सुशांत मामले की जांच जैसे जैसे आगे बढ़ रही है. उसके साथ ही एक एक करके हैरान करने वाले खुलासे हो रहे हैं. वहीं एसपी को जबरन क्वारंटाइन किये जाने के बाद तो सियासी हल’चल काफी अधिक हो गई है. इसी बीच अब मुंबई पुलिस कमिश्नर (Mumbai Police Commissioner) का बड़ा बयान सामने आया है, उन्होंने कहा है कि, बिहार पुलिस को जांच के कोई अधिकार नहीं हैं.
साथ ही उन्होंने इसके पीछे की वजह भी बताई है. तो आइये हम आपको बताते हैं कि, आखिर उन्होंने और क्या कहा है.
बिहार पुलिस के पास जांच के अधिकार नहीं
जी हां सुशांत मामले को लेकर जहां मुंबई पुलिस (Mumbai Police Investigating Sushant case) पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं. कई नेता अब तक पुलिस की इन्वेस्टिगेशन पर सवाल उठा चुके हैं. इसी बीच मुंबई पुलिस कमिश्नर (Mumbai Police Commissioner) ने बड़ा बयान देते हुए कहा, “गु’नाह अगर आपके क्षेत्राधिकार से बाहर का है तो हमारी जानकारी के मुताबिक जीरो एफआईआर दर्ज करके केस ट्रांसफर किया जाता है. हमारे हिसाब से यही प्रक्रिया है. बिहार पुलिस ने हमसे दस्तावेज मांगे हैं, इस पर हमने कानूनी सलाह मांगी है. अगर बिहार पुलिस के पास ऐसे कोई लीगल पॉ’इंट्स हैं तो वे हमसे शेयर करें. गैर-सहयोग का सवाल ही नहीं उठता. हम कानूनी सलाह के रहे हैं. मेरे हिसाब से क्षेत्राधिकार हमारा है, उनके पास कोई लीगल पावर है तो हमें बताएं. वहीं अब कमिश्नर का यह बयान काफी सुर्ख़ियों में बना हुआ है और लोग इसपर चर्चा कर रहे हैं.
मुंबई पुलिस से नहीं मिल रही मदद?
बता दें कि, इससे पहले बिहार के DGP ने कहा था कि मुंबई पुलिस उनकी किसी तरह की कोई मदद नहीं कर रही है. उन्होंने कहा था कि, सुशांत के केस में हमने मुंबई पुलिस से कई कागजात और CCTV फु’टेज मांगे, लेकिन हमें अब तक नहीं दिया गया. मुंबई पुलिस को सीसीटीवी फुटेज और काग’जात देने पड़ेंगे. वो बोले- “हमारे पास एफएसएल की रिपोर्ट नहीं है. हमारे पास इंक्वेस्ट रिपोर्ट नहीं है. मेरे पास सुशांत की पो’स्टमॉ’र्टम रिपोर्ट नहीं है. हमारे पास सीसीटीवी फुटेज भी नहीं है. वहीं इस बयान के बाद काफी हल’चल देखने को मिली थी.