मशहूर नेता, कॉमेडी शो के जज नवजोत सिंह सिद्धू इन दिनों सुर्ख़ियों में हैं. सुप्रीम कोर्ट द्वारा स’जा सुनाये जाने के बाद से वह पटियाला की जेल में बंद हैं. उन्होंने स’जा सुनाये जाने के बाद खुद कोर्ट में स’रें’डर किया था जिसके बाद उन्हें पटियाला की जेल में शिफ्ट किया गया है.
अब खबर सामने आई है कि सिद्धू चूंकि पढ़े लिखे हैं इसलिए उनको जेल के अंदर क्लर्क का काम सौंपा गया है.
बताया जा रहा है कि, शुरूआती 90 दिन तक सिद्धू को इस काम की ट्रेनिंग दी जायेगी. सिद्धू 18 साल पुराने एक रोड रे’ज के केस में आरो’पी साबित हुए हैं जिन्हे उच्च न्यायालय ने स’जा सुनाई है.
अब इस खबर के सामने आने के बाद यह मामला काफी चर्चा में आ गया है. सोशल मीडिया पर भी लोग सिद्धू के इस नए काम को लेकर प्रतिक्रिया दे रहे. ऐसा कहा जा रहा है कि, सिद्धू को पढ़े-लिखे होने का फायदा मिला है. उन्हें जेल प्रबंधन ने क्लर्क का काम सौंपा है.
हालांकि सुरक्षा के नजरिए से सिद्धू अपने बै’रक से ही मुंशीगिरी का काम करेंगे. ऐसा कहा जा रहा है कि, जेल प्रबंधन उन्हें सभी फाइलें उनकी बै’र’क में ही पहुंचाएंगी. हालांकि शुरुआती तीन महीने में उन्हें जेल प्रबंधन कोई धनराशि नहीं देगी.
खबरों की माने तो, नवजोत सिंह सिद्धू की ड्यूटी मंगलवार से शुरू हो चुकी है. जेल प्रबंधन की ओर से जारी बयान के अनुसार सिद्धू को दो शिफ्ट में अपना काम करना होगा.
सिद्धू की पहली शिफ्ट सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक रहेगी. लंच ब्रेक के बाद सिद्धू को दोपहर तीन से शाम पांच बजे तक काम करेंगे. जेल नियमावली के अनुसार सिद्धू को पहले 90 दिनों तक इस काम के लिए कोई पैसे नहीं दिए जाएंगे.
तो वहीं ट्रेनिंग पूरा होने के बाद उन्हें 40 रुपए से 90 रुपए प्रति दिन मिलेंगे. उनकी सैलरी उनके कौशल के आधार पर तय की जाएगी और कमाई उनके बैंक खाते में जमा की जाएगी.
जानकारी के लिए बता दें कि, क्रिकेटर से नेता बने सिद्धू को 1988 के रोड रे’ज मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 19 मई को 1 साल के क’ठो’र कारा’वास की स’जा सुनाई थी. स’जा सुनाए जाने के बाद सिद्धू ने 20 मई को पटियाला की निचली अदालत में आ’त्म’समर्पण किया था.