
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के दौरे के बाद अब गृह मंत्री अमित शाह भी दो दिन के बंगाल दौरे पर हैं. उनके बंगाल में पहुंचने के साथ ही सियासी हल’चल और तेज हो गई है. ऐसे में देखना होगा कि, क्या ममता बनर्जी अपनी पार्टी को संभाल पाती हैं या फिर जनता भाजपा की तरफ अपना भरोसा जताती नजर आएगी।
दिग्गज नेताओं ने छोड़ा ममता बनर्जी का साथ
उधर पश्चिम बंगाल विधानसभा के अध्यक्ष विमान बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने तृणमूल कांग्रेस विधायक सुवेंदु अधिकारी का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है क्योंकि यह संविधान के प्रावधानों और सदन के नियमों के अनुरूप नहीं है. बनर्जी ने इस बात का जिक्र किया कि अधिकारी ने त्यागपत्र उन्हें व्यक्तिगत रूप से नहीं सौंपा. उन्होंने कहा कि वह नहीं जानते कि अधिकारी का यह कदम ‘स्वैच्छिक और वास्तविक’ है या नहीं.
लेकिन पार्टी नेताओं के इस तरह से सीएम ममता के प्रति नाराजगी जताने से जनता के बीच गलत संदेश जा रहा है. यह ममता बनर्जी के लिए आने वाले समय में काफी मु’श्कि’ल हो सकता है. वहीं भाजपा राज्य में लगातार अपनी पकड़ मजबूत कर रही है और जनता को अपने पक्ष में लाने के लिए पार्टी के सभी नेताओं ने ताकत झों’क रखी है.